मां की पीठ से चिपटी बच्ची को खींच ले गया आदमखोर गुलदार, घर से डेढ़ सौ मीटर दूरी पर मिला क्षत-विक्षत शव : उत्तराखंड में खूंखार गुलदार का आतंक
Pithoragarh news : मां 4 साल की बच्ची को लेकर आंगन से घर के अंदर जाने के लिए दरवाजे पर पहुंची, इसी दौरान घर से बाहर गुलदार ने झपट्टा मारा और बच्ची को उठा ले गया, महिला ने शोर भी मचाया लेकिन तब तक गुलदार अंधेरे में गायब हो चुका था, बाद में बच्ची की क्षत-विक्षत लाश मिल पायी...
Pithoragarh news : उत्तराखंड में पिथौरागढ़ जिले में एक बार फिर एक गुलदार ने मासूम बच्ची को अपना शिकार बना डाला। यह दर्दनाक हादसा उस समय हुआ जब चार साल की यह मासूम बच्ची घर के दरवाजे के पास मां की पीठ से चिपटी हुई थी। अचानक एक गुलदार झपट्टा मारकर इस बालिका को उठाकर ले गया। तलाश करने पर बच्ची का क्षत विक्षत शव घर से करीब डेढ़ सौ मीटर दूर पड़ा मिला। घटना शनिवार देर शाम सवा सात से साढ़े सात बजे के बीच की है। इस घटना के बाद से पूरे गांव में दहशत है। ग्रामीण प्रशासन और वन विभाग से तेंदुए को मारने की मांग कर रहे हैं।
जानकारी के अनुसार पिथौरागढ़ जिले की बेरीनाग तहसील के अंतर्गत चचरेत ग्राम पंचायत के जोग्यूड़ा सुनधारा निवासी पान सिंह महरा की चार साल की बेटी भारती अपनी मां की पीठ पर थी। मां बच्ची को लेकर आंगन से घर के अंदर जाने के लिए दरवाजे पर पहुंची। इसी दौरान घर से बाहर गुलदार ने झपट्टा मारा और बच्ची को उठा ले गया। मां ने अपनी बच्ची को बचाने के लिए शोर भी मचाया, लेकिन तब तक गुलदार अंधेरे में गायब हो चुका था। शोर सुनकर मौके पर इकट्ठा हुए ग्रामीण भी लाठी डंडों से लैस होकर शोर मचाते हुए गुलदार की गई दिशा की तरफ दौड़े तो करीब डेढ़ सौ मीटर की दूरी पर बच्ची का क्षत विक्षत शव मिला।
बाद में ग्रामीणों ने हादसे की सूचना वन विभाग और प्रशासन को दी तो उसके बाद वनकर्मी और राजस्व टीम गांव पहुंची। प्रशासनिक टीम ने बच्ची के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मिली जानकारी के मुताबिक बच्ची का पिता दिल्ली में प्राइवेट नौकरी करता है। उसकी दो बेटियां हैं। भारती छोटी बेटी थी।
ग्रामीणों का कहना है कि गुलदार ने एक सप्ताह पूर्व इसी गांव में दो बछड़े भी मारे थे। गुलदार लंबे समय से इसी क्षेत्र में घूम रहा था।इसी बेरीनाग तहसील में हालिया दिनों में गुलदार के हमले में बच्चे की यह तीसरी मौत है। इससे लगभग डेढ़ वर्ष पूर्व भट्टी गांव में तेंदुए ने नौ वर्षीय बालिका और लगभग चार साल पूर्व जाख रावत में पांच साल के एक बच्चे को भी अपना निवाला बना लिया था।