UP : चोरी की गाड़ियों से चलने वाली देवरिया पुलिस के SOG की गाड़ी ले गए चोर, यूपी से बिहार तक जारी है खोज

गाड़ी चोरी होने के बाद अपना सम्मान बचाने के लिए पुलिस की सभी टीमों को बरामदगी के लिए लगा दिया गया है, पुलिस पूर्वांचल के अन्य जिलों से लेकर बिहार तक के मुखबिरों और अपराधियों से संपर्क साधने में जुट गई है...

Update: 2021-03-31 05:11 GMT

जनज्वार, देवरिया। उत्तर प्रदेश के देवरिया में चोरों ने पुलिस को चुनौती दे डाली है। रविवार रात कोतवाली परिसर में खड़ी एसओजी टीम (स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप) की सरकारी बोलेरो गाड़ी चोर उड़ा ले गए। गाड़ी गायब होने के बाद पहले तो एसओजी टीम ने गुपचुप तरीके से तलाश शुरू की। जब गाड़ी नहीं मिली तो उन्होंने इसकी सूचना पुलिस अधीक्षक को दी। जिसके बाद एसपी के निर्देश पर कोतवाली पुलिस ने अज्ञात वाहन लिफ्टरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर गाड़ी की तलाश शुरू कर दी है।

पुलिस की स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप यानी एसओजी टीम विभाग की रीढ़ मानी जाती है। गंभीर अपराधों के खुलासे में जब पुलिस की अन्य टीमें फेल हो जाती हैं, तब मामले के निस्तारण का जिम्मा एसओजी को ही दिया जाता है। एसओजी टीम ने भी कई गंभीर अपराधों का खुलासा कर पुलिस की साख बचाई है। मगर रविवार 28 मार्च की रात वाहन लिफ्टर एसओजी टीम पर भी भारी पड़ गए।

रविवार 28 मार्च की रात एसओजी टीम के सदस्यों ने सरकारी गाड़ी सदर कोतवाली परिसर स्थित एसओजी कार्यालय के सामने खड़ी की थी। सुबह जब टीम के सदस्य ऑफिस पहुंचे तो गाड़ी वहां से गायब थी। टीम ने पहले अपने स्तर से गाड़ी का पता लगाना शुरू किया। जब गाड़ी नहीं मिली तो टीम प्रभारी घनश्याम सिंह ने इसकी जानकारी पुलिस अधीक्षक डॉ श्रीपति मिश्र को दी। एसपी के निर्देश पर कोतवाली पुलिस ने अज्ञात वाहन लुटेरों के खिलाफ गाड़ी चोरी का मुकदमा दर्ज कर कोतवाली परिसर के अगल बगल स्थित सभी सीसीटीवी कैमरों की जांच शुरू कर दी है। मगर सीसीटीवी कैमरों से पुलिस को कोई खास सुराग नहीं मिल पाया है।

एसओजी टीम की गाड़ी कोतवाली परिसर से चोरी होने के बाद महकमे में हड़कंप मच गया है। इस घटना के बाद एसओजी टीम और पुलिस की सक्रियता पर भी सवाल उठने लगे हैं क्योंकि एसओजी टीम एवं उसकी सरकारी गाड़ी सभी संसाधनों से लैस रहती है। गाड़ी चोरी होने के बाद अपना सम्मान बचाने के लिए पुलिस की सभी टीमों को बरामदगी के लिए लगा दिया गया है। पुलिस पूर्वांचल के अन्य जिलों से लेकर बिहार तक के मुखबिरों और अपराधियों से संपर्क साधने में जुट गई है। 

इससे पहले 22 नवंबर 2020 को जनज्वार ने देवरिया जिले में बोलेरो चोरी की एक खबर छापी थी। जिसमें देवरिया की मझौलीराज नगर पंचायत के बड़ग टोला वार्ड 11 निवासी राजेश यादव पुत्र हीरा यादव की बोलेरो UP52V8551 जो उनके घर के सामने से 5-6 तारीख 2019 की रात चोरी हो गई थी। बाद में यह गाड़ी थाना बनकटा के इंस्पेक्टर द्वारा साल भर से अधिक समय तक चलवाई जा रही पाई गई थी। जनज्वार संवाददाता ने जब इस सिलसिले में इंस्पेक्टर से बात की तो उनने गोलमोल जवाब देते हुए गाड़ी कोतवाली में खड़ी होने की बात कही थी। यहां जांच का विषय यह भी है कि चोरी की गाड़ियां इस्तेमाल करने वाली देवरिया पुलिस ने ही तो एसओजी की गाड़ी तो नहीं चोरी करवा दी?

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इस मसले समाजसेवी चतुरानन ओझा जनज्वार से बात करते हुए कहते हैं कि 'चोर के घर में भी चोरी! जनता का बुलेरो चुरा कर वर्षों तक इस्तेमाल करने वाली पुलिस की बुलेरो भी चोरी हो गई,गजब है हमारा देवरिया और हमारा उत्तर प्रदेश। यदि चोर पुलिस विभाग के लोग हों, तो देवरिया के अधिकारी उनके खिलाफ कार्यवाही नहीं करते बल्कि उनको बचाने में लगे रहते हैं। इसका उदाहरण अनीता यादव की बुलेरो चोरी के घटना के निस्तारण के संदर्भ में देखा जा सकता है। मोबाइल और साइकिल चोरी की घटना पर रोज रोज प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले एसपी देवरिया बोलेरो बरामद होने पर कोई प्रेस कान्फ्रेंस नहीं कर पाते और ना ही घटना की सच्चाई को उजागर करने में कोई दिलचस्पी लेते हैं। उल्टे उसे छुपाने में लगे नजर आते हैं। ऐसे में आप देखेंगे कि इस घटना के लिए जिम्मेदार चोर पुलिस वालों पर कोई कार्यवाही नहीं होगी या हो सकता है किसी निर्दोष को फंसा कर उसे जेल भिजवा दिया जाए।

इस मामले में सीओ सिटी श्रीयश त्रिपाठी ने बताया कि एसओजी की सरकारी गाड़ी चोरी हो गई है। मुकदमा दर्ज करने के बाद पुलिस गाड़ी की बरामदगी में जुट गई है। अज्ञात वाहन लुटेरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। हम जल्द ही किसी नतीजे पर पहुंचेंगे।

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