Gujrat Election 2022: विश्व की सबसे बड़ी पार्टी के नेता PM Modi और अमित शाह की रैली में नहीं जुट रही भीड़, साइलेंट मोड में मीडिया

Gujrat Assembly Election 2022: गुजरात विधानसभा चुनाव के पहले चरण में अब सिर्फ 10 दिन का समय ही बाकी रह गया है, इसलिए सारे राजनीतिक दल अपने चुनाव प्रचार में एड़ी-चोटी का जोर लगाए हुए हैं। आज गुजरात में भाजपा के लिए सर मुंडाते ही ओले पड़ने जैसी स्थिति बन गई...

Update: 2022-11-21 16:42 GMT

विश्व की सबसे बड़ी पार्टी के नेता PM Modi और अमित शाह की रैली में नहीं जुट रही भीड़, मीडिया ने भी साधी चुप्पी

Gujrat Assembly Election 2022: गुजरात विधानसभा चुनाव के पहले चरण में अब सिर्फ 10 दिन का समय ही बाकी रह गया है, इसलिए सारे राजनीतिक दल अपने चुनाव प्रचार में एड़ी-चोटी का जोर लगाए हुए हैं। आज गुजरात में भाजपा के लिए सर मुंडाते ही ओले पड़ने जैसी स्थिति बन गई। क्योंकि विश्व की सबसे बड़ी पार्टी के बड़े विश्वनेता प्रधानमंत्री और गृहमंत्री की सभाओ में भीड़ नही दिखी। 

गुजरात के धोराजी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की रैली थी जिसमें भीड़ नहीं जूटी और कुर्सियां खाली देखी गईं। लेकिन मेनस्ट्रीम मीडिया इस खबर को नहीं दिखा रहा है। प्रधानमंत्री के रोड शो में भी भीड़ नदारद रही। कल से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात के दौरे पर हैं और वह बड़ी सभाओं को संबोधित करने वाले हैं बशर्ते धरातल पर 150+ के भाजपा के दावों के विपरीत प्रधानमंत्री की सभा में भी लोग नहीं आ रहे हैं।

चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) जितनी भी रैलियां करते थे, उसमें लोगों को लाने के लिए 2000 से 3000 गुजरात स्टेट ट्रांसपोर्ट की बसों का इंतजाम किया जाता था लेकिन चुनाव घोषित होने के बाद आदर्श आचार संहिता के कारण कोई भी सरकारी मशीनरी इस्तेमाल नहीं हो सकती। इसलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा में भीड़ नजर नहीं आ रही है, तो दूसरी तरफ देश के गृहमंत्री अमित शाह की सभा में भीड़ न जुटने से अमित शाह (Amit Shah) और गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल कच्छ के भुज शहर में सभा को संबोधित करने समाचार लिखने तक नहीं पहुंचे। सभा में ना पहुँचने का कारण प्लेन खराब होना बताया गया है। 

इससे पहले बीते कई दिनों से BJP में टिकट बंटवारे को लेकर गृहयुद्ध जैसी परिस्थिति बनती दिखीं। नाराज टिकटार्थीयों को मनाने के लिए गुजरात का शीर्ष नेतृत्व डैमेज कंट्रोल में लगा हुआ है। परंतु गुजरात के गृह मंत्री हर्ष संघवी और गुजरात भाजपा के अध्यक्ष सीआर पाटिल के बुलावे पर भी नाराज लोग अब उनसे नहीं मिल रहे, जिसका खामयाजा प्रधानमंत्री और गृहमंत्री की सभाओं में भीड़ न जुटने का कारण माना जा रहा है। भीड़ ना जुटने से भाजपा में हड़कंप मचा हुआ है।

भाजपा अपने कई दिग्गज नेताओं के टिकट काटने से पहले ही परेशानियों का सामना कर रही है ऐसे में गुजरात की धरती पर अपने गृह राज्य में सभाओं में भीड़ न देखकर BJP की मुश्किलें और ज्यादा बढ़ गई हैं। सूत्रों के अनुसार नरेंद्र मोदी और अमित शाह गुजरात भाजपा संगठन और सरकार में बैठे लोगों से बहुत नाराज हैं। गुजरात चुनाव भाजपा के लिए नाक बचाओ का सवाल है, जबकि 2024 लोकसभा चुनाव का यह सेमीफाइनल माना जा रहा है।

अपने पांव के नीचे से जमीन खिसकती देख गुजरात मे कई जगह भाजपा गुंडागर्दी पर भी उतर आई है। आने वाले 2 दिनों में कांग्रेस के राहुल गांधी (Rahul Gandhi) भी गुजरात में सभा करने वाले हैं। उन सभाओं में भीड़ देखकर चुनावी मौसम का अनुमान लगाया जाएगा, परंतु आज की स्थिति में भाजपा मुश्किल में है इससे कोई राजकीय विश्लेषक इनकार नहीं कर रहा है। 

लोगों की भीड़ ना जुटने के कारण अमित शाह की रैली जिस स्कूल में रखी गई थी उस स्कूल के बच्चों को भी जबरन सभा में बिठाया गया था। परंतु 5:30 बजे की सभा में भीड़ ना देखकर अमित शाह और गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र भाई पटेल 8:30 बजे तक सभा स्थल पर नहीं पहुंचे। अगर वह सभा स्थल पर पहुंचते हैं और कुर्सियां खाली पाई जातीं तो भाजपा का बड़ा बुरा हाल हो जाता इसलिए शायद बंद मुट्ठी लाख की समझकर गृहमंत्री और गुजरात के मुख्यमंत्री ने सभा में संबोधन ना करना ही उचित समझा।

हमनें पहले ही कहा था कि गुजरात मैं 1 नंबर से 20 नंबर तक नरेंद्र मोदी नेता हैं। 21 नंबर से 40 नंबर तक अमित शाह नेता है तो सोचिए गुजरात में 1 से 40 नंबर के नेताओं की सभा में भीड़ नहीं आ रही तब भाजपा के हालात कितने बुरे हैं इसका अनुमान लगाया जा सकता है।

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