योगी सरकार के पॉल्यूशन कंट्रोल की निकली हवा, गाजियाबाद देश का सबसे प्रदूषित शहर, AQI 334

गाजियाबाद इलाके में दृश्यता न के बराबर है। गाज़ियाबाद सहित दिल्ली, नोएडा, हापुड़ और फरीदाबाद का एक्यूआई बहुत खराब श्रेणी में पहुंच गया है।

Update: 2021-11-04 03:14 GMT

प्रदूषण के मामले में गाजियाबाद का सबसे बुरा हाल।

नई दिल्ली। हर साल दीवाली पर दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण ( Pollutipn ) का स्तर अचानक बढ़ जाता है। फिलहाल, प्रदूषण के मामले में गाजियाबाद भारत का दूसरा सबसे बड़ा प्रदूषित शहर हो गया है। मंगलवार को देश के 135 शहरों का केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ( CPCB ) ने चार बजे एयर क्वॉलिटी इंडेक्स ( AQI ) जारी किया तो उसमें सबसे अधिक एक्यूआई गाजियाबाद का रहा। एक्यूआई लेवल 334 दर्ज किया गया है। गाजियाबाद से सटे इलाके दिल्ली, नॉएडा और फरीदाबाद का एक्यूआई बहुत खराब श्रेणी में था। जबकि गाजियाबाद से सटा जिला हापुड़ का भी एक्यूआई बहुत ख़राब रिकार्ड दर्ज किया गया।

चिंता की बात यह है कि गाजियाबाद (  Ghaziabad ) में प्रदूषण का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। यहां एक्यूआई स्तर अत्यंत ख़राब श्रेणी में है। वहीं गाजियाबाद के लोनी का प्रदूषण स्तर 396 दर्ज दिया गया जो कि जिले का सबसे अधिक है। वसुंधरा का AQI 319, इंद्रापुरम का AQI 319, संजय नगर का AQI 354 और लोनी में AQI 396 दर्ज किया गया। यह प्रदूषण का खतरनाक स्तर है।

मौसम वैज्ञानिक का कहना है कि इस समय हवा की रफ़्तार धीमी है, जिसकी वजह से एनसीआर के सभी शहरों का प्रदूषण स्तर खराब चल रहा है। यदि आने वाले दिनों में हवा नहीं चली तो यह और भी अधिक खराब हो सकता है। फ़िलहाल, गाज़ियाबाद का एक्यूआई लेवल 350 के आसपास भी पहुंच गया था। यूपीपीसीबी के रीजनल ऑफिसर उत्सव शर्मा कहना है कि धनतेरस की वजह से सड़को पर वाहनों की संख्या काफ़ी अधिक बढ़ी। इस वजह से शहर की हवा ख़राब हो गई। आने वाले दिन में हवा साफ होने की संभावना ह

100 मीटर तक विजीविलिटी शून्य

सीआईएसएफ रोड, साहिबाबाद साइट-4, जीटी रोड और महाराजपुर-कौशाबी बार्डर ये कुछ ऐसे इलाके हैं, जहां प्रदूषण और विशेषकर सड़क पर धूल के कणों की वजह से 100 मीटर तक दृश्ता भी खत्म हो चुकी है।

कमेटी बनाकर भूली योगी सरकार

हाल ही में एयर क्वॉलिटी मैनजमेंट कमिटी की तरफ से मिले निर्देश पर यूपीपीसीबी ने एयर क्वॉलिटी की निगरानी के लिए हापुड़, लोनी, मुरादनगर, सदर तहसील जैसे सभी इलाकों में अधिकारियों की टीम गठित कर दी, लेकिन इसके बाद टीम ने कोई काम नहीं किया। इसकी कोई जानकारी नहीं दी गई। इतना ही नहीं, यूपीसीबी ने अपने स्तर पर गाजियाबाद में 10 हॉट स्पॉट भी चिन्हित किए। यूपीपीसीबी ने खुद माना कि कौशांबी, साहिबाबाद, भोपुरा दिल्ली बार्डर, वसुंधरा और जीटी रोड सबसे प्रदूषित इलाके हैं।

एंटी स्मॉग गन का नहीं हो रहा इस्तेमाल

अहिंसा खंड-2 स्थित दिव्यांश सोसायटी बिल्डर्स दिन रात निर्माण कार्य कर रहे हैं, जिससे बहुत धूल उड़ रही है। यूपीपीसीबी बोर्ड का ये हाल है कि इसके आधिकारिक साइट पर किसी अधिकारी का सम्पर्क नंबर तक नहीं है। साइट पर जो नंबर उपलब्ध हैं वो बंद पड़े हैं। ऐसे में आप खुद अंदाजा लगा सकते है। कि गाजियाबाद में प्रदूषण रोकने के लिए योगी सरकार की यूपीपीसीबी की कितनी सतर्क है। इस सरकार का सारा काम दावा केवल किताबी हैं।

Tags:    

Similar News