Bihar News : क्यों नहीं थम रहा भागलपुर में धमाकों का सिलसिला, क्या शासन-प्रशासन को अनहोनी का इंतजार है?

लोग पुलिस-प्रशासन के कामकाज पर सवाल उठा रहे हैं। इसके बावजूद न तो नीतीश सरकार और न ही स्थानीय प्रशासन को इसकी चिंता है। स्थानीय जनप्रतिनिधि पहले की तरह कुंभकरनी नींद में सोए हुए हैं।

Update: 2022-03-04 08:19 GMT

भागलपुर में लगातार बम विस्फोट पर धीरेंद्र मिश्र की रिपोर्ट

नई दिल्ली। एक बार फिर भागलपुर में जबरदस्त बम ब्लास्ट की घटना के बाद से लोक सकते में हैं। भागलपुर शहर में दहशत का माहौल है। एक के बाद एक धमाकों की वजह से शासन-प्रशासन पर कई तरह से सवाल उठ रहे हैं। लोग पुलिस-प्रशासन के कामकाज पर भी सवाल उठा रहे हैं। लेकिन न तो नीतीश सरकार को और न ही स्थानीय प्रशासन को इसकी चिंता है। स्थानीय जनप्रतिनिधि पहले की तरह कुंभकरनी नींद में सोए हुए हैं। पहले की तरह ताजा विस्फोट मामले में भी प्रशासन और पुलिस लीपापोती में जुटी है। लेकिन, अहम सवाल यह है कि लगातार बम विस्फोट की घटनाएं भागलपुर में क्यों हो रही है?

इसकी गहराई में जाने से पता चलता है कि यहां का नागरिक समाज भी लगातार घटनाओं के बावजूद मौन है। इतना ही नहीं, इन घटनाओं पर न तो सत्ताधारी, न ही विपक्ष के नेता कुछ बोलते हैं। ऐसा लगता है कि भागलपुर का समाज जिंदा नहीं, मुर्दा समाज है। बीती रात बम विस्फोट की घटनाओं में 12 लोग गारे गए और 11 लोग गंभीर रूप से घायल हुए। लेकिन कहीं से कोई आवाज नहीं उठा रहा है। आखिर ऐसा क्यों है?

यह परेशान करने वाली बात है। लोग चुप हैं और प्रशासन का पूरा अमला लीपापोती में जुटी है। जिले के एसपी, डीएम और डीआईजी के बयानों से लगता है कि वे लोग इस घटना को केवल पटाखा बनाने के दौरान होने वाली सामान्य विस्फोट की घटना ही मानकर चल रहे हैं। क्या उन्हें अपनों की मौत का गम नहीं सताती। क्या यहां के शासन प्रशासन के साथ पूरा का पूरा समाज ही तो सोया समाज नहीं है। लोकल और बिहार मेन स्ट्रीम की मीडिया यहां पर क्या कर रही है? इस तरह की घटनाओं को पर गंभीरता से रिपोर्टिंग करते हुए दिखाई क्यों नहीं देती। हर मुद्दे पर गला फाड़कर चिल्लाने वाला पप्पू यादव मौन क्यों है। ये बात अलग है कि बेवजह वो इतना चिल्लाते हैं कि कोई उन्हें गंभीरता से नहीं लेता।

अगर इन घटनाओं के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए आप रिसर्च करें तो भी घटना होने की खबर तो पब्लिक डोमेन में उपलब्ध है, लेकिन घटना की गहराईयों में झांकने पर आपको मायूसी ही हाथ लगेगी। जैसे जांच में क्या हुआ, कितने मामलों में पुलिस ने कार्रवाई की, अंजाम तक कितने मामले पहुंचे आदि की जानकारी मिलना मुश्किल है। भागलपुर में 1989 का हिंदू-मुस्लिम दंगा दुनिया भर में चर्चित रहा, लेकिन उक्त मामले में भी लीपापोती ही हुई।

चलिए, इन बातों को छोड़कर हम मूल प्रश्न पर आते हैं। एक बार फिर भागलपुर धमाके से दहला है। अभी तक इस हादसे में 12 लोगों की मौत हुई है। एक दर्जन लोगों के घायल होने की खबर है। इस धमाके में तीन मंजिला एक पूरा मकान जमींदोज हो गया। आस-पास के मकानों को भी क्षति पहुंची है। इन धमाकों की वजह से लोगों में दहशत है। लोग पुलिस प्रशासन पर सवाल उठा रहे हैं।

लेकिन सवाल यह है कि जब भागलपुर में लगातार बम ब्लास्ट और टिफिन बम मिलने के पीछे गहरी साजिश की बू आने के बावजूद कुछ नहीं हुआ तो इसमें क्या होगा? जबकि टिफिन बम मामले में इंडियन मुजाहिदीन ( Indian Mujahideen ) का हाथ सामने आया था। उक्त मामले में आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और झारखंड के रास्ते मछली के ट्रकों से विस्फोटक पहुंचने की सूचना पुलिस को मिली थी। झारखंड में एक ट्रक पकड़ा गया जो भागलपुर आ रहा था।

भागलपुर की तत्कालीन एसपी नताशा गुड़िया ने भी माना था कि लगातार मिल रहे बम का कनेक्शन कहीं न कहीं इंडियन मुजाहिदीन से हो सकता है। उन्होंने बताया था कि दिल्ली के रोहिणी कोर्ट और पटना के खेमनीचक बांका में पहले भी केन बम बरामद किया गया था। यानि हमें सतर्क रहने की जरूरत है।

दरअसल, बिहार में एक के बाद एक, हो रहे बम ब्लास्ट के बाद बिहार को अलर्ट रहने की जरूरत है। बांका, दरभंगा फिर भागलपुर ब्लास्ट को एक दूसरे से जोड़कर देखने की जरूरत है। बिहार का सीमांचल और मिथिलांचल का इलाका अब आतंकियों के लिए सेफ जोन माना जाने लगा है। पहले भी कई आतंकियों को बिहार से गिरफ्तार किया गया है।

कहीं आईएसआई द्वारा देश के आंतरिक सुरक्षा को नुकसान पहुंचाने की कोशिश तो नहीं जा रही है। ऐसा इसलिए कि बिहार भी इससे अछूता नहीं है। बांग्लादेश और नेपाल के रास्ते आसानी से आतंकी देश में घुसते रहे हैं। बिहार का सीमांचल और मिथिलांचल इलाका उनके लिए सेफ जोन भी माना जाने लगा है।

तो क्या, यह मान लें कि बीती रात बम विस्फोट मामले में वही होगा जो अभी तक होता आया है। यह सवाल इसलिए जायज है, क्योंकि इस बार भी भागलपुर का नागरिक समाज मौन है, शासन और प्रशासन के लिए ऐसा होना सुखद स्थिति है। कौई अगर यह चाहे कि शासन या प्रशासन उसके दवाब के बगैर उसके हित में गहराईयों तक जाकर काम करे तो ऐसा होना मुश्किल है। इसलिए नागरिक समाज को यह बताना होगा कि वो सोया नहीं जगा है। हम और बम विस्फोट बर्दाश्त नहीं कर सकते। 

भागलपुर में सिलसिलेवार बम विस्फोट की घटनाएं :

11 दिसंबर 2021

भागलपुर के नाथनगर में बम ब्लास्ट ( Bhagalpur Bomb Blast ) हुआ था। मोमिन टोला में कूड़े के ढेर के पास थैले में बम रखा था। कुछ बच्चों ने खेल-खेल में उस थैले को देखा और पटक दिया। जिससे तेज आवाज के साथ धमाका हुआ और तीन छोटे बच्चे आंशिक रूप से घायल हो गए थे।

13 दिसंबर 2021

नाथनगर क्षेत्र में फिर बम विस्फोट की घटनाएं हुईं। इससे दो दिन पहले भी भागलपुर के नाथनगर में ही जमालपुर रेल खंड के रेलवे ट्रैक के पर बम ब्लास्ट हुआ था। इसमें एक व्यक्ति की मौत हुई।

16 मई 2021

भागलपुर जिले के विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र स्थित आसानंदपुर में एक घर की छत पर बम विस्फोट हुआ था। इससे पूरा इलाका दहल गया था।

8 जनवरी 2021

भागलपुर के मंदरोजा साइकिल पट्टी रोड पर मोटरसाइकिल में रखा एक बम फट गया था। बम फटने से दो लोग जख्मी हो गए थे। धमाके में रिक्शा चालक अवधेश कुमार और पास के दुकान में काम करने वाले दीपक कुमार घायल हुए थे।

6 सितंबर 2020

हबीबपुर थाना क्षेत्र के भतवाबाड़ी मजार के पास बम ब्लाट से एक युवकी घायल हो गई थी। पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था। उन्होंने अपना जुर्म कबूल कर लिया था। इस घटना में मोहम्मद अनवर की 18 वर्षीय पुत्री इशरत घर के दरवाजे पर खड़ी थी। तभी अपराधियों ने बम फेंक दिया। जिससे युवती घायल हो गई।

1 सितंबर 2020

नौगछिया थाना क्षेत्र के पकरा गांव में घर के पास आम बागान में रखा एक बारूद का डिब्बा बच्चे के पटकने से फट गया था। डिब्बे को पटकते ही उसमें जोरदार विस्फोट हुआ था। जिससे विश्वकर्मा टोला निवासी अमर राय का 9 वर्षीय पुत्र अर्जुन कुमार गंभीर रूप से जख्मी हो गया।

10 जून 2020

मधुसूदनपुर थाना क्षेत्र के किशनपुर गांव स्थित एक आम के बगीचे में बम बनाने के दौरान हुए विस्फोट की घटना में बम बना रहे एक व्यक्ति की मौत और एक के गंभीर रूप से घायल हो गया था. विस्फोट इतना भयावह था कि आसपास के कई घरों में काला धुआं भर गया था. घायल युवक की पहचान बबरबंज थाना क्षेत्र के कुतुबगंज इलाके स्थित महादेव तालाब निवासी गुगला उर्फ नवल मोदी के रूप में की गई थी. घटनास्थल से कई पान पराग और जर्दा के डब्बे पुलिस ने बरामद किये थे.

9 जुलाई 2019

भागलपुर के नाथनगर थाना परिसर बम विस्फोट हुआ था। यह विस्फोट थाने में मौजूद वर्षों से बंद पड़े जर्जर महिला हाजत के बरामदे पर हुआ था। इस विस्फोट में एक बुजुर्ग महिला बुलकी देवी बुरी तरह जख्मी हो गई थी। भयानक विस्फोट में थाने में मौजूद कई पुलिस पदाधिकारी समेत अन्य पुलिस जवान बाल-बाल बच गए थे।

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