कूलपैड मोबाइल कंपनी ने किया ग्राहकों के साथ फ्रॉड

Update: 2017-08-30 16:15 GMT

वारन्टी में होने के बावजूद कंपनी नहीं दे रही सर्विस, ग्राहकों को पुलिस के नाम पर धमका रहे सर्विस सेंटर कर्मचारी

मेरे पास सर्विस सेंटर से कॉल आया और मुझसे कहा कि आपका मोबाईल कम्पनी में जमा करके कूलपैड कम्पनी का नया मोबाईल मिलेगा, लेकिन इसके लिए आपको 3000 रुपये देने होंगे, यानी कंपनी एक और नई ठगी की तैयारी कर रही थी...

रामदास तांबे, पत्रकार

पुणे। सूचना तकनीकी के इस युग में अनेक मोबाईल कम्पनियों को मोबाईल के फीचर और स्पेशिलिटी से ग्राहक वर्ग को लुभाने और अपना बिजनैस बढ़ाने के लिए करोड़ों विज्ञापन और मार्केटिंग पर खर्च करते देखा जाना बहुत ही सामान्य बात बन चुकी है। मगर ऐसा आमतौर पर कम ही देखने को मिलता है कि कोई कंपनी असली के नाम पर आपको नकली माल पकड़ा दे या अपने ग्राहकों के साथ दूसरे तरीके से धोखा करे।

पुणे में कूलपैड (coolpad) मोबाईल कम्पनी में ग्राहकों को डुप्लीकेट मोबाइल बेचने के कई मामले सामने आ रहे हैं। मैं खुद इसका भुक्तभोगी हूं। मेरे अलावा अन्य लोग भी इस कंपनी द्वारा ठगे गए हैं, मगर कंपनी प्रचार माध्यमों से ग्राहकों को उल्लू बना फंसाने का काम कर रही है।

मैं पुणे में रहता हूं। जब मेरे द्वारा खरीदे गए कूलपैड के मोबाइल फोन पर इनकमिंग कॉल न आने की समस्या आयी तो मैं MAPLE ENTERPRISES इस मोबाईल के सर्विस सेंटर में मोबाईल की सर्विस कराने गया, मगर बजाय मोबाइल की सर्विस के वहां के स्टाफ से मुझे ही पुलिस बुलाकर कार्रवाई करने की धमकी मिली।

कुछ महीने पहले यानी इसी साल 4 मार्च को मैंने कूलपैड (COOLPAD) कम्पनी का COOLPAD NOTE 5 अमैजन ऑनलाइन शॉपिंग कम्पनी के माध्यम से 11,000 रुपयों में खरीदा था। कुछ महीने बाद यानी अगस्त शुरुआत से ही मोबाईल में इनकमिंग और आउटगोइंग कॉल में आवाज न आने की समस्या आनी शुरू हो गई। मुझसे कूलपैड कम्पनी के VISION ENTERPRISES सर्विस सेंटर में मोबाईल समस्या से संबंधित सॉफ्टवेयर अपडेट करने को कहा गया। सॉफ्टवेयर अपडेट करने के बावजूद मोबाईल में समस्या जस की तस बनी रही।

15 दिन बाद समस्या समाधान के लिए मैं कूलपैड के सर्विस सेंटर में पहुंचा तो वहां काम करने वाली महिला ने बताया कि अब हमने कूलपैड मोबाईल कम्पनी की सर्विस देनी बंद कर दी है। हमारे यहाँ इस मोबाईल की सर्विस नहीं होगी। उसके बाद मैंने कूलपैड के कस्टमर केयर को फोन लगाया, तो उन्होंने कुछ भी रिप्लाई नहीं दिया।

मैंने इंटरनेट की सहायता से दूसरे सर्विस सेंटर का नंबर और पता लिया। उस सर्विस सेंटर पर जाने के बाद मोबाइल का सॉफ्टवेयर तो अपडेट कर दिया गया, मगर समस्या का हल नहीं हुआ।

जब मेरी समस्या का समाधान नहीं हुआ तो मैं फिर से कूलपैड के सर्विस सेंटर पर गया और मेरी मोबाईल से संबंधित समस्या को दूर करने के लिए कहा। मगर सर्विस सेंटर पर मौजूद कूलपैड स्टाफ का रवैया बहुत ही खराब था। उन्होंने मुझे धमकी दी कि आइंदा मोबाइल की समस्या लेकर यहां न आउं अन्यथा वे मुझे पुलिस के हवाले कर देंगे।

इस घटना के बाद जब मैंने ईमेल से कूलपैड (coolpad) कम्पनी के कस्टमर केयर से सम्पर्क किया तो उन्होंने मुझसे बिल भेजने को कहा। उसके बाद मेरे पास सर्विस सेंटर से कॉल आया और मुझसे कहा कि आपका मोबाईल कम्पनी में जमा करके कूलपैड कम्पनी का नया मोबाईल मिलेगा, लेकिन इसके लिए आपको 3000 रुपये देने होंगे, यानी कंपनी एक और ठगी की तैयारी कर रही थी।

एक तरफ कंपनी मोबाइल ग्राहकों को लूट रही है और दूसरी ओर जब मोबाइल धारकों को सर्विस सेंटर जाने पर पुलिस कार्रवाई की धमकी मिलती है, तो आखिर ग्राहक क्या करें। आखिर ऐसे घटनाओं में होने वाले नुकसान के लिए किसे जिम्मेदार ठहराया जाए।

सर्विस सेंटर में मुझे बताया गया कि ऐसी समस्या सिर्फ आपके मोबाइल पर ही नहीं, बल्कि बहुत सारे कस्टमर के साथ यह दिक्कत आ रही है। आखिर इसका समाधान क्या है पूछने पर बताया जाता है कि  यह मोबाइल दुरुस्त नहीं होगा, तुमको यह मोबाइल सर्विस सेंटर में जमा करने के बाद 3000 रुपये भरने के बाद उसी कम्पनी का नया मोबाइल दिया जाएगा।

मगर असल सवाल तो यह है कि जब कुछ महीने पहले लिया हुआ नया मोबाइल वारन्टी में है तो दूसरा लेने की जरूरत आखिर क्यों है।

COOLPAD कम्पनी के मोबाइल फोन खरीदने के बाद सर्विस सेंटर में मोबाइल वारन्टी में होने के बावजूद भी सर्विस नही मिलती, इसलिए ग्राहकों को सावधान हो जाना चाहिए कि वे कूलपैड का मोबाइल न खरीदें।

(रामदास तांबे इंडिया क्राइम न्यूज चैनल में रिपोर्टर हैं।)

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