Uttar Pradesh Crime News : अयोध्या के महंत ने पूजा-पाठ के बहाने युवती से किया दुष्कर्म, पुलिस ने किया केस दर्ज
Uttar Pradesh Crime News : उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh ) के अयोध्या (Ayodhya) में पूजा-पाठ के बहाने युवती से युवती से दुष्कर्म करने के आरोपी महंत पर पुलिस ने आज मुकदमा दर्ज कर लिया है...
Uttar Pradesh Crime News : उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh Crime News ) के अयोध्या (Ayodhya) में पूजा-पाठ के बहाने युवती से युवती से दुष्कर्म करने के आरोपी महंत पर पुलिस ने आज शुक्रवार को मुकदमा दर्ज कर लिया है। बता दें कि आरोपी महंत पर पीड़िता की तहरीर पर दुष्कर्म के अलावा एससी-एसटी एक्ट, झाड़-फूंक के नाम पर धन लेने सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ है।
पूजा-पाठ कराने के बहाने युवती के साथ किया दुष्कर्म
बात दें कि पीड़ित युवती अयोध्या जिले के बीकापुर थाना क्षेत्र की रहने वाली है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार वह दिल्ली के एक लड़के से प्रेम करती थी, जबकि उसके घर वाले यह नहीं चाहते थे। लड़की को इस प्रेम बंधन से मुक्त कराने के लिए अयोध्या में पूजा-पाठ कराने आए थे। आरोप है कि महंत ने पूजा-पाठ के बहाने दुराचार किया। पीड़िता के अनुसार बीते बुधवार की शाम पांच बजे उसे बुलाया गया और रोज की तरह माता-पिता को भेज दिया गया।
पुलिस ने आरोपी महंत को हिरासत में लिया
पीड़िता का आरोप है कि अकेला पाकर महंत ने उसे कमरे में बंद कर पूजा- पाठ करने के बहाने से रेप किया। पीड़िता के अनुसार वह जब घर पहुंची तो गाड़ी से उतरते ही बेहोश हो गई, फिर परिवार को घटना की जानकारी दी। इस मामले में पुलिस ने जानकारी होते ही जांच शुरू कर दी। आरोपी महंत हनुमान दास निवासी सियाबल्लभ कुंज नयाघाट को तत्काल हिरासत में ले लिया गया। पुलिस ने करीब 24 घंटे तक पूछताछ व जांच पड़ताल के बाद शुक्रवार को महंत के खिलाफ दुष्कर्म सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया। बता दें कि पीड़िता दलित है। इस कारण महंत पर एससी एसटी एक्ट के तहत भी मुकदमा दर्ज हुआ है।
मंदिर में 20 साल से चल रहा है झाड़-फूंक का काम
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सियावल्लभ कुंज के महंत हनुमान दास शादीशुदा और तीन बेटियों का पिता है। नयाघाट के मंदिर में ही उसका परिवार भी रहता है। इस घटना के समय परिवार के लोग मंदिर के दूसरे हिस्से में थे। इस मंदिर में झाड़-फूंक का काम करीब 20 साल से चल रहा है। इस मंदिर के भक्त यूपी सहित देश के कई राज्यों में हैं। मेलों के दौरान इस मंदिर में दो से पांच हजार भक्त आते हैं।