गैस लीक: विशाखापट्टनम की गलियों में दहशत में नजर आए लोग, 1984 भोपाल गैस त्रासदी की यादें हुईं ताजा

Update: 2020-05-07 08:43 GMT

गैस लीक होने के बाद लोगों ने आंखों में जलन और सांस लेने में तकलीफ की शिकायत की जिसके बाद लोगों को अस्पताल ले जाया गया...

जनज्वार: आंध्र प्रदेश के विजाग में गुरुवार तड़के एक केमिकल यूनिट में गैस रिसाव होने से 8 लोगों की मौत हो गई जबकि 1000 लोग अस्पताल में भर्ती किए गए हैं.

विशाखापत्तनम के आर.आर. वेंकटपुरम गांव में स्थित एल.जी पॉलिमर उद्योग में रासायनिक गैस लीकेज हुआ है. गैस लीक होने के बाद लोगों ने आंखों में जलन और सांस लेने में तकलीफ की शिकायत की जिसके बाद लोगों को अस्पताल ले जाया गया।

-इस दुर्घटना ने साल 1984 की भोपाल गैस त्रासदी की याद दिला दी है। विशाखापट्टनम की गलियों और अस्पतालों में लोग दहशत में नजर आए। सांस लेने में तकलीफ और आंखों में जलन की शिकायत के बाद लोगों को विभिन्न अस्पतालों में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है।

-प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा, “घटना सुबह करीब 2.30 बजे हुई। आसपास के क्षेत्रों में लोग अपने घरों में सो रहे थे। तभी अचानक उन्हें सांस लेने में तकलीफ, भयानक खुजली और आंखों में जलन महसूस होनी शुरू हुई।” दहशत में आकर लोग अपने घरों से बाहर भागे, लेकिन गैस रिसाव के कारण हवा जहरीली हो गई, जिससे वह बेसुध हो गए। इस दौरान कई मवेशी और पशु भी जहरीली गैस की चपेट में आ गए।

1984 में क्या हुआ था भोपाल में?

2-3 दिसंबर 1984 की दरम्यानी रात को भोपाल में यूनियन कार्बाइड की फर्टिलाइजर फैक्ट्री से जहरीले गैस का रिसाव शुरू हुआ और पूरे शहर में बादल की तरह छा गया। ज्यादातर लोग नींद में हीं मौत का शिकार बने. लोगों को मौत की नींद सुलाने में विषैली गैस को औसतन तीन मिनट लगे.

भोपाल गैस काण्ड में मिथाइलआइसोसाइनाइट (MIC) नामक जहरीली गैस का रिसाव हुआ था जिसका इस्तेमाल कीटनाशक बनाने के लिए किया जाता था।

हादसे में कितने लोगों की मौत हुई इस पर अभी तक विवाद है. 2008 में, मध्य प्रदेश सरकार ने गैस रिलीज में मारे गए 3,787 पीड़ितों के परिवार के सदस्यों और 574,366 घायल पीड़ितों को मुआवजा दिया था. हालांकी गैर सरकारी स्रोत मानते हैं की इस हादसे में करीब 15000 लोग मारे गए थे.

'टीडीपी ने की जांच की मांग

-तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) के प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू ने गुरुवार को विशाखापत्तनम में गैस रिसाव की घटना की जांच की मांग की और केंद्र से कहा कि वह रासायनिक संयंत्र को तुरंत बंद कर दें, जहां से स्टाइरीन गैस लीक हुई है।

पीएम मने एनडीएमए के साथ की बैठक

-वहीं दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विशाखापत्तनम में गैस लीकेज की घटना पर राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) के साथ बैठक की। इस बैठक में उनके साथ गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद रहे।

 

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