बिहार : ड्राई स्टेट में जाम छलकाते BJP जिलाध्यक्ष का वीडियो वायरल, जिलाध्यक्ष की सफाई-एडिटेड है वीडियो

जो वीडियो वायरल हुआ है उसमें जिलाध्यक्ष सियाराम साह के साथ दो औऱ लोग बैठे हुए हैं और जाम छलका रहे हैं...

Update: 2021-07-19 05:21 GMT

भाजपा जिलाध्यक्ष सियाराम का जाम छलकाते और सिगरेट की कस लगाते यह वीडियो हो रहा है वायरल

जनज्वार ब्यूरो, बिहार। बिहार में दावा किया जाता है कि यहां सुशासन का राज है। यह एक ड्राई स्टेट है और यहां शराबबंदी पूर्ण रूप से लागू है। हालांकि इस दावे पर अक्सर सवालिया निशान लगते रहे हैं। ड्राई स्टेट के बेतिया में अभी कुछ दिन पहले जहरीली शराब कांड में हुई मौतों की तपिश ठंडी भी नहीं हुई थी कि राज्य के मधुबनी जिले के झंझारपुर के बीजेपी जिलाध्यक्ष सियाराम साह का कथित रूप से जाम छलकाते हुए वीडियो वायरल हो गया है।

हालांकि झंझारपुर के बीजेपी जिलाध्यक्ष, जिनका वीडियो बताकर इसे वायरल किया गया है, उनका कहना है कि वीडियो की एडिटिंग की गई है। उधर पुलिस का कहना है कि वायरल वीडियो की जांच की जा रही है। जनज्वार इस वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता।

वायरल वीडियो मधुबनी जिले का बताया जा रहा है। मधुबनी जिले को बीजेपी ने संगठन के ख्याल से दो सांगठनिक जिले में बांट रखा है। एक मधुबनी औऱ दूसरा झंझारपुर। जाम छलकाते हुए वायरल वीडियो के बारे में कहा जा रहा है कि यह बीजेपी के झंझारपुर जिला अध्यक्ष सियाराम साह का है।

वायरल वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि कमरे में शराब की बोतल है, सिगरेट के कश लग रहे हैं औऱ नमकीन के चखने के साथ एक व्यक्ति कुछ पी रहा है। इसी व्यक्ति को बीजेपी का जिलाध्यक्ष सियाराम साह बताया जा रहा है। वैसे वीडियो का बैकग्राउंड के बारे में कहा जा रहा है कि यह वीडियो बीजेपी के जिला कार्यालय की है। 

जो वीडियो वायरल हुआ है उसमें जिलाध्यक्ष सियाराम साह के साथ दो औऱ लोग बैठे हुए हैं और जाम छलका रहे हैं। वैसे कथित जिलाध्यक्ष के साथ जाम की पार्टी कर रहे लोगों का चेहरा वीडियो में स्पष्ट रूप से नहीं दिख रहा है, लेकिन बीजेपी के जिलाध्यक्ष बताए जाने वाले का चेहरा स्पष्ट दिख रहा है।

गौरतलब है कि बिहार के मधुबनी जिले के झंझारपुर में अनुमंडल अस्पताल के पास बीजेपी का जिला कार्यालय है। उधर झंझारपुर बीजेपी के जिलाध्यक्ष सियाराम साह ने इसे अपने खिलाफ षडंयंत्र करार दे दिया है। सियाराम साह ने कहा कि उनके विरोधी उन्हें फंसाने की चाल चल रहे हैं। यह वीडियो किसी औऱ आदमी का है, जिसके चेहरे को हटा कर उनका चेहरा फिट कर दिया गया है। उनका दावा है कि वायरल वीडियो एडिटिंग का कारनामा है और उन्होंने जिंदगी में कभी शराब को हाथ नहीं लगाया।

वहीं झंझारपुर के एसडीपीओ ने मीडिया को बताया कि इस वायरल वीडियो की जांच के आदेश दे दिये गये हैं। झंझारपुर के थानेदार को वीडियो की सत्यता की जांच के साथ साथ ये भी पता लगाने को कहा गया है कि वीडियो में जिनका चेहरा नहीं दिख रहा है वे कौन हैं, उनकी पहचान की जाये। ये वीडियो बीजेपी के जिला कार्यालय का है या नहीं इसकी भी जांच की जाये।

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