Violence in Kanpur : देश के राष्ट्रपति, PM और UP CM सभी कानपुर में; उसके बाद भी शहर में भड़की हिंसा, फायरिंग और बमबाजी से बढ़ा तनाव

Violence in Kanpur : सवाल इसलिए भी उठ रहा है कि प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के आने का कार्यक्रम पहले से तय था तो आज ही के दिन बंद का आह्वान क्यों किया गया? कई मस्जिदों में भड़काऊ तकरीरों की भी सूचना है...

Update: 2022-06-03 11:38 GMT

कानपुर हिंसा अपडेट्स : कानपुर हिंसा में बड़ा खुलासा, पीएफआई से जुड़े हैं मास्टरमाइंड जफर हयात के तार, तलाश में छापेमारी जारी

Violence in Kanpur : कानपुर देहात के गांव परौंख में जब राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक मंच पर मौजूद थे। यहां से बस कुछ कुछ ही किलोमीटर दूरी पर शहर हिंसा का गवाह बन गया। इस दौरान जमकर पत्थरबाजी, बमबाजी और लाठीचार्ज होने की खबरें आ रही है। खबरों के मुताबिक सड़कें रणक्षेत्र में बदल गईं थीं। हालांकि कानपुर के कमिश्ननर ने अब बयान दिया है कि हालात पर काबू पा लिया गया है और फिलहाल स्थिति सामान्य है। आपको बता दें कि यह बवाल कथित तौर पर भाजपा नेता नुपुर शर्मा के मोहम्मद साहब पर की गयी एक विवादास्पद टिप्पणी के बाद बुलाए गए बंद के दौरान शुरू हुआ था।

बंद के दौरान मुस्लिम बहुल इलाकों में था तनाव

नुपुर शर्मा की ओर से पैगंबर मोहम्मद साहब को लेकर दिए गए कथित बयान को लेकर मुस्लिम बहुल इलाकों में कारोबार पूरी तरह बंद रहा। जोहर फैंस एसोसिएशन और अन्य मुस्लिम तंजीमों ने शुक्रवार को मुस्लिम समुदाय से कारोबार बंद रखने की अपील की थी। इसका व्यापक असर देखने को मिला। सुबह से ही चमनगंज, बेगनगंज, तलाक महल, कर्नलगंज, हीरामन पुरवा, दलेल पुरवा, मेस्टन रोड, बाबू पुरवा, रावतपुर व जाजमऊ में कहीं आंशिक तो कहीं पूर्ण बंदी दिखाई दी।

अनुमति के बावजूद सड़कों पर निकला जुलूस, कहां से आए पत्थर?

पुलिस सुरक्षा के बीच जुमे की नमाज अदा की गई। बताया जा रहा है कि जुमे की नमाज के दौरान ज्यादातर मस्जिदों में हुई तकरीरों में कहा गया कि वे मोहम्मद साहब पर की गई किसी भी अमर्यादित टिप्पणी को बर्दाश्त नहीं करेंगे। पुलिस ने किसी भी क्षेत्र में लोगों को नमाज के बाद प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी थी। इसके बावजदू बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर निकल आए। सवाल यह भी है कि शहर में सड़कों पर इतनी संख्या में पत्थर कहां से आ गए? पेट्रोल बम चलने की भी सूचना है।

पुलिस ने लोगों को नियंत्रित करने के लिए कई राउंड फायर किया। लाठीचार्ज किया गया। लोगों को गलियों में खदेड़ दिया गया है। फिर भी लोग रुक-रुककर पथराव कर रहे हैं। पुलिस ने पूरे एरिया की घेराबंदी कर दी है। संदेह के आधार पर कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया गया है। फिलहाल कानपुर में तनाव का माहौल बना हुआ है। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए करीब 12 थानों का फोर्स मौके पर पहुंच गया। बजरंग दल के नेता प्रकाश शर्मा और विहिप नेता मौके भी पहुंचे है। हालांकि, उन्हें पुलिस ने तनाव वाले एरिया से पहले ही रोका है। डीएम नेहा शर्मा भी मौके पर पहुंची हैं।

खबरों के मुताबिक, बवाल करने वालों को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है। ताकि, मुख्य साजिशकर्ताओं की तक पहुंचा जा सके। वहीं, सीसीटीवी की मदद से पथराव करने वालों की पहचान की जा रही है। बवाल करने वालों को नियंत्रित करने के लिए आरएएफ तैनात की गई है।

कांग्रेस ने कानपुर में हुए इस बवाल को लेकर सरकार पर निशाना साधा। कांग्रेस ने ट्विटर पर लिखा, 'भाजपा ने भीड़तंत्र के रूप में जो भस्मासुर पाले हैं, अब वे रंग दिखा रहे हैं। कितनी गंभीर बात है कि देश के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री सभी कानपुर में हैं, उसके बाद भी वहां हिंसा भड़क गई। यूपी में कानून का राज खत्म हो चुका है। आम जनता से अपील है कि कृपया शांति बनाएं रखें।'

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