मुस्लिमों से आखिर इतनी नफरत क्यों करते हैं योगी आदित्यनाथ, कल इतने बड़े त्योहार ईद की तक नहीं दी बधाई
योगी आदित्यनाथ ने कल 14 मई को लगातार तीन ट्वीट किए, जिनमें एक विष्णु भगवान के 6वें अवतार परशुराम के लिए दूसरा ट्वीट अक्षय तृतीया की बधाई और तीसरा ट्वीट महाराजा शंभाजी महाराज जयंती की बधाई का था, मगर कहीं भी नहीं थी ईद की बधाई...
जनज्वार ब्यूरो, लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर सूबे की राजनीति में हमेशा हिंदूवादी कट्टर नेता की छवि का आरोप लगता रहा है। खुद उनके गृहनगर गोरखपुर के मुसलमान भी दबी जुबान इस बात को स्वीकार करते हैं। मठ के महंत व सांसद रह चुके सीएम योगी आदित्यनाथ ने कल इद के दिन अपनी इस कट्टर हिंदूवादी नेता की छवि को बरकरार रखने में कोई कसर नहीं छोड़ी है।
कल इद थी तो परशुराम जयंती सहित और भी एक-आध जयंतियां थीं। राजा का धर्म होता है कि वह अपनी पूरी प्रजा को एक समान नजर से देखे। लेकिन योगी आदित्यनाथ ने ऐसा नहीं किया। योगी आदित्यनाथ ने कल 14 मई को लगातार तीन ट्वीट किए जिनमें एक विष्णु भगवान के छठवें अवतार परशुराम के लिए दूसरा ट्वीट अक्षय तृतिया की बधाई और तीसरा ट्वीट महाराजा शंभाजी महाराज जयंती की बधाई का किया था।
जनज्वार की टीम ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के फेसबुक अकाउंट सहित ट्वीटर व अन्य खातों को चेक किया। पहले हमें लगा था कि कहीं आपदा के इस समय संत हृदय योगी बाबा ने अपनी प्रजा को बधाई देना उचित ना समझा हो लेकिन जांचा तो पाया गया कि मुख्यमंत्री ने मुस्लिमों के बड़े त्योहार ईद को छोड़कर सभी जयंतियों व हिंदू दिवसों की विधिवत बधाई दी थी।
योगी आदित्यनाथ पर समय दर समय धर्म विशेष का विरोधी होने सहित कई आरोप लगते रहे हैं। जिसे योगी ने मुख्यमंत्री बनने के बाद अक्सर झुठलाया है। लेकिन कहते हैं कि दिल की बात कभी तो जुबां पर आती ही है, सो कल आ गई। योगी आदित्यनाथ सूबे के सबसे बड़े पद पर बैठे एक जिम्मेदार मुख्यमंत्री हैं और उनका अपनी ही प्रजा से इस कदर भेदभाव खराब मैसेज देता है।