तो CM Yogi की गर्मी शांत करेंगे UP के किसान! SKM ने लोगों से की इस बात की अपील
UP Election 2022 : संयुक्त किसान मोर्चा के प्रति निष्ठा रखते हुए विभिन्न किसान संघों ने उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के मतदाताओं से किसानों को 'धोखा' देने के लिए आगामी विधानसभा चुनावों में भाजपा के खिलाफ मतदान करने का आह्वान किया है।
UP Election 2022 : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए पहले चरण का मतदान 10 फरवरी को होगा। मतदान से ठीक छह दिन पहले वहां की राजनीति में नए मोड़ के संकेत मिले हैं। अभी तक किसे सपोर्ट करें और किसे न करें को लेकर द्वंद्व में फंसे संयुक्त किसान मोर्चा ( SKM ) ने इस बात के संकेत दे दिए हैं कि यूपी में किसान योगी सरकार ( CM Yogi Adityanath ) को सत्ता से बेदखल करने का काम करेंगे।
इस बात का दावा संयुक्त किसान मोर्चा ( SKM ) के प्रति निष्ठा रखते हुए विभिन्न फार्म यूनियनों ने उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के मतदाताओं से किसानों को 'धोखा' देने के लिए आगामी विधानसभा चुनावों में भाजपा ( BJP ) को दंडित करने की अपील की है। अपील में एसकेएम नेताओं ने कहा है कि "मिशन यूपी को बीजेपी के खिलाफ चलाया जाएगा, किसी और पार्टी के पक्ष में नहीं।
BJP प्रत्याशी से पूछें - किसानों के साथ विश्वासघात क्यों किया?
बीकेयू के नेता राकेश टिकैत ने ( Rakesh Tikait ) कहा कि किसान विरोधी भाजपा सरकार को चुनाव में दंडित करने की जरूरत है। केंद्रीय बजट में किसान केंद्रित नीतियां, यूपी के गन्ना किसानों को भुगतान में देरी और आवारा पशुओं की समस्या जैसे मुद्दों में शामिल हैं। उन्होंने कहा है कि जब वे आपका वोट मांगने आते हैं, तो उनसे पूछें कि उन्होंने इन मुद्दों पर किसानों के साथ विश्वासघात क्यों किया है।
दरअसल, संयुक्त किसान मोर्चा ( SKM ) पश्चिमी उत्तर प्रदेश में एक पैम्फलेट वितरित कर रहा है जो एसकेएम का मुख्य अभियान उपकरण है। पैम्फलेट में कहा गया है कि भाजपा सरकार सच और झूठ की भाषा नहीं समझती है। या संवैधानिक और असंवैधानिक के बीच का अंतर नहीं जानती है। यह पार्टी केवल वोट, सीट, और सत्ता की भाषा समझती है। एसकेएम के घटक संगठनों के यूपी ने भी मतदाताओं को डराने के लिए धनबल के इस्तेमाल का मुद्दा उठाया है।
हर गांव में एक गार्ड तैनात करने का फैसला
अखिल भारतीय किसान सभा के महासचिव हन्नान मुल्ला ने कहा कि 57 यूपी संगठनों ने चुनाव से पहले किसी को भी पैसे बांटने से रोकने के लिए गांवों में एक गार्ड स्थापित करने और किसी भी अपराधी को पुलिस को सौंपने का फैसला किया है। इसके अलावा एसकेएम ने चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश के नौ प्रमुख शहरों में प्रेस कॉन्फ्रेंस करने की योजना भी बनाई है।