अमेरिकी रक्षा सचिव बोले- अल्पसंख्यकों के मानवाधिकार पर PM मोदी से बात का मौका नहीं मिला लेकिन भारतीय मंत्रियों से की चर्चा

ऑस्टिन से जब सवाल किया गया कि क्या उन्होंने पूर्वोत्तर में अल्पसंख्यकों खासतौर पर मुसलमानों के अधिकारों के हनन को लेकर पीएम मोदी से बात की है, तो इस पर उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी से बातचीत के दौरान इस विषय पर बात करने का मौका नहीं मिला। हालांकि कैबिनेट के दूसरे सदस्यों से मैने इस पर बात की है।

Update: 2021-03-20 13:47 GMT

जनज्वार डेस्क। अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन तीन दिवसीय भारत दौरे पर हैं। ऑस्टिन ने कहा कि उन्होंने भारतीय मंत्रियों से मुलाकात की है और भारत में अल्पसंख्यकों के मानवाधिकार को लेकर उनसे चर्चा की है। बता दें कि एक दिन पहले जनरल ऑस्टिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी।

ऑस्टिन से जब सवाल किया गया कि क्या उन्होंने पूर्वोत्तर में अल्पसंख्यकों खासतौर पर मुसलमानों के अधिकारों के हनन को लेकर पीएम मोदी से बात की है, तो इस पर उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी से बातचीत के दौरान इस विषय पर बात करने का मौका नहीं मिला। हालांकि कैबिनेट के दूसरे सदस्यों से मैने इस पर बात की है।

ऑस्टिन ने आगे कहा कि हमें याद रखना होगा कि भारत हमारा पार्टनर है। भारत हमारा एक ऐसा दोस्त है जिसकी दोस्ती हमारे लिए मायने रखती है। हमें लगता है कि दो पार्टनर्स में इस तरह की बाचतीत होते रहना चाहिए। हम इस तरह की चर्चा इस तरह से कर सकते हैं ताकि इससे प्रगति का रास्ता निकले।

उनसे जब पूछा गया कि क्या उन्होंने सीनेट की फॉरेन रिलेशन कमेटी के चेयरमैन रॉबर्ट मेनेंडेज के 'भारत में लोकतंत्र के गिरते स्तर' का मुद्दा उठया या नहीं, इस पर ऑस्टिन ने कहा कि 'मानवाधिकार और कानून का राज अमेरिका के लिए अहम रहे हैं।'

उन्होंने आगे कहा, 'आपने सुना होगा कि राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कई बार कहा है कि मानवाधिकार और कानून का राज अमेरिका के लिए अहम है। हम हमेशा हमारे मूल्यों पर विश्वास करते हैं। बतौर लोकतंत्र ये हमारे लिए काफी अहम है। भारत भी एक लोकतांत्रिक देश है और भारत के भी वही मूल्य हैं। ऐसी कई सारी चीजें हैं जिन पर हम मिलकर काम कर सकते हैं।'

बता दें कि जनरल ऑस्टिन का यह दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब अभी हाल ही में क्वाड के चारों सदस्य देशों के बीच एक वर्जुअल बैठक हुई है। वहीं दूसरी ओर भारत और पाकिस्तान के बीच एलओसी पर सीजफायर को लेकर बातचीत हुई है। ऑस्टिन के इस दौरे को रूस से भारत को मिलने वाले एस-400 मिलाइल डिफेंस सिस्टम से पहले अहम माना जा रहा है। 

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