पलवल में कर्पूरी ठाकुर का बोर्ड उखाड़ने का वीडियो वायरल, चंद्रशेखर आजाद बोले 'पिछड़े-दलित समाज के महापुरुषों के सम्मान से चिढ़ते हैं...'
चंद्रशेखर आजाद ने दी चेतावनी, अगर दोषियों पर तुरंत कार्रवाई नहीं हुई, तो इसे बहुजन समाज पर हमला माना जाएगा और लोकतांत्रिक तरीके से निर्णायक आंदोलन खड़ा किया जाएगा, कर्पूरी ठाकुर जी अमर थे, अमर हैं, और अमर रहेंगे...;

Palwal news : सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें भीड़ भारतरत्न कर्पूरी ठाकुर के बोर्ड को उखाड़कर फेंक रही है। यह वीडियो हरियाणा के पलवल का बताया जा रहा है। इस वीडियो को शेयर करते हुए आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के अध्यक्ष और नगीना से दलित सांसद चंद्रशेखर आजाद ने कड़ा विरोध दर्ज किया है।
बोर्ड उखाड़ने का वीडियो शेयर करते हुए चंद्रशेखर लिखते हैं, 'हरियाणा के जिला पलवल में भारत रत्न जननायक कर्पूरी ठाकुर जी के बोर्ड को उखाड़ फेंकने की घटना न सिर्फ निंदनीय, बल्कि सामाजिक न्याय के खिलाफ सोची-समझी साजिश है। यह घटना उन जातिवादी मानसिकताओं की पोल खोलती है जो आज भी पिछड़े, दलित और वंचित समाज के महापुरुषों के सम्मान से चिढ़ती हैं, लेकिन वे यह भूल रहे हैं कि कर्पूरी ठाकुर सिर्फ एक नाम नहीं, बल्कि सामाजिक क्रांति और हक-हकूक की ज्वलंत मशाल हैं, जिसे कोई मिटा नहीं सकता!'
चंद्रशेखर आगे कहते हैं, 'यह हमला उस विचारधारा पर है जिसने पिछड़ों, दलितों और गरीबों को उनका हक दिलाया। यह घटना दर्शाती है कि जातिवादी शक्तियां आज भी समतामूलक समाज से डरती हैं और कर्पूरी ठाकुर जैसे महापुरुषों के प्रतीकों को मिटाकर बहुजन चेतना को कमजोर करना चाहती हैं।
चंद्रशेखर आजाद लिखते हैं, 'मैं हरियाणा सरकार से माँग करता हूँ कि
—दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए।
—वहीं पर दोबारा कर्पूरी ठाकुर जी का सम्मानजनक बोर्ड लगाया जाए और उसकी सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
—ऐसे तत्वों के खिलाफ सख्त संदेश देने के लिए सरकार व प्रशासन सार्वजनिक रूप से इस घटना की निंदा करें।
वह आगे लिखते हैं, 'मैं चेतावनी देता हूं कि अगर दोषियों पर तुरंत कार्रवाई नहीं हुई, तो इसे बहुजन समाज पर हमला माना जाएगा और लोकतांत्रिक तरीके से निर्णायक आंदोलन खड़ा किया जाएगा। कर्पूरी ठाकुर जी अमर थे, अमर हैं, और अमर रहेंगे! उनकी विचारधारा को कोई ताकत नहीं मिटा सकती!'