Ujjwala Yojana : पीएम के दावों में नहीं है दम, 4.13 करोड़ लाभार्थी एक बार भी नहीं करवा पाये गैस सिलेंडर रिफिल
Ujjwala Yojana : मोदी सरकार उज्ज्वला योजना के तहत गरीब परिवार की महिलाओं को मुफ्त गैस कनेक्शन देती है लेकिन हकीकत यह है कि गरीब परिवार की महिलाएं सिलेंडर रिफिल नहीं करवा पा रही हैं।
Ujjwala Yojana : पीएम नरेंद्र मोदी ( PM Narendra Modi ) हर जनसभा में दावा करते हैं कि उन्होंने 9 करोड़ उज्जवला योजना ( Ujjwala Yojana ) के लाभार्थियों के जीवन में उजाला लाने का काम किया लेकिन उनके ये दावे जमीन पर सही नहीं उतरते। सरकार ने जो संसद में आंकड़े पेश किए हैं वही इसके गवाह हैं। ये हालात उस समय हैं जब एक अगस्त महीने की पहली तारीख को कमर्शियल गैस सिलेंडर की कीमतों में कटौती हुई, लेकिन घरेलू रसोई गैस सिलेंडर ( LPG cylinder ) के दाम जस के तस बने हुए है। सरकार ने सिर्फ प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों के लिए सब्सिडी बरकरार रखी है। बाकी के उपभोक्ताओं के लिए सब्सिडी को खत्म कर दिया गया है लेकिन सरकार की तरफ से संसद में पेश किए गए एक आंकड़े से पता चला कि बड़ी संख्या में उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों ने एक बार भी रसोई गैस सिलेंडर रिफिल नहीं करवाया है। ऐसे लाभाथिज़्यों की संख्या कुल 9 लाभाथिज़्यों में 4.13 करोड़ है।
ये है दावों के पीछे की सच्चाई
पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस राज्यमंत्री रामेश्वर तेली ने राज्यसभा को एक सवाल के लिखित जवाब में बताया कि उज्ज्वला योजना के 4.13 करोड़ लाभाथिज़्यों ने एक बार भी रसोई गैस सिलेंडर को रिफिल नहीं करवाया है। साफ है कि बेरोजगारी और महंगाई की मार इतनी गहरी है कि नौ करोड़ में से सवा चार करोड़ लोग गैस कनेक्शन मुफ्त में मिलने के बाद उसे रिफिल भी नहीं करवा पा रहे हैं। 85 फीसदी यानि 7.67 करोड़ लाभाथियोज़्ं ने केवल एक एक ही बार सिलेंडर भरवाया है। विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों से जुड़ी जानकारी मांगी थी।
केंद्रीय मंत्री के मुताबिक रामेश्वर तेली ने संसद को बताया कि साल 2017-18 के बीच 46 लाख उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों ने एक भी सिलेंडर रिफिल नहीं कराया। वहीं एक बार रिफिल कराने वालों का आंकड़ा 1.19 करोड़ रहा। राज्यमंत्री के मुताबिक 2018-19 के दौरान 1.24 करोड़, 2019-20 के दौरान 1.41 करोड़, 2020-21 के दौरान 10 लाख और 2021-22 के दौरान 92 लाख लाभाथिज़्यों ने एक बार भी सिलेंडर नहीं भरवाया। साथ ही उन्होंने एक बार सिलेंडर रिफिल कराने वालों को भी आंकड़े दिए।
कितनी मिलती थी सब्सिडी
मोदी के मंत्री रामेश्वर तेली ने बताया कि 2018-19 के दौरान 2.90 करोड़, 2019-20 के दौरान 1.83 करोड़, 2020.21 के दौरान 67 लाख और 2021.22 के दौरान 1.08 करोड़ ज्ज्वला योजना ( Ujjwala Yojana : ) के लाभार्थियों ने केवल एक बार ही सिलेंडर रिफिल कराया। साथ ही उन्होंने बताया कि साल 2021-22 के दौरान कुल 30.53 करोड़ घरेलू गैस उपभोक्ताओं में से 2.11 करोड़ ने एक बार भी गैस सिलेंडर रिफिल नहीं कराया है। वहीं 2.91 करोड़ ग्राहकों ने एक बार घरेलू गैस सिलेंडर भरवाया है। अप्रैल 2020 तक उज्ज्वला गैस का सिलेंडर भराने पर गरीबों को वापस 162 रुपए की सब्सिडी मिलती थी।
Ujjwala Yojana : क्या है नया नियम
सरकार ने उज्ज्वला योजना ( Ujjwala Yojana : ) के तहत 9 करोड़ मुफ्त रसोई गैस कनेक्शन बांटे हैं। सभी लाभार्थियों को एलपीजी सब्सिडी के रूप में 200 रुपए प्रति सिलेंडर तय है। सब्सिडी सालाना 12 सिलेंडर प्रति वषज़् देने का नियम सरकार ने बनाया है। 21 मई, 2022 से 2022-23 के लिए सरकार ने ये नियम तय किए हैं। मोदी सरकार उज्ज्वला योजना के तहत गरीब परिवार की महिलाओं को मुफ्त गैस कनेक्शन देती है लेकिन हकीकत यह है कि गरीब परिवार की महिलाएं सिलेंडर रिफिल नहीं करवा पा रही हैं। सवाल यह उठता है कि जब चूल्हा जलेगा ही नहीं तो पीएम मोदी ( PM Narendra Modi ) के फ्री कनेक्शन का क्या मतलब?