#TimesNowMurdabaad : मोदी की गुडलिस्ट में शामिल टाइम्स नाऊ ने किसानों को कहा ब्लैकमेलर तो लोगों ने ट्वीटर पर खड़ी की खाट...

#TimesNowMurdabaad : टाइम्स नाऊ के अपने शो न्यूजआवर में किसानों को ब्लैकमेलर कहे जाने के बाद लोगों ने ट्वीटर पर चैनल की थाट खड़ी और बिस्तरा गोल कर रखा है...

Update: 2021-12-08 05:16 GMT

किसानों को ब्लैकमेलर कहने पर टाइम्स नाऊ ट्रोल (image/timesnow)

#TimesNowMurdabaad: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गुडलिस्ट में शामिल टीवी न्यूज चैनल टाइम्स नाऊ और उसके एंकर ट्वीटर पर हाथों हाथ लिए जा रहे। हाथों हाथ अच्छाई के लिए नहीं बल्कि किसानों को ब्लैकमेलर बोले जाने को लेकर। टाइम्स नाऊ के अपने शो न्यूजआवर में किसानों को ब्लैकमेलर कहे जाने के बाद लोगों ने ट्वीटर पर चैनल की थाट खड़ी और बिस्तरा गोल कर रखा है।  

चैनल के शो द न्यूजआवर की होस्ट पदमजा जोशी ने '13 महीने, 6 मांगें, 1 'पत्र'... प्रदर्शनकारियों का दावा सरकार 'समझौता' 'ब्लैकमेल' के आगे झुक रही है सरकार?' नाम का स्लोगन बनाकर शो प्रसारित किया। 7 दिसंबर 2021 का यह शो है, जो चैनल पर ऑन एयर हुआ। @thenewshour एजेंडा के साथ @PadmajaJoshi के कार्यक्रम पर लोग जमकर गुस्सा व्यक्त कर रहे हैं।

पत्रकार रहे लभ सिंह अहलूवालिया ने ट्वीट कर लिखा है कि, 'किसानों के लिए ऐसा शब्द असहनीय है, टाइम्स नाऊ को माफी मांगनी चाहिए नहीं तो किसान नेताओं को किसानों को बदनाम करने के लिए प्राथमिकी दर्ज करनी चाहिए।'

टिकरी अपडेट्स नामक हैंडल से लिखा गया कि, 'बीजेपी की एक और कठपुतली @TimesNow पुराने चमचा से मुकाबला करने की कोशिश @जी न्यूज किसानों के खिलाफ झूठा और झूठा प्रचार करने में। थोड़ी शर्म करो @TimesNow यह कहावत आप पर बिलकुल फिट बैठती है। बेशर्म और बिना रीढ़ की हड्डी वाले भाजपाई।'

गुरजंत सिंह ऑफीसियल नामक हैंडल से लिखा गया कि, 'जो चैनल किसान भाइयों का सम्मान नहीं कर सकता, मेरे विचार से यह केवल एक दलाल चैनल है। ऐसे घटिया चैनल का बहिष्कार करो, मुझे उम्मीद है कि आप भी ऐसे ब्रोकर चैनल का बहिष्कार करेंगे।'

शाहिद सिद्दकी नामक यूजर ने लिखा है, 'टाइम्स नाउ को भारत के लोगों के एक राक्षस, शांतिपूर्ण आंदोलन को ब्लैकमेल करने के लिए शर्म आती है। वे इंडिया मीडिया पर कलंक और शर्म की बात हैं।' #TimesNowMurdabad

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