गुजरात सेंट्रल यूनिवर्सिटी में लेफ्ट मोर्चा की ऐतिहासिक जीत, एबीवीपी का हुआ सूपड़ा साफ

Update: 2020-01-25 14:00 GMT

जीत के बाद विश्वविद्यालय के छात्र नेताओं ने आज की जीत को महात्मा गांधी, पंडित नेहरू, बाबा साहेब अंबेडकर, सरदार पटेल की विचारधाराओं की जीत बताया। छात्रों ने अपनी जीत को संविधान की भी जीत कहा...

जनज्वार, जनज्वार। गुजरात सेंट्रल यूनिवर्सिटी में हुए छात्र परिषद् चुनावों में एबीवीपी की हार हुई है। एनएसयूआई, एसएफआई, एलडीएसएफ और बापसा के संयुक्त मोर्च ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की है। चुनाव के नतीजें आने के बाद एबीवीपी समेत बीजेपी की राज्य और केंद्र सरकार को बड़ा झटका लगा है। लेफ्ट मोर्चें के चारों छात्र संगठनों के संयुक्त मोर्चे की इस ऐतिहासिक जीत से छात्रों के बीच खुशी की लहर है।

गुजरात सेंट्रल यूनिवर्सिटी के विभिन्न संकायों में हुए चुनाव में संयुक्त मोर्चे के उम्मीदवारों ने एबीवीपी उम्मीदवारों को अच्छे अंतर से हराया है। यूनिवर्सिटी के भाषा एवं साहित्य अध्ययन केंद्र से एसएफआई के चिंतरदन कुमार, अंतराष्ट्रीय केंद्र से एलडीएसएफ की प्राची लोखंडे, सामाजिक विज्ञान केंद्र से बापसा के अशरफ दीवान और लाईब्रेरी सांइस से एनएसयूआई के विजेंद्र कुमार ने जीत दर्ज की है।

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सामाजिक विज्ञान स्कूल में कुल 167 वोट में ले अशरफ को 114 वोट मिले है। जबकि एबीवीपी के प्राची रावल को महज 45 वोट डाले गए है। अंतरराष्ट्रीय केंद्र की प्राची लोखंडे को कुल 38 वोटों में ले 30 वोट मिले । जबकि एबीवीपी के रामा जजूला को महज 8 वोट मिले

सके अलावा भाषा एवं साहित्य अध्ययन केंद्र में कुल 166 मतों में से चितरंजन को 94 मत जबकि एबीवीपी के प्रत्याशी को यहां 68 वोट मिले। लाइब्रेरी साइंस में विजेंद्र कुमार को 15 मत मिले, जबकि एबीवीपी के अमरीन ताज को महज 1 मत हासिल हुआ है।

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जीत के बाद यूनिवर्सिटी के छात्र नेताओं ने आज की जीत को महात्मा गांधी, पंडित नेहरू, बाबा साहेब अंबेडकर, सरदार पटेल की विचारधाराओं की जीत बताया। छात्रों ने अपनी जीत को संविधान की भी जीत कहा।

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