Amroha Latest News: युवक ने बाप बदल कर नौकरी हासिल कर ली जांच में हुआ खुलासा, ईओ ने कर्मचारी को बर्खास्त किया, वेतन वसूली के आदेश

Amroha Latest News: यूपी के अमरोहा जिले में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है जहां एक शख्स ने नौकरी पाने के लिए मर चुके व्यक्ति को अपना बाप बना लिया। और फर्जी प्रमाण पत्र बनवा कर मृतक आश्रित की नौकरी भी हासिल कर ली।

Update: 2022-07-07 16:00 GMT

Amroha Latest News: युवक ने बाप बदल कर नौकरी हासिल कर ली जांच में हुआ खुलासा, ईओ ने कर्मचारी को बर्खास्त किया, वेतन वसूली के आदेश

Amroha Latest News: यूपी के अमरोहा जिले में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है जहां एक शख्स ने नौकरी पाने के लिए मर चुके व्यक्ति को अपना बाप बना लिया। और फर्जी प्रमाण पत्र बनवा कर मृतक आश्रित की नौकरी भी हासिल कर ली। जांच दौरान मामला प्रकाश में आते ईओ ने नौकरी से बर्खास्त कर दिया। पालिका प्रशासन ने वेतन वसूली के आदेश किये है। संपत्ति नीलामी की कार्यवाही शुरू कर दी गई।

अमरोहा जिले के एक शख्स ने मृतक आश्रितों को मिलने वाली नौकरी पाने के लिए ये कदम उठाया। आरोपी ने फर्जी प्रमाण पत्र बनवाए और एक मरे हुए शख्स को अपना पिता बताकर नौकरी हासिल कर ली। जांच के दौरान खुलासा होते आरोपी की नौकरी भी गई और उसको अब तक मिले वेतन की वसूली की जाएगी। आरोपी कर्मी को पालिका प्रशासन ने नौकरी से बर्खास्त कर दिया है। 

इस बारे मे अधिशाषी अधिकारी ने बताया 15 दिनों के अंदर आरोपी से सैलेरी रिकवरी के निर्देश दिए हैं। बताया जा रहा है कि अभिलेखों में हेराफेरी कर कर्मी ने तहसील से फर्जी वारिसान प्रमाण पत्र बनवाकर नौकरी हथियाई थी। तहसीलदार की जांच रिपोर्ट में इसका खुलासा होने पर कार्रवाई की गई है।

जानकारी के मुताबिक शहर के मुहल्ला सराय कोहना निवासी शील कुमार पालिका में कार्यवाहक सफाई नायक के पद पर थे। उनकी 17 नवंबर 2021 में मृत्यु हो गई। उनकी कोई भी संतान नहीं थी। उनकी मौत पर मृतक आश्रितों को नौकरी देने वाले कोटे से उनके परिवार को भी नौकरी मिलने का प्रावधान था। ऐसे में उनके छोटे भाई दुर्वेश कुमार के बेटे विजेंद्र सिंह ने नौकरी हथियाने के चक्कर में फर्जी अभिलेख तैयार कर लिए और तहसील से फर्जी वारिसान प्रमाण पत्र बनवा लिया जिसके लिए हल्का लेखपाल के साथ मिलीभगत की। फर्जी पत्र में आरोपी ने पिता का नाम शील कुमार दिखाया। इसके आधार पर मृतक आश्रित के रूप में नौकरी की दावेदारी कर दी। उसे 24 फरवरी 2022 को मृतक आश्रित के रूप में सफाई कर्मी के पद पर नियुक्त किया गया। वो तभी से नौकरी कर रहा और वेतन ले रहा था।

मामले कि बलदाना गांव के जयपाल सिंह ने एसडीएम सदर से फर्जी वारिसान प्रमाण पत्र जारी करने का आरोप लगाकर जांच कार्रवाई की मांग की। मामले की जांच तहसील को सौंपी गई जांच दौरान और प्रमाण पत्र फर्जी पाया गया। पालिका प्रशासन से इतनी बडी चूक कैसे हुई इसका सही जवाब नहीं है। पालिका प्रशासन अचल संपत्ति से वसूली करने की तैयारी शुरू कर दी है।

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