कोक ओवन के पास स्टील प्लांट के 25 से अधिक मजदूर कर रहे थे काम, अचानक पाइप लाइन में हुए विस्फोट से कई लोग गंभीर रूप से झुलसे, जिनमें से कई की मौत हो गई तो कई झूल रहे हैं जिदंगी और मौत के बीच....
जनज्वार। फैक्ट्रियों में आगजनी—विस्फोट की घटनाएं आए दिन होती रहती हैं, जिनमें असमय दर्जनों लोग मौत के मुंह में समा जाते हैं मगर प्रबंधन समेत अन्य लोगों के लिए भी यह मात्र एक घटना से ज्यादा कुछ नहीं होता। कुछ मुआवजे के बाद पता भी नहीं चलता कि ऐसी भी कोई घटना घटी थी, जिसमें कई परिवार उजड़ गए थे।
अब ऐसी ही एक घटना छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में स्थित भिलाई स्टील प्लांट में घटी है, जहां एक गैस पाइपलाइन में विस्फोट होने से 13 कर्मचारियों की मौत हो गयी और 14 लोग घायल हो गए हैं।
शुरुआती छानबीन के बाद पुलिस ने बताया कि यह विस्फोट कोक ओवन के निकट स्थित पाइन लाइन में हुआ है।
समाचार एजेंसी एएनआई ने विस्फोट की खबर देते हुए लिखा है, छत्तीसगढ़ के भिलाई स्टील प्लांट में गैस पाइपलाइन में हुए विस्फोट से 6 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 14 लोग गंभीर रूप से घायल हैं। गंभीर रूप से घायलों को अस्पताल ले जाया जा रहा है। हालांकि अभी तक यह ठीक—ठीक पता नहीं चल पाया है कि मरने वालों की संख्या 6 ही है, यह संख्या कहीं ज्यादा होने की आशंका जताई जा रही है। मीडिया में यह संख्या 13 तक पहुंचने की सूचना भी है।
दुर्ग जिले के पुलिस महानिरीक्षक जीपी सिंह ने मीडिया को बताया कि जिले के भिलाई शहर में स्थित भिलाई इस्पात संयंत्र में हुए हादसे में छह कर्मचारियों की मौत हुई है जबकि 14 अन्य घायल हो गए हैं। घायलों में से कुछ की हालत गंभीर है।
गौरतलब है कि इस संयंत्र के कोक ओवन के पास स्टील प्लांट के 25 से अधिक मजदूर काम कर रहे थे। यह विस्फोट आज 9 अक्टूबर को लगभग 11 बजे के आसपास हुआ। अचानक पाइप लाइन में हुए विस्फोट से कई लोग गंभीर रूप से झुलस गए।
खबरों के मुताबिक हादसे के तुरंत बाद पुलिस और बचाव दल के कर्मी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं। घायलों को अस्पताल पहुंचाया जा रहा है। अभी तक 14 घायलों को अस्पताल में भर्ती कराने की सूचना है।
भिलाई इस्पात संयंत्र मैनेजमेंट के मुताबिक स्टील संयंत्र में कोक ओवन करीब कर्मचारी काम कर रहे थे, तब वहां पाइप लाइन में विस्फोट हुआ। इससे कई लोग गंभीर रूप से झुलस गये। फिलहाल बचाव दल मौके पर मौजूद है, हालात पर काबू पाने की हरसंभव कोशिश की जा रही है। उम्मीद की जानी चाहिए कि मरने वालों की संख्या कहीं और ज्यादा न हो।