डीएम मुकेश कुमार के बाद उनके ओएसडी तौकीर अकरम ने भी की आत्महत्या

Update: 2017-11-19 13:27 GMT

तीन महीने पहले बक्सर के जिलाधिकारी मुकेश कुमार ने की थी आत्महत्या, अब उनके ओएसडी ने फांसी के फंदे पर झूलकर दी जान, आत्महत्या के कारणों का नहीं चल पाया है पता...

बक्सर। बिहार के बक्सर जनपद में डीएम के ओएसडी द्वारा आत्महत्या का मामला सामने आया है। शुरुआती जांच में पता चला है कि डीएम के ओएसडी द्वारा शनिवार 18 नवंबर की देर रात फांसी लगाकर मौत को गले लगा लिया है। कहा जा रहा है कि पिछले आठ महीनों से सेलरी नहीं मिलने के चलते ओएसडी तौकीर अकरम काफी परेशान था, जिसके कारण उसने यह कदम उठाया है।

आज सुबह 19 नवंबर को तौकीर अकरम का शव उनके मॉडल थाना क्षेत्र के फ्लैट पर फांसी के फंदे पर झूलता हुआ दिखा। मूल रूप से मध्य प्रदेश के जबलपुर निवासी तौकीर मई 2015 से बक्सर में तैनात थे। गौरतलब है कि बक्सर के डीएम मुकेश कुमार ने भी इसी साल अगस्त में आत्महत्या की थी, तौकीर उनके भी ओएसडी रह चुके हैं।

मामले की छानबीन कर रही पुलिस के मुताबिक डिप्टी कलेक्टर रैंक के अधिकारी तौकीर के पास से आत्महत्या से पहले लिखा गया एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें उन्होंने अपनी मौत के लिए किसी को भी जिम्मेदार नहीं ठहराया है।

जहां पुलिस के मुताबिक तौकीर ने सुसाइड नोट में खुद को ही मौत के लिए जिम्मेदार बताया है, वहीं मृतक तौकीर की मां के मुताबिक पिछले लंबे समय से वेतन नहीं मिलने के चलते उनका बेटा काफी परेशान था। इसी कारण उसने आत्महत्या जैसा कदम उठाया होगा।

वहीं राजनीतिक गलियारों में ये चर्चा भी है कि डीएम मुकेश कुमार के सुसाइड के बाद तौकीर अकरम काफी तनाव में थे, हो सकता है कि जिन कारणों से डीएम मुकेश कुमार ने आत्महत्या की थी, वही कारण उनकी मौत के लिए भी जिम्मेदार हों। इस मामले में एक बात और ध्यान देने योग्य है कि जिलाधिकारी मुकेश कुमार की आत्महत्या के कारणों का 3 माह बीत जाने के बाद भी पता नहीं चल पाया है। 

गौरतलब है कि तौकीर अकरम के पास जिला भू-अर्जन पदाधिकारी का अतिरिक्त प्रभार था। चर्चित और मिलनसार अधिकारी के तौर पर जाने जाने वाले तौकीर ने जब आत्महत्या की तब उनकी मां और पिता भी उसी फ्लैट में थे, जबकि पत्नी एक हफ्ते पहले मायके गई हुई थी।

तौकीर के पिता कहते हैं कि उनका बेटा 18 नवंबर की रात यानी कल पटना में एक मीटिंग अटेंड करके बक्सर वापस आया था। कहा यह भी जा रहा है कि शायद तौकीर की आत्महत्या का कारण ट्रांसफर पोस्टिंग भी हो सकता है, क्योंकि इस मसले पर भी वे पिछले कुछ दिनों से मानसिक तनाव में थे।

हालांकि उनकी आत्महत्या के कारण का अभी तक ठीक—ठीक पता नहीं चल पाया है। पुलिस छानबीन कर रही है। मगर बक्सर प्रशासन के लिए यह खबर वाकई चिंताजनक है कि मात्र 3 महीनों के दौरान उसके दो अधिकारियों ने मौत को गले लगाया है।

राजनेताओं ने तौकीर आत्महत्या पर दुख जताने के बहाने अपना राजनीतिक नफा—नुकसान साधना शुरू कर दिया है। जहां केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह द्वारा होने वाले डुमरांव में गोकुल ग्राम का शिलान्यास रद्द किया गया है, वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने भी शोक व्यक्त किया है।

ओएसडी तौकीर अकरम की आत्महत्या के लिए राजद सुप्रीमो लालू यादव ने राज्य की नीतीश सरकार को जिम्मेदार ठहराया है।

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