गरबा देखने गए दलित युवक को पीटकर मार डाला

Update: 2017-10-02 12:29 GMT

दलितों पर हमलों के मामलों में गुजरात लगातार सुर्खियों में है। इस बार दलित युवक जयेश सोलंकी की पटेल युवकों ने इसलिए मार डाला, क्योंकि वह उनके बराबरी में गरबा देख रहा था...

जनज्वार, अहमदाबाद। गुजरात के आणंद जिले में 21 वर्षीय दलित युवक जयेश सोलंकी की आज तड़के सुबह इसलिए सवर्ण जाति के पटेल युवकों ने हत्या कर दी, क्योंकि वह गरबा देख रहा था। आणंद पुलिस अधिकारी ने बताया कि युवक की हत्या दीवार में सिर मारकर की गयी। पुलिस ने हत्या के आरोप में 8 युवकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। घटना सुबह 4 बजे के करीब की है।

गौरतलब है कि इससे पहले 25 और 29 सितंबर के बीच अलग—अलग मामलों में मूंछों को लेकर राजपूत जातियों द्वारा दलित युवकों को पीटा जा चुका है। पिछले वर्ष जुलाई में ऊना में गो हत्या के आरोप में दलित युवकों पर बर्बर हमले के बाद राज्यभर में विशाल प्रदर्शन हुए थे।

दर्ज मुकदमे के अनुसार जयेश सोलंकी कल रात अपने चचेरे भाई प्रकाश सोलंकी और दो अन्य अपनी ही बिरादरी के दोस्तों के साथ आणंद जिले के भदरानियां गांव में गरबा देखने गया था। गरबा घर से जुड़े एक मंदिर के प्रांगण में हो रहा था। गरबा देख रहे इन दलित युवकों के पास एक आदमी आया और जातिगत गालियां बकने गला।

पुलिस अधिकारी एएम पटेल ने आणंद के भद्रन थाने में दर्ज शिकायत के आधार पर बताया कि गरबा देख रहे दलित युवकों को गाली देते हुए उस आदमी ने आगे कहा, तुम लोगों यानी दलितों को गरबा देखने का कोई हक नहीं है। तुम निचली जाति के हो। उसके बाद उसने कुछ और लोगों को बुला लिया।

मारे गए 21 वर्षीय जयेश सोलंकी के भाई प्रकाश सोलंकी ने बताया कि पटेल जाति के युवक हमें मारने लगे। जयेश का सिर उन्होंने दीवार पर दे मारा, जिससे उसकी अस्पताल ले जाते हुए मौत हो गयी। हालांकि हमलावरों और पीड़ितों में पहले से किसी दुश्मनी या रंजिश की संभावना से पुलिस अधिकारी ने इनकार किया।

गौरतलब है कि गरबा गुजरात का नवरात्रों में होने वाला लोकप्रिय सामाजिक—धार्मिक उत्सव है, जिसमें सभी समुदायों के युवक—युवतियां देर रात तक नाचते—गाते हैं। यह एक खास तरह का नाच है, जो नवरात्रों के बाद तक खेला जाता है।

Similar News