UP Election 2022 : CM योगी के दौरे से पहले पुलिस की शर्मनाक हरकत, सड़क पर खाना खाते हुए गरीब को जानवरों की तरह हटाया
UP Election 2022 : उत्तर प्रदेश के कौशांबी में पुलिस की एक शर्मिंदा करने वाली हरकत सामने आई है। पुलिस ने फुटपाथ पर खाना खा रहे एक गरीब युवक को जबरन उठा लिया। उसे जानवर पकड़ने वाली गाड़ी में लादकर ले गए...
UP Election 2022 : उत्तर प्रदेश में चुनावी माहौल गर्म है| ऐसे में सभी राजनीतिक पार्टियों के नेताओं द्वारा दौरे और रैलियां की जा रही है| कौशांबी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दौरे पर थे| उत्तर प्रदेश के कौशांबी में पुलिस की एक शर्मिंदा करने वाली हरकत सामने आई है। पुलिस ने फुटपाथ पर खाना खा रहे एक गरीब युवक को जबरन उठा लिया। उसे जानवर पकड़ने वाली गाड़ी में लादकर ले गए। गरीब छटपटाता रहा, लेकिन चार पुलिसवालों ने उस पर जरा भी तरस नहीं दिखाया। पुलिस मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कौशांबी दौरे की तैयारियों में जुटी थी।
लोगों गुस्से में भड़के
पुलिस की इस शर्मिंदा कर देने वाली घटना से लोगों में गुस्सा है। लोग पुलिस की इस कार्रवाई की निंदा कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि ये पुलिस तो जानवर और इंसान में भी फर्क नहीं समझ पाती है। सोशल मीडिया पर यह वीडियो खूब वायरल हो रहा है| जिसके बाद से सभी लोग गुस्से में भड़क रहे है|
सीएम योगी के लिए खाली किया जा रहा था रास्ता
बता दें कि रविवार को सीएम योगी को कौशांबी आना था। पुलिस सारी तैयारियों में जुटी हुई थी। CM को जिस रोड से गुजरना था, पुलिस उस रोड को साफ करने पहुंची। तभी पुलिस को वहां मानसिक रूप से कमजोर एक युवक दिखा, जो खाना खा रहा था। पुलिस ने उस युवक को वहां से उठाकर जानवरों की गाड़ी में डाल दिया।
पुलिस ने दी सफाई
पुलिस के इस व्यवहार का लोगों ने विरोध किया| लोगों द्वारा विरोध होने पर कौशांबी पुलिस ने अपने ट्विटर अकाउंट पर सफाई दी है। पुलिस ने अपनी सफाई मे लिखा है कि मंझनपुर चौराहे पर रास्ते में एक व्यक्ति जनसभा में आने-जाने वाले व्यक्तियों को पत्थर मार रहा था। सुरक्षा की दृष्टि से उसे हटाया गया। उसके भोजन और कंबल का प्रबंध भी किया गया।
सरकार पर उठे सवाल
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार इस घटना का वीडियो देखने के बाद लोग यूपी पुलिस की जमकर खिंचाई कर रहे हैं। लोग इस कार्रवाई को शर्मनाक और अमानवीय बता रहे हैं। सोशल मीडिया में वायरल खाकी कि करतूत पर सोशल मीडिया यूजर तरह-तरह के कमेंट कर रहे हैं। कोई पुलिस को ही मंदबुद्धि बता रहा, तो कोई कार्रवाई को गलत करार दे रहा है। यूजर्स ने भाजपा सरकार, ह्यूमन राइट्स और व्यवस्था को कठघरे में खड़ा किया है ।