Ayodhya : महंत परमहंस दास के खिलाफ 50 से ज्यादा साधुओं ने खोला मोर्चा, टेंपल टाउन से बाहर करने की उठी मांग, FIR
Ayodhya News : टेंपल टाउन अयोध्या के महंत राजकुमार सहित 50 से ज्यादा साधुओं ने डीआईजी एपी सिंह से मुलाकात की। इस दौरान साधुओं ने महंत परमहंस दास को टेंपल टाउन यानि अयोध्या से बाहर निकालने की मांग की।
Ayodhya News : धर्मनगरी अयोध्या ( Temple town ) से एक ऐसी खबर सामने आई है जो कम से कम धर्माचार्यों ( Hindutva ) के लिहाज से शुभ नहीं है। अभी तक हम राजनीति और कारोबारियों के अपराधीकरण की बात सुनते आये हैं, लेकिन यह मामला धर्माचार्यों के अपराधीकरण का संकेत देता है। ऐसा इसलिए कि अयोध्या ( Ayodhya ) के 50 से अधिक साधुओं ने अपने ही एक साथी साधु के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। साधुओं की ओर से महंत परमहंस ( Mahant Paramhans Das ) पर आरोप लगाया गया है कि वो धर्मनगरी में जबरन संपत्ति कब्जा करने और अपराध को बढ़ावा दे रहे हैं। उनपर आश्रमों में गुंडो को संरक्षण देने और आश्रमों की संपत्तियों को जबरन हथियाने का भी आरोप लगा है। अयोध्या पुलिस ( Ayodhya Police ) ने मामले की गंभीरता को देखते हुए एफआईआर ( FIR ) दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
परमहंस ने आश्रमों पर जबरन कब्जा को पेशा बनाया
यह मामला दो दिन पहले उस समय प्रकाश में आया जब आरोपी महंत परमहंस दास ( Mahant Paramhans Das ) की शिकायत लेकर अयोध्या पुलिस रेंज के डीआईजी एपी सिंह से साधु राजकुमार सहित 50 से ज्यादा मिले और इस बात की शिकायत उनसे की। साधुओं ने डीआईजी से परमहंस दास के खिलाफ मामला दर्ज करने और उन्हें अयोध्या यानि धर्म नगरी से बाहर का रास्ता दिखाने की मांग की है। साधुओं ने डीआईजी से कहा कि पिछले एक दशक के दौरान महंत परमहंस दास दूसरे साधुओं के आश्रम में रहने की इजाजत लेने के कुछ समय बाद वहां की संपत्ति पर खुद का होने का दावा कर देता है। तपस्वी चावनी के वरिष्ठ सदस्य महंत राजकुमार दास ने शुक्रवार को अयोध्या में संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने हमें तपस्वी चावनी में रहने देने के लिए कहा और बाद में खुद को आश्रम का प्रमुख घोषित कर दिया। यहां पर इस बात का जिक्र करना जरूरी है कि महंत परमहंस दास वही हैं जिन्हें ताजमहल ( Tajmahal ) में ब्रह्मदंड के साथ जबरन घुसने के प्रयास में हिरासत में लिया गया था। उन्हें हिरासत में उस समय लिया गया जब वो ताजमहल में प्रवेश करने और मकबरे के अंदर भगवान शिव की पूजा करने की जिद पर अड़ गए थे।
अयोध्या पुलिस ने बढ़ाई आश्रम की सुरक्षा
महंत राजकुमार दास का कहना है कि हमारा आश्रम एक ट्रस्ट द्वारा चलाया जाता है। अहमदाबाद के जगन्नाथ मंदिर के महंत दिलीप दास को हाल ही में पूर्व प्रमुख महंत सर्वेश्वर दास की मृत्यु के बाद तपस्वी चावनी का प्रमुख नियुक्त किया गया था। हम रविवार को एक कार्यक्रम में दिलीप दास का स्वागत करने की योजना बना रहे हैं लेकिन हमें पता चला है कि परमहंस हम पर हमला करने और आश्रम पर कब्जा करने की साजिश कर रहे हैं। परमहंस के साजिश का खुलासा होने के बाद पुलिस ने आश्रम में सुरक्षा बढ़ा दी है। अधिकारी ने कहा है कि हम आरोपों की जांच कर रहे हैं।
संत नृत्य गोपाल दास को दी थी गाली
दरअसल, महंत सर्वेश्वर ने इस साल फरवरी में परमहंस ( Mahant Paramhans Das ) को तपस्वी चावनी से निकालने का असफल प्रयास किया था। साधु परमहंस से नाराज थे क्योंकि उन्होंने ट्रस्ट की सदस्यता से वंचित होने के बाद श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष नृत्य गोपाल दास को गाली दी थी।
टेंपल टाउन को परमहंस अपराधों से मुक्त कराए प्रशासन
हालांकि, परमहंस दास ( Mahant Paramhans Das ) ने सभी आरोपों का खंडन किया और शुक्रवार को संवाददाताओं से कहा कि हिंदुओं के कल्याण के लिए लड़ता हूं। शायद इसीलिए कुछ लोग मुझे पसंद नहीं करते। मैं हिंदुत्व के लिए अपनी खोज जारी रखूंगा। वहीं हनुमानगढ़ी मंदिर के एक साधु कमल नयन दास ने कहा कि परमहंस असामाजिक तत्वों का एक गिरोह चलाता है। प्रशासन को चाहिए कि वो अयोध्या को परमहंस से मुक्त कराये। कमल दास ने कुछ महीने पहले परमहंस पर नकली साधु होने का आरोप लगाते हुए 40 से अधिक साधुओं द्वारा हस्ताक्षरित शिकायत भी पुलिस में दर्ज कराई थी।
अक्टूबर 2021 में दी थी आत्महत्या की धमकी
इससे पहले विवादित अयोध्या ( Ayodhya ) स्थल पर राम मंदिर के तत्काल निर्माण की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन अनशन शुरू करने के बाद अक्टूबर 2018 में परमहंस ( Mahant Paramhans Das ) को गिरफ्तार किया गया था। उन्हें जनवरी 2021 में घर में नजरबंद कर दिया गया था। जब उन्होंने अयोध्या जिले में मांसाहारी भोजन की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने की मांग करते हुए एक और उपवास शुरू किया। अक्टूबर 2021 में उन्होंने जल समाधि के जरिए आत्महत्या की धमकी दी। साथ ही भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित किया था।