Babri Masjid Demolition : आज बाबरी मस्जिद विध्वंस की 29वीं बरसी, अयोध्या और मथुरा सहित इन जिलों में भी हाई अलर्ट...

अयोध्या हमेशा एक संवेदनशील विषय रहा है। हम पर्यटन स्थलों और होटलों के पास वाहनों और अन्य चीजों की नियमित जांच कर रहे हैं। कमांडो की हमारी पूरी टीम को शहर भर में तैनात किया गया है...

Update: 2021-12-06 05:04 GMT

(उत्तर प्रदेश के कई जिलों में हाइअलर्ट image/newsnation)

Babri Masjid Demolition: बाबरी मस्जिद विध्वंस की 29वीं बरसी पर उत्तर प्रदेश के अयोध्या और मथुरा में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। इसके अलावा यूपी पुलिस ने काशी, मेरठ सहित अन्य जिले में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। एडीजी (Law & Order) प्रशांत कुमार ने कहा है कि 6 दिसंबर को यूपी में 150 कंपनी पीएसी, 6 कंपनी सेंट्रल पैरा मिलिट्री फोर्स तैनात की गई है।

हालांकि इस मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद से न तो अयोध्या में पहले की तरह बाबरी विध्वंस की बरसी मनाई जा रही है और न ही हिंदू समुदाय में कोई उत्साह देखा जा रहा। वहीं, अयोध्या पुलिस ने किसी भी सांप्रदायिक तनाव से बचने के लिए वाहन और बाहर से आने वाले लोगों की कड़ी निगरानी शुरू कर दी है। मथुरा में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी दी गई है और यहां धारा 144 लागू कर दिया गया है।

6 दिसंबर को नहीं मनाया जाएगा ब्लैक डे

राम जन्मभूमि परिसर को राम मंदिर निर्माण के लिए दिया गया, जबकि 5 एकड़ जमीन सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड को मस्जिद निर्माण के लिए दी गई। निर्माण कार्य वर्तमान में चल रहा है और राम मंदिर ट्रस्ट द्वारा फंड दिया जा रहा है। मस्जिद के लिए दी गई जमीन पर अयोध्या विकास प्राधिकरण से नक्शा पास कराने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। इसलिए बाबरी मस्जिद से जुड़े पक्षों ने व्यक्त किया कि अब 6 दिसंबर को काला दिवस के रूप में मनाने की कोई आवश्यकता नहीं है।

सुप्रीम कोर्ट का फैसला किया गया था स्वीकार

सुप्रीम कोर्ट के फैसले का समर्थन करते हुए बाबरी मस्जिद के वादी इकबाल अंसारी ने कहा, 'निर्णय पिछले साल 9 नवंबर को लिया गया था और अब सभी ने फैसले को स्वीकार कर लिया है। 'सुप्रीम कोर्ट का फैसला भारत के मुस्लिम समुदाय ने शांति के साथ स्वीकार किया है। हम केवल इतना चाहते हैं कि मुस्लिम समुदाय की ओर से कोई काला दिवस नहीं मनाया जाए। छह दिसंबर को कहीं भी कोई कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जाएगा।

हमेशा से संवेदनशील रहा है अयोध्या

सुरक्षा व्यवस्था पर बोलते हुए अयोध्या के डीजीपी आरके चतुर्वेदी ने कहा, 'अयोध्या हमेशा एक संवेदनशील विषय रहा है। हम पर्यटन स्थलों और होटलों के पास वाहनों और अन्य चीजों की नियमित जांच कर रहे हैं। कमांडो की हमारी पूरी टीम को शहर भर में तैनात किया गया है।'

मथुरा में धारा 144 लागू

अधिकारियों ने शनिवार को कहा कि अयोध्या में 1992 में बाबरी मस्जिद को गिराए जाने की तारीख 6 दिसंबर से पहले किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए मथुरा में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। चार दक्षिणपंथी समूहों अखिल भारत हिंदू महासभा, श्रीकृष्ण जन्मभूमि निर्माण न्यास, नारायणी सेना और श्रीकृष्ण मुक्ति दल ने पहले इस दिन गैर-पारंपरिक कार्यक्रम आयोजित करने की अनुमति मांगी थी। मथुरा में सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा पहले से ही लागू है। मथुरा में किसी भी अनहोनी से बचने के लिए आसमान से लेकर जमीन तक सुरक्षा (Security) के कड़े इंतजाम किए गए हैं।

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