कंगना रनौत को भेजे गए 2 कानूनी नोटिस, HC में TWITTER अकाउंट सस्पेंड करने की याचिका भी दायर

याचिका में कहा गया है कि कंगना के ट्वीट से देश में लगातार नफरत फैलाने, देशद्रोह फैलाने की कोशिश होती है और देश को उनके अतिवादी ट्वीट्स से विभाजित करने का प्रयास किया जा रहा है.....

Update: 2020-12-04 15:32 GMT

(कंगना रनौत और वरूण गांधी के बीच जुबानी जंग जारी)

नई दिल्ली। अपने विवादित ट्वीट्स और बयानों से सुर्खियों में आयी फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। गुरुवार 3 दिसंबर को उनके खिलाफ बॉम्बे हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की गई है जिसमें उनके ट्विटर अकाउंट को सस्पेंड करने की मांग की गई है। याचिका में उनपर ट्विटर अकाउंट के जरिए देश में नफरत और घृणा फैलाने का आरोप लगाया गया है।

याचिका में कहा गया है कि कंगना के ट्वीट से देश में लगातार नफरत फैलाने, देशद्रोह फैलाने की कोशिश होती है और देश को उनके अतिवादी ट्वीट्स से विभाजित करने का प्रयास किया जा रहा है। याचिका में कहा गया है कि सोशल मीडिया में उन्होंने एक धर्म विशेष को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी।

ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए कंगना ने माइक्रोब्लॉगिंग साइट पर लिखा कि ट्विटर एकमात्र ऐसा मंच नहीं है जहां वह अपनी राय दे सकती हैं। कंगना ने ट्विटर पर लिखा है, "मैं लगातार अखंड भारत की बात कर रही हूं। टुकड़े-टुकड़े गैंग से हर रोज लड़ रही हूं और मुझ पर ही देश बांटने का आरोप लग रहा है. वाह! क्या बात है, खैर मेरे लिए ट्विटर अकेला ऐसा प्लेटफॉर्म नहीं है।"

उन्होंने कहा, "टुकड़े गैंग याद रखना, मेरी आवाज दबाने के लिए तुम्हें मुझे मारना होगा और फिर मैं हर भारतीय के जरिए बोलूंगी और यही मेरा सपना है। तुम जो भी करोगे, मेरा सपना और मकसद ही सच होगा। इसीलिए मैं खलनायकों को प्यार करती हूं।"

बता दें कि हाल ही में कंगना ने सीएए के खिलाफ शाहीनबाग में आंदोलन की प्रमुख चेहरा रहीं बिलकिस बानों को लेकर अपमानजनकर ट्वीट किया था। कंगना ने दूसरी महिला महिंदर कौर (बठिंडा की) को बिलकिस बानों बताकर ट्वीट में लिखा था, 'हा. हा. ये वही दादी हैं जिन्हें टाइम मैगज़ीन की 100 सबसे प्रभावशाली व्यक्तियों की लिस्ट में शामिल किया गया था....और ये 100 रुपये में उपलब्ध हैं।"

Full View

वहीं दूसरी ओर उनके खिलाफ दो कानूनी नोटिस भी जारी किए गए हैं। दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (डीएसजीएमसी) ने फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत को कानूनी नोटिस भेजा है। नोटिस में डीएसजीएमसी ने कंगना पर किसान आंदोलन में शामिल बुजुर्ग महिला किसान को लेकर असभ्य ट्वीट करने का आरोप लगाते हुए उक्त महिला किसान से तत्काल सार्वजनिक माफी मांगने को कहा है। डीएसजीएमसी का आरोप है कि कंगना रनौत ने किसानों, प्रदर्शनकारियों और कार्यकर्ताओं को बदनाम करने के लिए ट्वीट/रिट्वीट किए हैं, जबकि किसान आंदोलन के तहत किसान शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे हैं।

इससे दो दिन पहले जीरकपुर की सावित्री ग्रीन-2 में रहने वाले उच्च न्यायालय के वकील हाकम सिंह ने उन्हें कानूनी नोटिस भेजकर एक सप्ताह में माफी मांगने को कहा। हाकम सिंह ने कहा कि बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रणौत ने मंगलवार को बठिंडा के गांव बहादुरगढ़ जंडिया की 85 वर्षीय बुजुर्ग महिला की फोटो को शेयर करते हुए लिखा कि यह तो शाहीन बाग वाली दादी हैं। इन्हें 100 रुपये देकर धरने प्रदर्शन में शामिल कराया जा सकता है। 

उन्होंने कहा कि 100 रुपये की बात लिखकर कंगना रणौत ने किसानों का अपमान किया है, जिसके लिए उन्होंने अभिनेत्री को माफी मांगने के लिए एक हफ्ते का समय दिया है।

Tags:    

Similar News