West Bangal News : पांव में चोट के बाद भी माल नदी में बाढ़ के बीच 10 लोगों को मौत के मुँह से खींच लाए मुहम्मद माणिक, हो रही तारीफ
रोहिणी अधिकारी का कहना है कि उन्हें लग रहा है कि दुबारा जिंदगी मिली है वह बह रही थीं, लेकिन माणिक ने भगवान बनकर उनकी रक्षा की। वह उन्हें पांव में चोट होने के बावजूद पानी से बाहर खींच लाए। इतना ही नहीं उन्होने कुल 10 लोगों को मौत के मुंह में जाने से बचाया...
West Bangal News : उत्तर बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले की माल नदी में बीते बुधवार रात अचानक आई बाढ़ के कारण मूर्ति विसर्जन के लिए गए कम से कम 8 लोगों की डूबने से मौत की खबर है। बताया जा रहा है कि देवी दुर्गा की मूर्तियों के विसर्जन के लिए नदी के किनारे भारी संख्या में लोग जमा हो गए थे। जिसमें एक बच्चे सहित 8 लोगों की मौत हुई है और 13 अन्य घायल हो गए हैं। जबकि 50 से अधिक लोगों को बचाया गया है। जलपाईगुड़ी के लोकल निवासी माणिक ने खुद पैर में चोट होने के बावजूद दस लोगों को बचाया है। जिसके बाद आज लोग माणिक की तारीफ कर रहे हैं।
बाढ़ का शिकार हुई बंगाल निवासी रोहिणी अधिकारी का कहना है कि उन्हें लग रहा है कि दुबारा जिंदगी मिली है वह बह रही थीं, लेकिन माणिक ने भगवान बनकर उनकी रक्षा की। वह उन्हें पांव में चोट होने के बावजूद पानी से बाहर खींच लाए। इतना ही नहीं उन्होने कुल 10 लोगों को मौत के मुंह में जाने से बचाया। रोहिणी की मां सुनीता अधिकारी भी माणिक द्वारा बचाये गये लोगों में शामिल हैं। जिले की जिला मजिस्ट्रेट मौमिता गोदारा बसु का कहना है कि 'किसी के लापता होने की अभी तक कोई सूचना नहीं है। डाउनस्ट्रीम में अभी भी तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।
रियल हीरो बना मुहम्मद माणिक?
जलपाईगुड़ी निवासी मोहम्मद माणिक जिन्होने ने माल नदी में कूदकर 10 लोगों की जान बचाई। बुधवार को वह मेले में मूर्ति कढ़ाई का कार्यक्रम देखने गये थे। इसी दौरान आई बाढ़ में माणिक ने लोगों को डूबते देखा। उनके पांव में चोट होने के बावजूद माणिक 10 लोगों को पानी के तेज बहाव से बाहर खींच लाए। माणिक एक अच्छे तैराक भी बताये जाते हैं। स्थानीय लोगों ने माणिक की बहादुरी की प्रशंसा की।
ममता बनर्जी ने किया मुआवजे का एलान
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मुआवजे का एलान किया है। जिस मुताबिक माल नदी के बहाव में मरे लोगों के परिजनों को राज्य सरकार की तरफ से दो-दो लाख रूपये व सभी घायलों को 50-50 हजार रूपये की सहायता राशि प्रदान की जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बी हादसे को लेकर खेद प्रकट किया है।
भारी बारिश के कारण नदी में आई बाढ़
बता दें कि यह घटना माल बाजार में रात करीब 9:30 बजे घटी है। अधिकांश नदियों की तरह माल नदी में भी हिमालय की तलहटी में भारी बारिश होने पर बाढ़ आ जाती है। जिस समय यह हादसा हुआ उस वक्त कलिंपोंग पहाड़ियों में भारी बारिश हो रही थी। भक्तों को नदी की ऊपरी धारा में जल स्तर में वृद्धि के बारे में पता नहीं था।
6 इंच से पानी का स्तर 3.5 फुट पर पहुंचा
अधिकारियों का कहना है कि बड़ी संख्या में लोग नदी तट पर जमा हो गए थे। अचानक आई बाढ़ के कारण कुछ सेकेंड में ही पानी का स्तर 6 इंच से बढ़कर 3.5 फुट हो गया। सभी पीड़ितों की पहचान कर ली गई है। बाढ़ के पानी में कई वाहन बह गए, जिनमें मूर्तियों को ले जाया गया था। कई घरों को भी नुकसान पहुंचा है।
प्रशासन देता चेतावनी तो टल सकती थी दुर्घटना
वहीं एक स्थाई निवासी राजेंद्र मुर्मू का कहना है कि 'अगर प्रशासन की ओर से पहाड़ियों में भारी बारिश और जल स्तर में वृद्धि की संभावना के बारे में चेतावनी दी गई होती तो दुर्घटना टल सकती थी।'