कौन हैं बजरंग मुनि जिन्होंने ICJ में पत्र लिख मक्का-मदीना में शिव मंदिर होने का किया दावा, जांच की मांग की

International Court तक पहुंचा मंदिर-मस्जिद विवाद। बजरंग मुनि ने चिट्ठी लिख मक्का मदीना पर उठाए सवाल।

Update: 2022-05-22 02:06 GMT

कौन हैं बजरंग मुनि जिन्होंने ICJ में पत्र लिख मक्का-मदीना में शिव मंदिर होने का किया दावा, जांच की मांग की

नई दिल्ली। देशभर में मंदिर- मस्जिद विवाद को लेकर राजनीति चरम पर है। खासकर ज्ञानवापी मस्जिद ( Gyanvapi Masjid Controversy )  , मथुरा और ताजमहल पर छिड़े विवाद के बीच कई इस्लामिक इमारतों के नीचे मंदिर होने का दावा किया जा रहा है। ऐसे में मुस्लिम शासकों की बनवाई हुई प्रसिद्ध इमारतों की जांच और खुदाई की मांग की जा रही है। यह विवाद देश से निकलकर इंटरनेशनल कोर्ट तक तक पहुंच गया है। महंत बजरंग मुनि ( Bajrang Muni ) ने इंटरनेशनल कोर्ट (  ICJ ) को एक चिट्ठी लिखकर मक्का-मदीना ( Mecca Medina)  में भी शिव मंदिर होने का दावा किया है। साथ ही इसकी जांच की मांग की है।

विशेष समुदाय के महिलाओं को दी थी रेप की धमकी

बजरंग मुनि ( Bajrang Muni ) ने अंतरराष्ट्रीय न्यायालय ( international court of Justice )  को लिखे पत्र में कहा है कि मक्का-मदीना की जांच होनी चाहिए। वहां पर पहले शिव मंदिर था। इससे पहले उन्होंने अप्रैल माह में महिलाओं पर विवादित बयान भी दिया था। बजरंग मुनि ने एक समुदाय की महिलाओं और बेटियों को घर से उठाकर रेप करने की बात कही थी। बजरंग मुनि के इस बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ था।

कौन है बजरंग मुनि?

महंत बजरंग मुनि ( Bajrang Muni ) उत्तर प्रदेश के खैराबाद कस्बे के महर्षि श्री लक्ष्मण दास उदासीन आश्रम के महंत है। प्रतापगढ़ जिले के औवर गांव के रहने वाले बजरंग मुनि पिछले 2 साल से खैराबाद के बड़ी संगत आश्रम में महंत की के पद पर हैं। बाबा का असली नाम अनुपम है। सन्यास परंपरा के बाद महंत बजरंग मुनि नाम रखा गया।

पहले भी विवादों में रह चुके हैं बजरंग मुनि

फरवरी 2021 में बड़ी संगत के पास जो जमीन खाली पड़ी है उसपर मुस्लिम परिवार का कब्जा था जिसे छुड़ाने के लिए बाबा और समुदाय के लोगो में हिंसक झड़प हुई जिसके बाद महंत बजरंग मुनि ( Bajrang Muni ) को गंभीर चोटें आई और उन्हे भर्ती भी होना पड़ा था। बाबा का खौफ इस कदर है की 70 से ज्यादा मुस्लिम परिवार बड़ी संगत की तरफ जाने से डरते है और रेप की धमकी के बाद लड़कियों ने उस तरफ जाना बंद कर दिया है।

(जनता की पत्रकारिता करते हुए जनज्वार लगातार निष्पक्ष और निर्भीक रह सका है तो इसका सारा श्रेय जनज्वार के पाठकों और दर्शकों को ही जाता है। हम उन मुद्दों की पड़ताल करते हैं जिनसे मुख्यधारा का मीडिया अक्सर मुँह चुराता दिखाई देता है। हम उन कहानियों को पाठक के सामने ले कर आते हैं जिन्हें खोजने और प्रस्तुत करने में समय लगाना पड़ता है, संसाधन जुटाने पड़ते हैं और साहस दिखाना पड़ता है क्योंकि तथ्यों से अपने पाठकों और व्यापक समाज को रू-ब-रू कराने के लिए हम कटिबद्ध हैं।

हमारे द्वारा उद्घाटित रिपोर्ट्स और कहानियाँ अक्सर बदलाव का सबब बनती रही है। साथ ही सरकार और सरकारी अधिकारियों को मजबूर करती रही हैं कि वे नागरिकों को उन सभी चीजों और सेवाओं को मुहैया करवाएं जिनकी उन्हें दरकार है। लाजिमी है कि इस तरह की जन-पत्रकारिता को जारी रखने के लिए हमें लगातार आपके मूल्यवान समर्थन और सहयोग की आवश्यकता है।

सहयोग राशि के रूप में आपके द्वारा बढ़ाया गया हर हाथ जनज्वार को अधिक साहस और वित्तीय सामर्थ्य देगा जिसका सीधा परिणाम यह होगा कि आपकी और आपके आस-पास रहने वाले लोगों की ज़िंदगी को प्रभावित करने वाली हर ख़बर और रिपोर्ट को सामने लाने में जनज्वार कभी पीछे नहीं रहेगा, इसलिए आगे आयें और जनज्वार को आर्थिक सहयोग दें।)

Tags:    

Similar News