UP Election 2022 : नोएडा-मथुरा में हुए सबसे ज्यादा उम्मीदवारों के नामांकन, अफसरों के इसलिए उड़े होश
UP Election 2022 : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 (UP Assembly Election 2022) के पहले चरण में नामांकन का कार्य पूरा हो चुका है| सरकारी आंकड़ों के अनुसार मथुरा (Mathura) और नोएडा (Noida) में सबसे ज्यादा उम्मीदवारों ने चुनाव में नामांकन किया हैं...
UP Election 2022 : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 (UP Assembly Election 2022) के पहले चरण में नामांकन का कार्य पूरा हो चुका है| नामांकन के जो सरकारी आकड़े जारी किए गए है, उन सरकारी आंकड़ों के अनुसार मथुरा (Mathura) और नोएडा (Noida) में सबसे ज्यादा उम्मीदवारों ने चुनाव में नामांकन किया हैं|
2 ईवीएम का करना होगा इंतजाम
नोएडा और मथुरा में सबसे ज्यादा उमीदवार मैदान में उतरे हैं| इसी के चलते आगमी चुनाव ड्यूटी में लगे अफसरों के होश उड़े हुए हैं| अफसरों की परेशानी की वजह यह है कि चुनाव में 15 से ज्यादा उम्मीदवार होने पर दो इलेक्ट्रोनिक वोटिंग मशीन (EVM) का इंतजाम करना होगा| वहीं इस दौरान राहत की बात यह है कि चुनाव में किए गए नामांकन में नाम वापसी की आखिरी तारीख 27 जनवरी है| उम्मीद जताई जा रही है कि वहीं इस दौरान किसी न किसी कमी के चलते किसी-किसी उमीदवार का पर्चा खारिज भी हो सकता है| बता दें कि मुजफ्फरनगर और आगरा (Agra) की एक-एक सीट पर भी कुछ इसी तरह के हालात बने हुए हैं|
नोएडा-मथुरा में उम्मीदवारों की संख्या
मीडिया में छपी खबरों के अनुसार पहले चरण का नामांकन खत्म होने के बाद 58 सीट में से मथुरा और नोएडा की दो सीट ऐसी हैं जहां सबसे ज्यादा उम्मीदवार खड़े हुए हैं| सरकारी आंकड़ों के अनुसार मथुरा विधानसभा सीट पर सबसे ज्यादा उम्मीदवारों ने पर्चा भरा है| बता दें कि मथुरा विधानसभा में कुल 27 उम्मीदवारों ने पर्चा भरा है| वहीं दूसरी तरफ नोएडा विधानसभा सीट से कुल 23 उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ने के लिए अपना नामांकन दाखिल किया है| बता दें कि नोएडा विधानसभा सीट से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बेटे पंकज सिंह भी चुनाव लड़ रहे हैं|
दादरी विधानसभा में उम्मीदवारों की संख्या
मथुरा विधानसभा सीट पर 27 और नोएडा विधानसभा सीट पर 23 उम्मीदवारों ने पर्चा भरा है| इतना ही नहीं दादरी विधानसभा सीट पर भी 16 उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ने के लिए पर्चा भरा है| बता दें कि दादरी विधानसभा सीट पर खड़े हुए प्रत्याशियों में से अगर किसी उम्मीदवार ने 27 जनवरी तक नाम वापस नहीं लिया या फिर किसी एक उम्मीदवार का पर्चा खारिज नहीं हुआ तो यहां भी मतदान कराने के लिए अफसरों को दो ईवीएम लगानी पड़ेंगी| मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मुजफ्फरनगर की मीरापुर सीट और आगरा की बाह विधानसभा से भी ज्यादा उम्मीदवारों से पर्चा भरा है| बता दें कि इन दोनों विधानसभा सीट से 20-20 उम्मीदवारों ने पर्चा भरा है|
अफसर इसलिए है परेशान
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार एक ईवीएम में मतदान करने के लिए 16 बटन होते हैं| जिसमें से 15 बटन उम्मीदवारों के लिए होते हैं और एक बटन नोटा का होता है| ऐसे में समस्या ये है कि अगर किसी भी विधानसभा में 15 से ज्यादा उम्मीदवार चुनाव मैदान में होते हैं तो वहां दो ईवीएम लगानी पड़ती हैं| अब इस चुनाव में ऐसी ही नौबत उन अफसरों के सामने आ गई है, जिन अफसरों की चुनाव में ड्यूटी लगी है| बता दें कि अफसरों के लिए यह परेशानी नोएडा, मथुरा, आगरा, मुजफ्फरनगर और दादरी सीट पर आ सकती है|