बुंदेलखंड : फसल कटाई के लिए मजदूर न मिलने पर किसान ने लगाई फांसी

Update: 2020-04-11 16:46 GMT

मृतक किसान के परिजनों ने बताया कि खेत में खड़ी गेहूं की फसल पक गई है और पिछले दो दिनों से फसल कटाई के लिए शुक्ला मजदूरों की तलाश कर रहे थे....

जनज्वार। उत्तर प्रदेश में बांदा जिले की देहात कोतवाली क्षेत्र के जारी गांव में शनिवार सुबह फसल कटाई के लिए मजदूर न मिलने पर एक किसान ने पेड़ से फांसी लगाकर कथित रूप से आत्महत्या कर ली।

पर पुलिस अधीक्षक (एएसपी) लाल भरत कुमार पाल ने बताया, जारी गांव में रामभवन शुक्ला उर्फ लाला (52) का शव गांव के बाहर एक पेड़ पर फांसी के फंदे पर लटका पाया गया है। घरवालों की सूचना पर शव को उतारकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है।

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मृतक किसान के परिजनों ने बताया कि खेत में खड़ी गेहूं की फसल पक गई है और पिछले दो दिनों से फसल कटाई के लिए शुक्ला मजदूरों की तलाश कर रहे थे। आज सुबह भी मजदूरों की तलाश में वह घर से गए थे, लेकिन लॉकडाउन की वजह से मजदूर ढूंढ़े नहीं मिल रहे, जिसके चलते शायद उन्होंने पेड़ से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है।

Full View दें कि बांदा जिले में अब तक दो कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें से एक ठीक हो चुका है, जबकि एक का इलाज चल रहा है। लॉकडाउन का असर न केवल प्रवासी मजदूरों पर पड़ा है बल्कि खेती और किसानी पर भी इसका बड़ा असर देखने को मिल रहा है किसान परेशान हैं।

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देश में कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ रहे मामलों के चलते लॉकडाउन को आगे बढ़ाए जाने की पूरी संभावना जताई जा रही है। 21 दिनों का लॉकडाउन 14 अप्रैल को ख़त्म हो रहा है। अगर लॉकडाउन की समय सीमा को आगे बढ़ाया जाता है तो इससे किसानों को और मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।

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