टूलकिट मामले में संबित पात्रा की बढीं मुश्किलें, छत्तीसगढ़ पुलिस ने पूछताछ के लिए बुलाया
भाजपा ने कांग्रेस पर कोरोना संकट के वक्त एक 'टूलकिट' के जरिए प्रधानमंत्री मोदी की छवि बदनाम करने का आरोप लगाया है। भाजपा का कहना है कि कांग्रेस कोरोना महामारी के दौरान पीएम की छवि धूमिल करना चाहती है....
जनज्वार डेस्क। टूलकिट मामले में फर्जी दस्तावेज शेेेयर कर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा की मुश्किलें बढ़ गयी हैं। दरअसल रायपुर के सिविल लाइन पुलिस स्टेशन ने उन्हें पूछताछ के लिए नोटिस भेजा है। नोटिस में पात्रा से कहा गया
है कि वह रविवार 23 मई की शाम 4 बजे सिविल लाइन थाने में व्यक्तिगत रूप से उपस्थित हों या वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उपस्थित होवें।
शनिवार 22 मई को कांग्रेस नेता की शिकायत पर पुलिस ने संबित पात्रा के खिलाफ गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज की थी। रायपुर पुलिस ने पेश होने के लिए भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा को नोटिस भेजा। संबित पात्रा के खिलाफ आईपीसी की धारा 504 ,505(1)BC, 469,188 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
टूलकिट मामले में रायपुर पुलिस ने भाजपा नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह का बयान दर्ज करने के लिए 24 मई को उन्हें अपने आवास पर मौजूद रहने के लिए नोटिस जारी किया है। टूलकिट' मामले में भाजपा के आरोपों को खारिज करते हुए कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह और बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा के खिलाफ 19 मई को एफआईआर दर्ज कराई थी।
रायपुर के सिविल लाइन थाने में छत्तीसगढ़ एनएसयूआई प्रदेश अध्यक्ष आकाश शर्मा ने शिकायत दर्ज कराई । पात्रा ने इस मामले को लेकर कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा था। भाजपा नेता संबित पात्रा ने ट्विटर पर भी टूलकिट को लेकर कई ट्वीट्स किए थे।
बता दें कि भाजपा ने कांग्रेस पर कोरोना संकट के वक्त एक 'टूलकिट' के जरिए प्रधानमंत्री मोदी की छवि बदनाम करने का आरोप लगाया है। भाजपा का कहना है कि कांग्रेस कोरोना महामारी के दौरान पीएम की छवि धूमिल करना चाहती है। वहीं कांग्रेस ने ऐसी किसी भी टूलकिट से इनकार किया है। कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा इस तरह के मामले को उठाकर कोरोना के दौरान सरकार द्वारी की जा रही लापरवाही को छुपाना चाहती है