मध्यप्रदेश में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन, कोरोना के खिलाफ काम करने वाले कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग
कर्मचारियों ने जिला मुख्यालयों सहित राजधानी भोपाल के सतपुड़ा भवन के सामने प्रदर्शन कर प्रदेश सरकार द्वारा जुलाई 19 के डी. ए. स्थगन आदेश को समाप्त करने, सातवें केंद्रीय वेतनमान के एरियर की अंतिम किस्त का भुगतान करने समेत विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन किया....
भोपाल। मध्य प्रदेश में कर्मचारियों ने अपनी मांगों के समर्थन में कोरोना से बचाव के लिए तय किए गए सोशल डिस्टेंसिंग सहित अन्य मापदंडों का पालन करते हुए प्रदर्शन किया। राजधानी सहित जिला मुख्यालयों पर हुए प्रदर्शन में बड़ी संख्या में कर्मचारियों ने हिस्सा लिया।
मध्यप्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के प्रांताध्यक्ष ओ.पी. कटियार एवं लक्ष्मीनारायण शर्मा ने बताया, 'अखिल भारतीय राज्य सरकारी कर्मचारी महासंघ के आह्वान पर गुरुवार को महंगाई भत्ते पर लगाई गई रोक को वापस लेने, सरकारी विभागों में भर्ती पर अघोषित प्रतिबंध हटाए जाने, सरकारी विभागों के निजीकरण, बिजली संशोधन बिल को वापस लेने, छटनी किए गए कर्मचारियों की बहाली, सभी अप्रिय श्रम कानूनों संशोधनों को रद्द करने व वापस लेने, कोविड 19 महामारी के खिलाफ काम करने वाले कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांगों को लेकर प्रदेशव्यापी प्रदर्शन किया गया।'
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तेज बारिश के बीच राजधानी भोपाल में कर्मचारियों ने सतपुडा भवन में मास्क एवं शोसल डिस्टेंसिग का पालन करते हुए प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में कटियार व शर्मा के अलावा एस.एस. रजक, विजय सिंह रघुवंशी, रविकांत बरोलिया, महेन्द्र खरे, तीरथ सिंह लोधी, एसएस रघुवंशी राजमणि कुशवाहा टीसी वर्मन आदि ने प्रदर्शन में भाग लिया।