अधिकारियों ने नहीं सुनी शिकायत तो युवा किसान ने DM ऑफिस में खाया जहर, सपा नेता पर जमीन कब्जाने का आरोप
युवा किसान विमलेश का आरोप है कि बैनामा करवाने के बाद सपा से जुड़ा गांव का ही युवक न तो उसे प्लॉट दे रहा है और न ही जमीन वापस कर रहा है, विरोध करने पर गाली-गलौज और जान से मारने की धमकी भी देता है...
जनज्वार ब्यूरो। उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में एक युवक ने डीएम ऑफिस (Mainpuri Collectorate office) में ही जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की। यह मामला कल 13 सितंबर का है। जानकारी के मुताबिक जहर खाने वाला युवा कई बार अपनी शिकायत लेकर डीएम ऑफिस आ चुका था, मगर जब अधिकारियों ने उसकी बात नहीं सुनी तो उसने वहीं कीटनाशक जहर खाकर अपनी जान देने की कोशिश की।
युवा किसान का आरोप है कि गांव के ही सपा (Samajwadi party) से जुड़े एक नेता ने उसे पहले जमीन के बदले प्लॉट देने का वादा किया था। मगर अब न तो वह उसे प्लॉट दे रहा है और न ही पैसे, जमीन भी वापस नहीं कर रहा है।
मीडिया में प्रकाशित खबरों के मुताबिक यूपी के मैनपुरी (Mainpuri) में जमीन मामले की शिकायत करने आए युवक ने डीएम ऑफिस में जब जहरीला पदार्थ खा लिया तो उसे तड़पता देखकर कार्यालय परिसर में मौजूद कर्मचारी अधिकारी घबरा गये। युवक को तुरंत जिला अस्पताल मे भर्ती कराया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है। अभी भी उसकी हालत गंभीर बनी हुयी है।
डीएम ऑफिस में शिकायत नहीं सुनी जाने पर जहरीला पदार्थ खाने वाला युवा किसान विमलेश थाना किशनी इलाके के बोझा गांव का रहने वाला है। जानकारी के मुताबिक विमलेश अपनी शिकायत लेकर सोमवार 13 सितंबर को जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचा उसने अपनी 1 बीघा जमीन गांव के ही एक युवक को बेची थी, जिसका पूरा पैसा खरीदने वाला नहीं दे रहा था। इसी शिकायत को लेकर वह कई बार जिलाधिकारी कार्यालय के चक्कर काट चुका था, मगर कोई सुनवाई न होती देख वह निराश था।
जमीन का पूरा पैसा नहीं मिलने के मामले की शिकायत लेकर विमलेश (Vimlesh Kumar) लखनऊ में भी मंत्री जी के पास गया था, लेकिन मुलाकात नहीं हुयी। न्याय के लिए दर-दर की ठोकरें खाने और शिकायत के बाजवूद कोई कार्रवाई न होती देख विमलेश तनाव में था और इसी गुस्से में उसने कीटनाशक खाकर डीएम ऑफिस में ही जान देने की कोशिश की।
हालांकि जिलाधिकारी कार्यालय की तरफ से कहा गया कि उसे कार्यवाई का आश्वासन भी दिया था। सवाल यह है कि अगर कार्रवाई का आश्वासन मिलता तो युवक जहरीला पदार्थ खाकर आत्मघाती कदम क्यों उठाता।
युवा किसान (Young farmer) का आरोप है कि बैनामा करवाने के बाद सपा से जुड़ा गांव का ही वह युवक न तो उसे प्लॉट दे रहा है और न ही जमीन वापस कर रहा है। विरोध करने पर गाली-गलौज और जान से मारने की धमकी भी देता है। परेशान किसान ने जमीन पर कब्जा की शिकायत को लेकर अधिकारियों के चक्कर लगाने शुरू कर दिए। करीब दो माह का समय बीता चुका है, लेकिन सिवाय आश्वासन के उसे कुछ भी नहीं मिला।
जहर खाने वाले युवा किसान विमलेश का आरोप है कि रविवार 12 सितंबर को सपा से जुड़े नेता जिसने उसकी जमीन ली है, उसने उसको कमरे में बंद कर बुरी तरह पीटा। इसी के बाद वह सोमवार 13 सितंबर को डीएम कार्यालय आकर शिकायत करने पहुंचा था, मगर वहां से भी सिर्फ आश्वासन मिला तो उससे वह निराश हो गया और उसने जिलाधिकारी कार्यालय में ही कीड़े मारने वाली दवा खाकर जान देने की कोशिश की।