दिल्ली उपचुनाव में प्रचार के लिए क्या बुलाए जाएंगे कुमार विश्वास?

Update: 2017-07-24 23:46 GMT

दिल्ली के नगर निगम चुनाव में प्रचार से बाहर रखे गए कुमार विश्वास क्या विधानसभा उपचुनाव में जलवा दिखाने आएंगे...

दिल्ली। दिल्ली में 67 सीट जीतने वाली आम आदमी पार्टी के विधायक रहे वेद प्रकाश के इस्तीफा देने से खाली हुई बवाना विधानसभा सीट के लिए अभी उपचुनाव की घोषणा नहीं हुई है, लेकिन यह चुनाव भाजपा, आप और कांग्रेस के लिए कितना महत्वपूर्ण है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि भाजपा और आप अपने-अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर चुके हैं।

भाजपा ने आम आदमी पार्टी के बवाना विधानसभा से विधायक रहे वेद प्रकाश को ही मैदान में उतारा है, जबकि आप ने अपने वॉलंटियर राम चंद्र पर दांव लगाया है। वहीं कांग्रेस ने अभी कोई उम्मीदवार घोषित नहीं किया है। 

इस चुनाव में एक बार फिर से आम आदमी पार्टी के नेता कुमार विश्वास के विश्वास का टेस्ट होने वाला है। क्योंकि दिल्ली नगर निगम चुनाव के दौरान कुमार विश्वास एक भी रैली या सभा नहीं की थी, लेकिन पहले पंजाब उसके बाद दिल्ली नगर निगम के चुनावों के नतीजे आने के बाद पार्टी कार्यप्रणाली की खुलकर मुखालफत की थी।

अब जब एक बार आम आदमी पार्टी दिल्ली में बवाना विधानसभा के चुनाव मैदान में उतरेगी तो आप में कुमार विरोधी गुट एक बार फिर से कुमार पर निशाना साधेगा। पार्टी में कुमार के सबसे ज्यादा विश्वासपात्र और बचपन के दोस्त रहे मनीष सिसोदिया के साले साहब संजय राघव ने तो अभी से ही कुमार पर निशाना साधना शुरू कर दिया है।

डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के साले ने कुमार का नाम लिए बिना फेसबुक पर पूछ लिया कि बवाना में कितनी सभाएं करोगे।

एक बार फिर देखना दिलचस्प होगा कि कुमार इस उपचुनाव में प्रचार करेंगे या फिर इस बात का इंतज़ार करेंगे कि कोई उन्हें प्रचार के लिए निमंत्रण दे और वो प्रचार के लिए उतरें। वहीं आप के नेता भी इस बात का इंतजार करेंगे कि कुमार खुद से पहल करते हुए प्रचार करेंगे या नहीं।

इस चुनाव के महत्व को इससे भी समझा जा सकता है कि सीएम केजरीवाल भी बवाना विधानसभा में काफी समय दे रहे हैं। उन्हें भी पता है कि यदि यहां हारे तो वो चुनाव के साथ साथ परसेप्शन की लड़ाई भी हार जाएंगे।

Similar News