Kushinagar News: हल्दी की रस्म के दौरान कैसे कुएं में समा गई 23 महिलाएं? 13 लोगों की मौत, जानिए सबकुछ
Kushinagar News: कुशीनगर में शादी की खुशियां कुछ ही पलों में गम तब्दिल हो गईं। कुशीनगर में हल्दी की रस्म में कुआं पूजन के दौरान हुए हादसे में अब तक 13 की मौत हो चुकी हैं। इसमें 9 बच्चियां और 4 महिलाएं हैं।
Kushinagar News: कुशीनगर में शादी की खुशियां कुछ ही पलों में गम तब्दिल हो गईं। कुशीनगर में हल्दी की रस्म में कुआं पूजन के दौरान हुए हादसे में अब तक 13 की मौत हो चुकी हैं। इसमें 9 बच्चियां और 4 महिलाएं हैं। जब हादसा हुआ उसके चंद सेकंड्स पहले तक वहां खुशी का माहौल था। महिलाएं नाच-गा रहीं थीं। नाचते-गाते कुछ महिलाएं कुएं की स्लैब पर चढ़ गई। उनकी देखादेखी कुछ बच्चियां भी चढ़ गईं। कमजोर स्लैब वजन सह नहीं पाई और टूट गई।
जिस घर में शादी थी, वहां के लोगों ने बताया कि बुधवार की रात महिलाएं नाचते-गाते हल्दी की रस्म मटिकोड़वा निभाने के लिए निकलीं। रास्ते में खूब नाच-गाना हुआ। साथ में बच्चियां भी ढोल-मजीरा की घुन पर थिरक रही थीं। हमारे यहां लड़के के घर की महिलाएं शादी की रस्म की तरह मंदिर, कुएं सहित मुख्य स्थानों पर रास्ता बनाने की रस्म अदायगी करती हैं। जिससे बारात लड़की के घर बगैर किसी अवरोध के पहुंचे और वधू बिना किसी मुसीबत के घर आ सके। उन्हें क्या पता था, जिसके लिए वे रास्ता बना रही हैं, उस लड़की को वह कभी देख नहीं पाएंगी। इतना बड़ा हादसा हो जाएगा यह किसी ने सोचा नहीं था।
कैसे हुआ हादसा?
नौरंगिया गांव के स्कूल टोला के रहने वाले परमेश्वर कुशवाहा के बेटे अमित कुशवाहा की शादी है. बुधवार की रात को हल्दी का कार्यक्रम था. ऐसे में घर से कुछ दूरी पर कार्यक्रम चल रहा था. जहां पर कार्यक्रम हो रहा था. वहीं पर कुआं भी था. कुएँ को कुछ दिन पहले स्लैब डालकर बंद किया गया था.
महिलाएं और युवतियां इसी कुएं पर खड़ी थी. अचानक कुएं का स्लैब टूट गया. जिससे महिलाएं और युवतियां उसी कुएं में समा गई. बताया जा रहा है कि कुएं में 23 महिलाएं और युवतियां गिरी थी. लोगों को खबर हुई तो राहत बचाव कार्य करना शुरू किया लेकिन अंधेरा होने और कुएं में पानी भरा होने से परेशानी आ रही थी.
तभी पुलिस को सूचना किसी ने दी लेकिन जब तक पुलिस पहुंचकर राहत कार्य शुरू करती तब तक 13 महिलाओं और युवतियों की मौत हो चुकी थी. कई लोगों का अस्पताल में अभी भी इलाज चल रहा है जिनकी हालत नाजुक बताई जा रही है. सूचना मिलते ही मौके पर डीआईजी,एसएसपी और आलाअधिकारी मौके पर पहुंचे हैं. पीड़ित परिवार को हर संभव मदद देने का अश्वासन दिया गया है. हालांकि इक साथ गांव में इतनी सारी मौते होने से चीख पुकार मची हुई है.
इनके मरने की हो चुकी है पुष्टि
1- पूजा यादव (20) पुत्री बलवंत
2- शशिकला (15) पुत्री मदन
3- आरती (13) पुत्री मदन
4- पूजा चौरसिया (17) पुत्री राम बड़ाई
5- ज्योति चौरसिया(10) राम बड़ाई
6- मीरा (22) पुत्री सुग्रीव
7- ममता (35) पत्नी रमेश
8- शकुंतला(34) पत्नी भोला
9-परी (20) पुत्री राजेश
10- राधिका (20) पुत्री महेश कुशवाहा
11- सुंदरी (9) पुत्री प्रमोद कुशवाहा
एबुंलेस को 87 पर हुआ फोन
लोगों ने 87 बार एबुंलेस को फोन किया। उसके बाद करीब 2 घंटे के बाद एंबुलेंस हादसे वाले स्थान पर पहुंची। उससे पहले पुलिस पहुंच गई थी। पुलिस की जिप्सी में ही घायलों को हॉस्टिल पहुंचाया गया, लेकिन देर होने की वजह से जिंदा नहीं बचाया जा सका। अब जिस घर में शादी होनी थी, वहां पर शव रखे गए हैं। खुशी मातम में बदल गई है।