कोरोना का संकट ऐसा कि यहां कम्युनिस्ट और आरएसएस वाले मिलकर चला रहे हैं रसोई

Update: 2020-04-14 11:48 GMT

कोरोनो वायरस की वजह से जो हालत बने हैं, इससे आरएसएस और वामपंथी विचारधारा के कार्यकर्ता एक दूसरे के नजदीक आए हैं...

जनज्वार ब्यूरो। तीन दशकों से केरल के कन्नूर जिले में सीपीआई (एम) के कार्यकर्ताओं और आरएसएस सदस्यों के बीच एक झड़प में 200 लोगों की जान ले ली। दोनो विचारधारा अलग अलग चल रही थी। इनके आपसी विवाद को देख कर लगता था कि यह कभी मिल ही नहीं सकते। क्योंकि जो एक दूसरे के खून के प्यासे हो, वह एक साथ कैसे आ सकते हैं? लेकिन तीन दशकों की इस कड़वाहट को कोरोना ने खत्म कर दिया है।

कोरोनो वायरस की वजह से जिले में जो हालत बने हैं, इससे दोनों विचारधारा के कार्यकर्ता एक दूसरे के नजदीक आए हैं। वह जिले के तटीय शहर थालास्सेरी में एक दूसरे का सहयोग करते हुए सामुदायिक रसोई चला रहे हैं। यह जिला मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन, सीपीआई (एम) के राज्य सचिव कोडियरी बालाकृष्णन और विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन समेत कई नेताओं का गृह जिला है।

संबंधित खबर : बिहार में वीआईपी पार्टी ने ‘लॉकडाउन’ अवधि में कर माफ करने की रखी मांग

हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना वायरस से जो विपरीत हालात बने हैं, इस सब से निपटने के लिए यह राजनीति कार्यकर्ता अब एक दूसरे की मदद के लिए मिल कर काम कर रहे हैं। सांभर के लिए सब्जियां काटने गरीबों में खाना बांटने के काम में आरएसएस की सोशल विंगसेवा भारती और भारतीय लोकतांत्रिक युवा संघ, सीपीआई (एम) की युवा शाखा एक दूसरे के कंधे से कंधा मिला कर काम कर रहे हैं। इसी तरह से यूथ लीग और यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ता भी इनके साथ मिल कर काम कर रहे हैं।

Full View विधायक ए एन शमसेर ने कहा“यह राजनीति का समय नहीं है। हमारे सीएम ने कम्युनिटी किचन में सभी को जोड़ने के लिए खुली छूट दी है। हमारी एकमात्र चिंता खाली पेट भोजन करना है।

प-कलेक्टर आसिफ के यूसेफ ने कहा कि मुश्किल के इस मौके पर सभी दलों के कार्यकर्ता एक होकर काम कर रहे हैं। यह बोला जा सकता है कि बीमारी के खिलाफ सभी दल के कार्यकर्ता एक सूत्र में बंध कर हर संभव प्रयास कर रहे हैं।

'भाजपा नेता एम. पी. सुमेश ने कहा, 'गरीबों को भोजन कराना एक राष्ट्रीय आंदोलन है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दूसरों की मदद करने की कोशिश करना सबसे अच्छी बात है।'

स बीच, केरल पुलिस ने शनिवार को सत्तारूढ़ माकपा के तीन और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है। इन पर आरोप है कि उन्होंने पठानमथिट्टा जिले के थन्नीथोड में रहने वाली एक लड़की के साथ मारपीटी है। कार्यकर्ताओं का कहना है कि लड़की का पिता लगातार लॉकडाउन का उल्लंघन कर रहा है। ऐसे मौके पर जब सभी दल एक साथ होकर कोरोना वायरस से लड़ रहे हैं, इस तरह की घटना होना सरकार के लिए चिंता की बात है। यहीं वजह रही कि मुख्यमंत्री विजयन ने अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

संबंधित खबर : कोरोना वायरस के खिलाफ प्रभावी हो सकता है एंटी वायरल ड्रग रेमेडिसविर : ICMR

पुलिस के मुताबिक तमिलनाडु के कोयंबटूर में पढ़ने वाली लड़की हाल ही में घर लौटी थी। उसका पिता गरीब है और खाना लाने के लिए बाहर जाता पड़ता था। बस इसी बात से इलाके के कई लोग उनसे नाराज थे। पुलिस ने कहा कि शुरुआत में उन्होंने व्हाट्सएप पर एक मैसेज भेजा, जिसमें उन्होंने धमकी दी कि जब उन्होंने शिकायत दर्ज कराई तो उनके घर पर हमला किया गया। हालांकि बाद में माकपा की पठानमथिट्टा जिला समिति ने सभी को पार्टी से निलंबित कर दिया था।

Tags:    

Similar News