उत्तराखंड: आदमखोर बाघ ने एक और बच्चे को बनाया अपना शिकार, माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल-खौफ में ग्रामीण

पाली गांव के गोविंद कुमार ने बताया, ''छह बजे बच्चे को बाघ उठा ले गया। बच्चे की तो जान ही ले ली। पहले भी मैने हेल्पलाइन में कॉल की थी लेकिन वहां से भी कोई प्रोटेक्शन नहीं मिला...

Update: 2021-07-20 16:22 GMT

(10 से ज्यादा बच्चों को निवाला बना चुका आदमखोर बाघ लेकिन विधायक, वन विभाग और सरकारी अधिकारी सुस्त)

जनज्वार। उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले के पाली गांव में लोग डर के साये में जीने को मजबूर हैं। दरअसल यहां आज शाम छह बजे आदमखोर बाघ एक और बच्चे को उठा ले गया और बच्चे की मौत हो चुकी है। वहीं वन विभाग के कोई भी अधिकारी अभी तक गांव में नहीं पहुंचे हैं। 

जानकारी के मुताबिक ये घटना गंगोलीहाट तहसील के गांव पाली में हुई है। आदमखोर बाघ ने बच्चे को अपना निवाला बना दिया। घर में मृतक बच्चे के माता-पिता और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। परिवार में वह इकलौता बेटा था। इस घटना के बाद से गांव के लोग खौफ के माहौल में जी रहे हैं। स्थानीय लोगों के मुताबिक आदमखोर बाग अबतक कई लोगों अपना शिकार बना चुका है। 


पाली गांव के गोविंद कुमार ने बताया, ''छह बजे बच्चे को बाघ उठा ले गया। बच्चे की तो जान ही ले ली। पहले भी मैने हेल्पलाइन में कॉल की थी लेकिन वहां से भी कोई प्रोटेक्शन नहीं मिला। न कोई वन विभाग वाले आ रहे हैं न ही कोई पुलिस वाले। बाघ ने गांव में अबतक 11-12 बच्चों को अपना शिकार बना लिया लेकिन कोई सुनवाई नहीं है। हमारी विधायक मीना गंगोला और जिला पंचायत के नेता फोन नहीं उठाते हैं। सरकार का कोई भी आदमी अभी तक नहीं पहुंचा है। ''

'जनज्वार' ने क्षेत्र की विधायक मीना गंगोला से भी संपर्क करने की कोशिश की लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पाया। 

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