कौन है बाहुबली बृजेश सिंह जिसके खिलाफ BJP ने नहीं उतारा प्रत्याशी? बुलडोजर का भी मिला है आशीर्वाद...

जेल में बंद माफिया बृजेश सिंह की छवि बाहुबली की है। उन पर कई मुकदमे चल रहे हैं। पुलिस ने उन्हें 2008 में ओडिशा से गिरफ्तार किया था। उसके बाद उन्हें उत्तर प्रदेश लाया गया...

Update: 2022-03-20 10:09 GMT

UP MLC Election: यूपी चुनाव में मिली जीत से गदगद भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने शनिवार 19 मार्च को विधान परिषद चुनाव के लिए अपने 30 उम्मीदवारों के नाम घोषित कर दिए। प्रदेश में इस समय विधान परिषद की 36 सीटों के लिए चुनाव हो रहे हैं। जिनके नामांकन की प्रक्रिया 15 मार्च से चल रही है।

MLC चुनाव के नामांकन की अंतिम तारीख 21 मार्च है। लेकिन बीजेपी ने अभी तक 6 सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नाम की घोषणा नहीं की है। इनमें वाराणसी सीट भी शामिल है। माफिया की छवि रखने वाले बृजेश सिंह (Brajesh Singh) वहां के निवर्तमान एमएलसी हैं।

यूपी विधान परिषद की ये 36 सीटें स्थानीय निकाय कोटे की हैं। बीजेपी ने 2016 के चुनाव में भी वाराणसी सीट पर अपना उम्मीदवार नहीं उतारा था। जिसके चलते बृजेश सिंह की जीत आसान हो गई थी। इस बार के चुनाव में वाराणसी सीट पर सपा ने उमेश कुमार यादव को उम्मीदवार बनाया है। वो 21 मार्च को नामांकन दाखिल करेंगे।

समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के उम्मीदवार उमेश चिरईगांव ब्लॉक के रैमला गांव के रहने वाले हैं। इस समय वो सपा में बूथ प्रभारी स्तर के नेता हैं। वहीं लोकदल ने जयराम पांडेय को मैदान में उतारा है।

बताया जा रहा कि माफिया बृजेश सिंह ने 16 मार्च को ही अपना नामांकन दाखिल कर दिया था। उनकी ओर से दो सेट में पर्चा दाखिल किया गया है। पर्चा दाखिल करने उनकी पत्नी अन्नपूर्णा सिंह अपने समर्थकों के साथ गई थीं।

2016 का चुनावी गणित

वाराणसी सीट पर 2016 में सपा की मीना सिंह और निर्दलीय उम्मीदवार बृजेश सिंह के बीच कांटे की टक्कर थी। इसके बाद भी बृजेश सिंह ने मीना सिंह को 1 हजार 954 वोटों से मात दे दी थी। उस समय बृजेश सिंह को 3 हजार 38 और मीना को 1 हजार 84 वोट मिले थे। लग रहा है कि बीजेपी एक बार फिर बृजेश सिंह को वाकओवर देने के मूड में है।

कौन हैं माफिया बृजेश सिंह?

जेल में बंद माफिया बृजेश सिंह की छवि बाहुबली की है। उन पर कई मुकदमे चल रहे हैं। पुलिस ने उन्हें 2008 में ओडिशा से गिरफ्तार किया था। उसके बाद उन्हें उत्तर प्रदेश लाया गया। अभी वो वाराणसी सेंट्रल जेल में बंद हैं। उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार ने माफियाओं पर कड़ी कार्रवाई की है। लेकिन बृजेश सिंह के खिलाफ बुलडोजर शांत रहा।  

बल्कि बृजेश सिंह के विरोधी रहे मुख्तार अंसारी की कई संपत्तियां जब्त की गीं। बुलडोजर से जमींदोज कर दी गीं। खबरों के मुताबिक योगी आदित्यनाथ सरकार ने बृजेश सिंह के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है। हाल में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में भी इसी आधार पर योगी आदित्यनाथ की सरकार की ओर से माफियाओं पर की गई कार्रवाई पर सवाल उठाए गए थे। 

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