Dawood Ibrahim Raid: अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के 10 ठिकानों पर छापेमारी, ED को हवाला व मनी लॉन्ड्रिंग के मिले थे इनपुट
Dawood Ibrahim Raid: 1993 के मुंबई बम विस्फोटों के जिम्मेदार अपराधियों को न केवल सरकारी संरक्षण दिया गया, बल्कि उन्होंने एक पांच सितारा होटल में आतिथ्य सत्कार का आनंद भी लिया...
Dawood Ibrahim Raid: केंद्रीय एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम (Dawood Ibrahim) और उसके करीबियों से जुड़े 10 ठिकानों पर मुंबई में छापेमारी की है। ईडी ने यह कार्रवाई एनआईए (NIA) से मिली जानकारी के आधार पर की है। 15 दिन पहले एनआईए ने दाऊद इब्राहिम के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी, जिसके आधार पर ईडी ने कुछ इनपुट जुटाए हैं।
बताया जा रहा कि ईडी ने जो इनपुट जुटाए हैं वो हवाला, मनी लॉन्ड्रिंग और ड्रग ट्रैफिकिंग से जुड़े हैं। इसी के मद्दनेजर ईडी की टीम दाऊद के करीबी साथियों के ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। ईडी के अधिकारियों ने दाऊद इब्राहिम की बहन हसीना पारकर के मुंबई स्थित आवास पर भी छापेमारी की है। हसीना पारकर की पहले ही मौत हो चुकी है।
वहीं ईडी सूत्रों के मुताबिक अंडरवर्ल्ड के कुछ भगोड़े और राजनेता भी उनके राडार पर हैं। इसलिए ईडी उन सभी ठिकानों पर रेड मार रहा है जो दाऊद और उसके गुर्गों से जुड़ा है। माना जाता है कि 1993 के मुंबई विस्फोटों के आरोपी दाऊद इब्राहिम ने 1980 के दशक में भारत से भागकर एक विशाल व्यापारिक साम्राज्य स्थापित किया है।
पिछले महीने भारत ने अन्डरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के संभवत: पाकिस्तान में होने का परोक्ष जिक्र करते हुए संयुक्त राष्ट्र में कहा था कि 1993 के मुंबई बम विस्फोटों के जिम्मेदार अपराधियों को न केवल सरकारी संरक्षण दिया गया, बल्कि उन्होंने एक पांच सितारा होटल में आतिथ्य सत्कार का आनंद भी लिया।
पिछले सप्ताह दर्ज हुआ D कंपनी के खिलाफ केस
बता दें कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने पिछले सप्ताह डी कंपनी के खिलाफ पीएमएलए के तहत केस दर्ज किया। इसके बाद छापे की यह कार्रवाई हो रही है। दाऊद की डी कंपनी वसूली और हवाला कारोबार में संलिप्त है।
2018-19 में शुरू हुई थी जांच
ईडी की ये छापेमारी मुंबई के मध्य एवं दक्षिणी इलाके में हुई है। बताया जाता है कि इन्हीं इलाकों में डी कंपनी ज्यादा सक्रिय रही है। ईडी ने दाऊद के गुर्गे इकबाल मिर्ची की संपत्तियों को जब्त करने के बाद डी-कंपनी के खिलाफ 2018-19 में जांच शुरू की। मिर्ची, दाऊद का करीबी सहयोगी था। कहा जाता है कि मर्ची ही भारत में दाऊद का ड्रग का बिजनेस संभालता था। साल 2013 में लंदन में उसकी मौत हो गई।