टिकरी बॉर्डर गैंगरेप मामला: अनिल मलिक ने दुष्कर्म का वीडियो बनाकर युवती को किया था ब्लैकमेल
पीड़िता के पिता ने बाद में पुलिस को शिकायत दी थी। शिकायत पर कार्यवाही करते हुए पुलिस ने छह लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। मामले में योगेंद्र यादव समेत कई किसान नेताओं से पुलिस ने पूछताछ की थी....
जनज्वार ब्यूरो चंडीगढ़। टिकरी बॉर्डर पर पश्चिम बंगाल की युवती के साथ गैंगरेप के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। गिरफ्तार मुख्य आरोपी अनिल मलिक ने दुष्कर्म की वीडियो बनाकर युवती को ब्लैकमेल किया था। उसने अपने फोन से दुष्कर्म की वीडियो बनाई थी। इस वीडियो को पुलिस ने बरामद कर लिया है। इसके साथ यह भी बात सामने आई है कि युवती के साथ पहले ट्रैन और फिर किसान आंदोलन की झोपड़ी में दुष्कर्म किया गया था।
पुलिस ने बीते कह ही मुख्य आरोपी अनिल मलिक भिवानी को एसआईटी ने भीम स्टेडियम के पास से गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तार करने के बाद अब उसे तीन दिन पुलिस रिमांड पर लिया गया है। अनिल मलिक की पीछे काफी दिन से पुलिस तलाश कर रही थी। उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने इनाम भी घोषित किया था।
गिरफ्तार आरोपी अनिल ने माना है कि अनूप चनौत ने भी युवती के साथ दुष्कर्म किया था, जबकि अंकुर सांगवान ने छेड़खानी की थी। आरोपी अनिल मलिक सेवानिवृत्त फौजी है, उसे 2016 में सेवानिवृत्त ली थी। बता दें कि पुलिस ने अनिल मलिक समेत तीन आरोपियों पर इनाम घोषित किया था।
इस बारे डीएसपी पवन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी देते हुए पुलिस को रिमांड के दौरान आरोपी का मोबाइल फोन भी बरामद करना है। उन्होंने कहा कि जल्द बाकी आरोपियों को भी गिरफ्तार किया जाएगा। ये आरोपी आंदोलन में किसान सोशल आर्मी बनाकर सक्रिय थे। उन्होंने बताया कि आरोपी 12 अप्रैल को पश्चिम बंगाल से पीड़िता को लेकर टिकरी बॉर्डर आए थे। इसके बाद 30 अप्रैल को पीड़िता की कोरोना के चलते मौत हो गई थी।
पीड़िता के पिता ने बाद में पुलिस को शिकायत दी। शिकायत पर कार्यवाही करते हुए पुलिस ने छह लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। मामले में योगेंद्र यादव समेत कई किसान नेताओं से पुलिस ने पूछताछ की थी।
इधर मामला दर्ज होते ही आरोपी फरार हो गए थे। पुलिस ने उनकी तलाश के लिए टीम गठित की थी। इसमें मुख्य आरोपी अब पुलिस के हाथ लगा है। पुलिस ने पूछताछ के बाद जो खुलासा किया है, इससे पता चलता है कि आरोपी पहले दिन से ही महिला का यौन उत्पीड़न करना चाह रहे थे। इसके चलते ट्रेन में उसके साथ छेड़छाड़ की। इसके बाद जब धरना स्थल पर आ गए तो यहां भी उसका उत्पीड़न किया गया।
पुलिस ने दावा किया कि अनूप चनौत ने भी युवती के साथ दुष्कर्म किया था। पुलिस ने यह दावा मुख्य आरोपी अनिल से पूछताछ के बाद किया है। हालांकि अनूप चनौत ने एक वीडियो सोशल मीडिया पर डाल कर खुद को पाक साफ करार दिया था। उसने दावा किया था कि उसे फंसाया जा रहा है। उसने यह भी दावा किया था कि वह फरार नहीं है, बल्कि किसान नेताओं ने उसे इधर उधर होने के लिए बोला है। इसलिए वह धरना स्थल पर नहीं है। लेकिन अब जिस तरह से अनिल मलिक ने अनूप पर आरोप लगाया है, अब पुलिस उसे भी यौन उत्पीड़न का आरोपी मान रही है।
यह मामला दब गया था, यदि पीड़िता का पिता सामने न आात। उन्होंने योगेंद्र यादव समेत कई नेताओं से मदद मांगी। इसके बाद ही मामला दर्ज हो पाया था। किसानों पर भी यह आरोप है कि उन्होंने मामले को दबाने की पूरी कोशिश की। पीड़िता की मौत के बाद उसे शहीद का दर्जा किसानों ने दिया। जुलूस निकालते हुए उसका अंतिम संस्कार किया गया।
इस मामले के सामने आने के बाद किसान आंदोलन पर भी सवाल उठे थे। खासतौर पर महिला सुरक्षा को लेकर किसान नेताओं की भूमिका पर सवाल खड़े किए जा रहे थे। मामला सामने आने के बाद गृह मंत्री अनिल विज ने इस पर सख्त कार्यवाही के निर्देश दिए थे। उन्होंने डीजीपी मनोज यादव से मामले में तेजी से कार्यवाही करने का भी आग्रह किया था। इसके बाद पुलिस ने जांच के लिए स्पेशल टीम का गठन किया था। टीम आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर लगातार छापेमारी कर रही थी।