Uttarakhand News : BJP अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के खिलाफ कांग्रेस की तहरीर, हर घर तिरंगे को लेकर दिए बयान पर मचा बवाल
Uttarakhand News : घर पर तिरंगा न लगाने वालों को विश्वास योग्य न मानने संबंधी भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के बयान पर कांग्रेस ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है...
Uttarakhand News : घर पर तिरंगा न लगाने वालों को विश्वास योग्य न मानने संबंधी भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के बयान पर कांग्रेस ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस के वरिष्ठ कार्यकर्ता अधिवक्ता देवेंद्र राणा ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के खिलाफ धारा चौकी में तहरीर दी है। उन्होंने महेंद्र भट्ट पर तिरंगे को लेकर दिए बयान पर आपत्ति जताई है और कार्रवाई की मांग की है।
हर घर तिरंगा अभियान पर महेंद्र भट्ट ने दिया था ये बयान
अपने बयान से पलटते हुए भट्टा का कहना है कि राष्ट्रीय ध्वज नहीं फहराने वाले मकानों के तस्वीरों की उनकी मांग आम जनता के लिए नहीं बल्कि केवल पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए है। गौरतलब है कि हल्द्वानी में एक कार्यक्रम में महेंद्र भट्ट ने कहा था कि 'जिस घर में तिरंगा नहीं लगेगा, हम उसे कभी विश्वास की नजर से नहीं देख पाएंगे। मुझे उस घर का फोटो चाहिए, जिस घर पर तिरंगा न लगा हो।'
महेंद्र भट्ट के बयान पर विपक्ष ने बोला हमला
महेंद्र भट्ट के बयान के बाद पूर्व सीएम हरीश रावत, प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा, पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल और पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने भट्ट को कठघरे में करते हुए तीखा हमला बोला है। पूर्व सीएम हरीश ने कहा कि भाजपा के नये अध्यक्ष बहुत विनम्र व्यक्ति हैं। मगर उनका बयान बहुत दु:ख पहुंचा गया।
किसी की देश भक्ति का पैमाना नापने वाली भाजपा कौन होती है? और यदि तिरंगा झंडा घर पर फहराना ही राष्ट्रभक्ति कहलाती है तो फिर उनके निकटवर्ती तो कई ऐसे लोग रहे हैं, ऐसे संगठन रहे हैं जिनका हम भी आदर करते हैं, जिन्होंने तिरंगे को नहीं फहराया जबकि कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि भाजपा अध्यक्ष महेश भट्ट पर सवाल उठाते हुए कहा कि उन्होंने बिलकुल सही कहा है। क्योंकि यही वो लोग हैं, जिन्होंने 51-52 साल तक अपने संघ कार्यालय पर झंडा नहीं फहराया। पूर्व अध्यक्ष गणेश गाेदियाल ने कहा कि गोदियाल ने भी भट्ट को घेरते हुए कहा कि भट्ट का बयान बेहद अपरिपक्व है। एक राष्ट्रीय पार्टी के अध्यक्ष को सोचसमझ कर बयान देना चाहिए। आज पहाड़ में तमाम लोग अपने घरों पर झंडा नहीं लगा पाए हैं।