भाजपा नेत्री ने खुलेआम धमकाया आईएएस अधिकारी को, कहा जीना मुश्किल कर दूंगी

Update: 2017-12-13 19:23 GMT

उत्तर प्रदेश में भाजपा नेता नौकरशाहों तक को धमकाने से नहीं चूक रहे तो बाकी जनता का क्या हाल होगा, इसका अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है....

बाराबंकी, जनज्वार। उत्तर प्रदेश के बाराबंकी से भाजपा सांसद प्रियंका सिंह रावत ने आईएएस आॅफिसर को खुलेआम धमकाया कि मैं तुम्हारा जीना मुश्किल कर दूंगी।

घटनाक्रम के मुताबिक कल 12 दिसंबर को बाराबंकी के ट्रेनी आईएएस अजय द्विवेदी अपनी टीम के साथ एक अवैध क़ब्ज़ा हटाने के लिए संबंधित गांव में गए हुए थे। इस दौरान सांसद प्रियंका सिंह रावत भी वहां पहुंची। उन्होंने न सिर्फ अवैध कब्जा हटाने के आईएएस अजय द्विवेदी के अभियान पर रोक लगाई, बल्कि खुलेआम गुंडागर्दी पर भी उतर आईं। उनके द्वारा आईएएस को खुलेआम दी जा रही धमकी का किसी ने वीडियो बना लिया, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

यह मामला बाराबंकी के सफदरगंज थानाक्षेत्र के चैला गांव में सरकारी जमीन पर राजस्व टीम द्वारा अतिक्रमण हटाये जाने को लेकर प्रशासन से ग्रामीणों की हुई तकरार से जुड़ा था।

वायरल हो रहे वीडियो में प्रियंका सिंह रावत खुलेआम आईएएस को धमका रही हैं कि, मेरे कार्यकर्ताओं के साथ अगर सही व्यवहार नहीं हुआ तो मैं बाराबंकी में आपका जीना मुश्किल कर दूंगी। भाजपा में अपने कद का आईएएस को अहसास दिलाते हुए वह कहती हैं, तमीज नाम की कोई चीज है या नहीं। मैं यहां खड़ी हूं। मेरी बात सुनने की बजाय आप जा रहे हैं, जनप्रतिनिधि के साथ कैसा व्यवहार किया जाता है, आप नहीं जानते।

इस मामले में अपनी सफाई देते हुए सांसद प्रियंका सिंह रावत कहती हैं, मैं वहां इस मसले पर बात करने गयी थी। संबद्ध अधिकारी एसडीएम बिना मेरी बात सुने ही जा रहे थे। अधिकारी की जिम्मेदारी है कि वह बात सुनें और प्रोटोकाल का पूरा सम्मान करें।

वहीं वो इस बात पर शर्मिंदा होने के बजाय यह कहने से नहीं चूकतीं कि मुझे पता है कि किस तरह से और किस भाषा में बात करनी चाहिए। अनपढ़ नहीं हूं मैं। मीडिया और पुलिस इस बात की जांच करा ले कि आईएएस ने मुझसे किस तरह बात की थी।

मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक चैला गांव में स्थानीय भाजपा नेता आलोक सिंह पर सरकारी स्कूल और तालाब पर अवैध कब्जा करने का आरोप है। आईएएस अजय द्विवेदी अपने दल—बल के साथ वहां अतिक्रमण हटाने गए थे, लेकिन चूंकि मामला भाजपा नेता से जुड़ा था तो सांसद महोदया हस्तक्षेप करने पहुंच गईं ताकि अतिक्रमण को हटाया न जा सके।


गौरतलब है कि यह वही प्रियंका सिंह रावत हैं जो कुछ समय पहले एक पुलिस अधिकारी को धमकाने और तत्कालीन जिलाधिकारी के खिलाफ आरोप मढ़ने को लेकर चर्चा में आई थीं। तब मोदी जी की इन सिपहसालार महोदया ने कैमरे पर ही पुलिसवाले की खाल खिंचवा लेने की धमकी दी थी, क्योंकि इनको पुलिस अधिकारी का व्यवहार पसंद नहीं आया था। इतना ही नहीं स्पष्टीकरण मांगे जाने पर भी इनके मुंह से अफसोस का एक लफ्ज नहीं निकला था।

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