Varun Gandhi News : वरुण गांधी हुए भाजपा पर हमलावर, सेना और अर्धसैनिक बलों में भर्ती के मुद्दे पर सरकार को घेरा
Varun Gandhi News : पीलीभीत से भारतीय जनता पार्टी के सांसद वरुण गांधी लगातार केंद्र सरकार की नीतियों तथा कार्यों पर सवाल उठा रहे हैं, वरुण गांधी ने अब सेना तथा अर्धसैनिक बलों में भर्ती ना होने के मामले को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोला है...
Varun Gandhi News : पीलीभीत से भारतीय जनता पार्टी के सांसद वरुण गांधी लगातार केंद्र सरकार की नीतियों तथा कार्यों पर सवाल उठा रहे हैं। कृषि कानून लागू होने और वापस होने तक किसानों को लेकर लगातार मुखर रहने वाले वरुण गांधी और युवाओं के रोजगार को लेकर बेहद चिंतित हैं। इसी कड़ी में भाजपा सांसद वरुण गांधी ने आज शुक्रवार को सरकार के सेना और अर्धसैनिक बलों में भर्ती प्रक्रिया ना प्रारंभ करने के मामले पर तंज कसा है। बता दें कि वरुण गांधी ने इसको लेकर एक ट्वीट भी किया है। इससे पहले भी वरुण गांधी कई समाचार पत्रों में सरकार की नीतियों के खिलाफ लेख भी लिख चुके हैं।
वरुण गांधी ने ट्वीट कर कसा तंज
बता दें कि वरुण गांधी ने अब सेना तथा अर्धसैनिक बलों में भर्ती ना होने के मामले को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोला है। वरुण गांधी ने ट्वीट कर कहा है कि 'सेना और अर्धसैनिक बलों में भर्ती न आने के कारण पावों में छाले लिए 3 सालों से दौड़ रहे युवा हताश हैं। बढ़ती उम्र के कारण अयोग्य हो रहे इन युवाओं को आर्थिक तंगी अवसादग्रस्त बना रही है। 'राष्ट्रसेवा' का संकल्प लेने वाले इन युवाओं की आवाज 'राष्ट्रवादी सरकार' तक पहुंचनी चाहिए।
वरुण गांधी को स्टार प्रचारकों की सूची से हटा दिया गया
बता दें कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में पीलीभीत में चौथे चरण के मतदान के दौरान 23 फरवरी को भी किनारा करने वाले वरुण गांधी के कारण पार्टी को काफी असहज स्थिति का सामना करना पड़ा है। यह पूरा क्षेत्र सिख बहुल है। बता दें कि वरुण गांधी और उनकी मां मेनका गांधी की इस क्षेत्र में जोरदार पैठ है और दोनों ही यहां से भारी मतों के अंतर से जीते थे। मेनका गांधी को वर्ष 2014 और वरुण गांधी को 2019 के लोकसभा चुनाव में पांच-पांच लाख से अधिक वोट मिले थे। बता दें कि भाजपा ने किसान आंदोलन से जुड़े सवाल उठाने के बाद वरुण गांधी को स्टार प्रचारकों की सूची से हटा दिया था। भाजपा ने 2017 में पीलीभीत की सभी पांच सीटों पर जीत हासिल की थी। सपा ने 2012 में पांच में से चार सीटों पर कब्जा कर लिया था जबकि भाजपा केवल एक ही सीट जीत सकी थी।