कंगना ने कहा 2014 में मिली भारत को असली आज़ादी तो वरुण गांधी ने कहा - पगला गई हैं क्या?
भारतीय जनता पार्टी के सांसद वरुण गांधी ने कंगना रनौत के 1947 की आजादी को भीख बताए जाने वाले बयान की सख्त आलोचना की।
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के सांसद वरुण गांधी ( Varun Gandhi ) ने कंगना रनौत ( Kangana Ranaut ) के 1947 की आजादी को भीख बताए जाने वाले बयान की सख्त आलोचना की है। उन्होंने कंगना के ट्विट पर पलटवार करते हुए कहा कि कि कभी महात्मा गांधी ( Mahatma Gandhi ) जी के त्याग और तपस्या का अपमान, कभी उनके हत्यारे का सम्मान और अब शहीद मंगल पांडेय से लेकर रानी लक्ष्मीबाई, भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद, नेताजी सुभाष चंद्र बोस और लाखों स्वतंत्रता सेनानियों की कुर्बानियों का तिरस्कार। इस सोच को मैं पागलपन कहूें या फिर देशद्रोह?
कभी महात्मा गांधी जी के त्याग और तपस्या का अपमान, कभी उनके हत्यारे का सम्मान, और अब शहीद मंगल पाण्डेय से लेकर रानी लक्ष्मीबाई, भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद, नेताजी सुभाष चंद्र बोस और लाखों स्वतंत्रता सेनानियों की कुर्बानियों का तिरस्कार।
— Varun Gandhi (@varungandhi80) November 11, 2021
इस सोच को मैं पागलपन कहूँ या फिर देशद्रोह? pic.twitter.com/Gxb3xXMi2Z
दरअसल, बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत ने टाइम्स नाउ के कार्यक्रम में कहा था कि 1947 में मिली आजादी, आजादी नहीं बल्कि भीख थी। कंगना इतने पर ही नहीं रुकीं, उन्होंने आगे कहा कि जो आजादी मिली है वह 2014 में मिली है।
सोशल मीडिया पर ट्रोल हुई कंगना
अपने इस ट्विट को लेकर एक बार फिर कंगना रनौत सोशल मीडिया पर काफी किरकिरी हो रही है। ट्विटर यूजर्स ने कहा कि कंगना हजारों कुर्बानियों को भीख बता रही हैं। कई लोगों ने यूपीए शासन काल के दौरान उन्हें नेशनल अवॉर्ड को स्वीकार किए जाने पर भी सवाल खड़े किए थे।
एक ट्विटर यूजर ने झांसी की रानी कहा
यूजर का कहना था कि यदि वह आजादी भीख थी तो आपने वह नेशनल अवॉर्ड क्यों लिया। एक यूजर ने उन्हें झांसे की रानी का भी खिताब दिया। वहीं, एक अन्य यूजर ने लिखा कि कंगना खुद लकड़ी के घोड़े पर सवार होकर प्लास्टिक की तलवार लेकर वीरांगना बनती हैं।
1947 में आजादी नहीं भीख मिली थी
नियमित रूप से अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहने वाली बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत ने एक बार फिर विवादित स्टेटमेंट दे दिया है। इस बार उन्होंने देश की आजादी को ही भीख करार दिया। अभिनेत्री के मुताबिक 1947 में भारत को जो आजादी मिली थी वह भीख में मिली थी। असली आजादी तो 2014 में मिली। अभिनेत्री के इस बयान की चारों तरफ आलोचना हो रही है। सोशल मीडिया पर लोग कंगना को ट्रॉल कर रहें हैं।
कगंना रनौत ( Kangana Ranaut ) टाइम्स नाऊ के 2021 समिट में हिस्सा लेने पहुंची थी। टाइम्स नाऊ की पत्रकार नविका कुमार से बातचीत के दौरान कंगना ने कहा कि, "आजादी अगर भीख में मिले, तो क्या वो आजादी हो सकती है?" कंगना ने कहा- "1947 में मिली आज़ादी भीख थी, असली आज़ादी 2014 में मिली।"
स्वरा ने तालियां बजाने वालों को बताया वेबकूफ
स्वरा ने ट्वीट कर ली चुटकी कंगना रनौत के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर लोग अभिनेत्री को बुरा भला कहने लगे। इसी कड़ी में एक्ट्रेस स्वरा भास्कर ने भी एक ट्वीट कर कंगना के बयान पर चुटकी ली है। स्वरा ने कंगना के इस बयान वाला वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा कि, "कौन हैं वो बेवकूफ लोग जिन्होंने इस बात को सुन कर तालियां बजाना शुरू कर दिया। मैं जानना चाहती हूं।"(Who are the idiots who are clapping is what I want to know...)
Who are the idiots who are clapping is what I want to know.. https://t.co/LRhbGjHsxF
— Swara Bhasker (@ReallySwara) November 10, 2021