UP Elections 2022 : यूपी में लखनऊ, मैनपुरी, आगरा, मऊ समेत 12 जगहों पर सपा नेताओं के घर आयकर विभाग का छापा, मऊ में बवाल

लखनऊ, आगरा, मैनपुरी और मऊ सहित अन्य शहरों में आईटी विभाग की छापेमारी जारी है।

Update: 2021-12-18 04:47 GMT

लखनऊ, आगरा, मैनपुरी और मऊ सहित अन्य शहरों में सपा नेताओं के घर आईटी विभाग का छापा।

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव ( UP Elections 2022 ) की सरगर्मी के बीच लखनऊ सहित कई शहरों में आयकर विभाग की छापेमारी ( Income Tax Department Raid ) जारी है। ताजा अपडेट के मुताबिक लखनऊ, आगरा, मैनपुरी और मऊ सहित अन्य शहरों में आईटी विभाग की छापेमारी जारी है। मैनपुरी में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ( Akhilesh Yadav ) के  करीबी मनोज यादव के घर छापेमारी जारी है। मऊ में एसपी नेता राजीव राय और लखनऊ में आयकर विभाग ने छापेमारी की है। गजेंद्र सिंह पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के ओएसडी रहे हैं। सपा प्रवक्ता अनुराग भदौरिया ने कहा कि यह भाजपा सरकार का चुनावी स्टंट है। राजनीतिक बदले की भावना से आईटी विभाग ( IT raid ) के अधिकारियों को सपा को बदनाम करने के काम पर लगाया गया है।

मऊ में एसपी कार्यकर्ताओं का हंगामा

जहां-जहां आयकर विभाग के अफसर छापे मार रहे हैं वहां पर भारी संख्या में फोर्स तैनात कर दी गई हैं। ताकि कोई अंदर न सके और न ही कोई बाहर जा सके। राजीव राय के घर पर आयकर विभाग के छापे की खबर के बाद एसपी कार्यकर्ताओं ने हंगामा खड़ा कर दिया और हंगामे को देखते हुए मौके पर भारी संख्या में पुलिस तैनात कर दी गई है। वहीं लखनऊ में भी एसपी प्रमुख अखिलेश यादव के ओएसडी रहे गजेन्द्र सिंह के घर पर भी आईटी विभाग ने रेड की है और वहां पर सर्च ऑपरेशन जा रही है। इसके साथ ही कुछ फाइनेंसरों के ठिकानों पर भी आईटी विभाग के रेड की खबर आ रही है।आयकर विभाग की टीम ने सुबह 7 बजे राजीव राय पर छापा मारा और उन्हें उनके घर में ही नज़र बन्द कर दिया है। राजीव राय मऊ के सहादतपुरा में रहते हैं।

एसपी ने लगाया विपक्षी दलों को परेशान करने का आरोप

दूसरी तरफ आयकर विभाग ( Income Tax Department  raid ) के छापे को लेकर राजनीति बयानबाजी भी शुरू हो गई है। एसपी पहले भी आरोप लगा चुकी है कि केन्द्र सरकार विपक्षी दलों पर दबाव बनाने के लिए आईटी, ईडी और सीबीआई का दुरूपयोग कर रही है। वहीं राज्य में चुनाव से ठीक पहले एसपी नेता राजीव के घर पर आयकर के छापे के बाद एसपी इस मामले में राज्य और केन्द्र सरकार को घेरने में पीछे नहीं रहेगी। वहीं अन्य सियासी दल भी इसको लेकर एसपी के साथ खड़े हो सकते हैं। सपा प्रवक्ता अनुराग भदौरिया ने कहा कि यह भाजपा सरकार का चुनावी स्टंट है। राजनीतिक बदले की भावना से आईटी विभाग के अधिकारियों को सपा नेताओं को बदनाम करने के लिए रेड के काम पर लगाया गया है।

राजीव राय ने पीएम से पहले कर दिया था पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन

हाल ही अखिलेश यादव के करीबी राजीव राय विवादों में आए थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किए जाने वाले पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन से पहले ही उन्होंने एसपी नेताओं के साथ इसका उद्घाटन कर दिया। मऊ जिले में भी एसपी राष्ट्रीय महासचिव व प्रवक्ता राजीव राय ने पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन किया था। वहीं गाजीपुर जिले में 16 नवंबर को होने वाली अखिलेश यादव की जनसभा को जिला प्रशासन ने अनुमति नहीं दी थी, जिसका विरोध जताते हुए राजीव राय और उनके साथ ही एसपी नेताओं ने एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन किया था।

कौन हैं सपा नेता राजीव राय?

राजीव राय समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और प्रवक्ता हैं। वह मीडिया के सामने पार्टी की राय को रखते हैं। एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव के करीबी माने जाते हैं। 

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