बड़ी खबर : 5 लाख गरीब छात्रों को दिल्ली सरकार ने स्कूलों से क्यों किया बाहर

Update: 2020-01-28 03:20 GMT

सुप्रीम कोर्ट में वकील और अशोक अग्रवाल जोकि शिक्षा के क्षेत्र में लगातार काम कर रहे हैं, उन्होंने क्यों लगाया आरोप कि सत्ता में आने का बाद से ही शिक्षा को लेकर केजरीवाल रवैया रहा है खराब....

जनज्वार। दिल्ली विधानसभा चुनाव होने में 2 सप्ताह का समय भी नहीं बचा है। इन चुनावों में आम आदमी पार्टी कह रही है कि काम के आधार पर लोग वोटिंग करें और अपना नेता चुनें। लोग भी केजरीवाल सरकार के पांच साल के कार्यकाल पर शिक्षा को लेकर किए गए काम की जमकर तारीफ कर रहे हैं, मगर ऐसे में काफी ज्यादा तादाद ऐसे लोगों की भी है जो केजरीवाल सरकार की नीतियों के विरोध में बोलने वाले हैं। विरोध करने वाले अधिकतर लोगों का कहना है कि केजरीवाल सरकार के कामकाज में सरकार का बोलना और प्रचार ज्यादा है, जमीनी हकीकत कुछ और बता रही है।

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दिल्ली सरकार का दावा है कि उनकी सरकार पूरे देश में एकमात्र ऐसी सरकार है जिन्होंने शिक्षा व्यवस्था पर सबसे ज्यादा सुधार किया। इसके अलावा स्कूलों के अंदर जिस तरह के हालात पहले थे, उनमें भी काफी सुधार किया गया है। लेकिन इसकी हकीकत कुछ और ही दिखाती है।

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दिल्ली सरकार की शिक्षा व्यवस्था के बारे में सामाजिक कार्यकर्ता और वकील अशोक अग्रवाल ने जनज्वार को दिए इंटरव्यू में जो बताया, वो चौंकाता है। शिक्षा के क्षेत्र में भी अशोक अग्रवाल का बहुत काम है, और लगातार वो स्कूलों में काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार के द्वारा जो प्रचार शिक्षा को लेकर किया जा रहा है, वो महज प्रोपोगैंडा हैं।

आइये देखते हैं दिल्ली सरकार की एजुकेशन पॉलिसी का क्या खुलासा किया अशोक अग्रवाल ने...

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