BJP विधायक की उपस्थिति में SDM के कहने पर कवरेज करने गए भारत समाचार के पत्रकार की पिटाई
जनज्वार को मिली जानकारी के मुताबिक पत्रकार आमीन फारुखी को डुमरियागंज डीएम व एसएसपी ने अपने कार्यालय पर बंधक की हालत में रखा हुआ है...
जनज्वार, लखनऊ। उत्तर प्रदेश के डुमरियागंज में प्रशाशन की खुलेआम गुंडई का मामला सामने आया है। यहां पत्रकार अमीन फ़ारूक़ी बेंवा CHC पर न्यूज़ कवर करने गए थे। आरोप है कि इसी दौरान डुमरियागंज एसडीएम त्रिभुवन प्रसाद ने गुंडों द्वारा पत्रकार की मॉब-लिंचिंग कराने की कोशिश की। किसी जिम्मेदार पद पर बैठे अफसर द्वारा अंजाम दी गई यह घटना अपने आप में मुख्यमंत्री योगी और उनके अफसरों की मंशा पर उंगली करती है।
उत्तर प्रदेश सरकार खासकर भाजपा सरकार पर ये आरोप लगते रहे हैं कि यह लोग पत्रकारों को निष्पक्ष पत्रकारिता करने पर लगाम लगा रहे हैं। जिसका जीता जागता सुबूत इस समय डुमरियागंज के पत्रकार अमीन फारुखी बने हैं। अमीन पर निष्पक्ष पत्रकारिता करने का आरोप लगाकर डुमरियागंज शाषन-प्रशासन द्वारा मॉब लिंचिंग करा देने तक के प्रयास का आरोप लग रहा है। और यह सच है तो पूरे तौर पर लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर हमला किया गया है। जो इस भाजपा सरकार में सर्वविदित है।
वहीं पीपुल्स एलाइंस का कहना है कि निष्पक्ष पत्रकारिता करने पर शासन-प्रशासन का रवैया चिंताजनक हो रहा है। डुमरियागंज एसडीएम द्वारा पत्रकार के साथ मॉब लिंचिंग जैसा बर्ताव पत्रकार जगत व लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के लिए भयावह है। पीपुल्स एलाइंस इस प्रकरण में तत्काल उच्चस्तरीय जांच कमेटी बैठाए जाने की मांग करती है और एसडीएम के साथ जितने भी लोग वीडियो में मॉब-लिंचिंग करने का प्रयास कर रहें, इन सभी पर अटेम्प्ट टू मर्डर और भी जितने सुसंगत धाराएं हैं, उस पर उचित कार्यवाही की जाए।
हालिया घटनाक्रम के मुताबिक 'जनज्वार' की फ़ोन पर हुई बात के अनुसार आमीन फारुखी को डुमरियागंज डीएम व एसएसपी ने अपने कार्यालय पर बंधक की हालत में रखा हुआ है। वह जनज्वार से किसी तरह बात करते हुए कहते हैं कि 'पत्रकारों की हालत यह है और यह सिर्फ यूपी वे योगीराज में ही है, बाकी मुझे नहीं पता आज दिन तक इस मुकाबिल सरकार आयी ह।
बताया जा रहा है कि आमीन फारुखी को लॉकडाउन में सच्चाई दिखाना और लिखना भारी पड़ गया। उनके साथ हुई मारपीट का एक वीडियो भी वायरल हुआ है। कहा जा रहा है 'आज न्यूज़ कवर करने गए पत्रकार के साथ कुछ लोगों ने की मारपीट और इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है।'
पत्रकार अमीन फारूकी के साथ यह घटना सीएचसी बेवा में ख़बर कवर करने के दौरान होनी बताई जा रही है। जिसमे कुछ लोगों द्वारा उनसे मारपीट की गई। चौंकाने वाली बात यह कि उस दौरान एसडीएम त्रिभुवन प्रसाद भी वहां मौजूद थे। जिनकी मौजूदगी में मारपीट हुई, जिसका यह वीडियो बताया जा रहा है।
इसके बावजूद पत्रकार अमान फारुखी का आरोप है कि धमकी देने वालों ने जाते समय दोबारा फिर खबर चलाने पर जान से मारने की धमकी दी है। बकौल फारुखी एक खबर के चलने से एसडीएम डुमरियागंज उससे पहले से ही नाराज चल रहे थे। एक व्हाट्सएप्प का स्क्रीनशॉट भी वायरल हुआ है। अमीन फारुखी भारत समाचार के रिपोर्टर हैं।