6 महीनों में इंटरनेट बंदी से हुआ देश को 9 हजार करोड़ का नुकसान

Update: 2020-01-14 12:54 GMT

भारत दुनिया में इंटरनेट बंदी से आर्थिक रूप से सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाला दुनिया का तीसरा देश, मात्र छह महीनों में 106 बार नेटबंदी से देश को हुआ हजारों करोड़ रुपये का नुकसान...

जनज्वार, दिल्ली। पूरे भारत में नागरिकता संशोधन कानून और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर के विरोध प्रदर्शन के बीच भारत के कई हिस्सों में इंटनेट बंद कर दिया गया था, जिसकी वजह से देश को कहीब 9245 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।

भारत दुनिया में इंटरनेट बंदी से आर्थिक रूप से सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाला दुनिया का तीसरा देश है। पिछले साल भारत में 106 बार इंटरनेट शटडाउन किया गया।

भारत के कश्मीर में 4 अगस्त 2019 से राज्य में इंटरनेट बंद किया गया था। यहां इंटनेट बंद हुए 158 दिनों से ज्यादा का समय हो गया है। और लगातार इतने दिनों तक इंटरनेट बंद करने वाला भारत दुनिया का एक मात्र देश है, जहां इतने दिनों तक इंटरनेट बंदी किया गया।

Full View में इतने लम्बे इंटरनेट की पांबदी को सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि राज्या में पूरी तरह इंटरनेट को बंद कर देना बहुत ही सख्त कदम है। सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया है कि राज्य सरकार इंटरनेट पर पांबंदी और धार 144, ट्रैवल पर रोक से जुड़े सभी आदेशों को पब्लिश करना होगा। और 7 दिन के अंदर इन फैसलों का रिव्यू करने का आदेश दे दिया है।

सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि धारा 144 का दुरुपयोग नहीं किया जा सकता है, बेहद जरूरी हालात में ही इंटरनेट को बंद किया जा सता है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि धारा 144 को अनंतकाल के लिए नहीं लगा सकते हैं, इसके लिए जरूरी तर्क होना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट ने इसी के साथ राज्य सरकार को आदेश दिए हैं कि वह तुरंत ई-बैंकिंग और ट्रेड सर्विस को शुरू करें।

इंटरनेट बंद होने से दुनिया भर में कुल 8.05 अरब डॉलर का नुकसान हुआ है। इन आंकड़ा में टरनेट रिसर्च फर्म Top10VPN की स्टडी 'द ग्लोबल कॉस्ट ऑफ इंटरनेट शटडाउंस' में वर्ल्ड बैंक, आईटीयू, यूरोस्टैट और यूएस सेंसस से मिले आंकड़ों का इस्तेमाल किया गया है।

Full View में दुनिया के दूसरे देशों के मुकाबले अक्सर इंटरनेट पर ज्यादा प्रतिबंध लगाता दिख रहा है। साल 2019 में 100 से ज्यादा बार ऐसा किया गया। और भारत के कई शहरों में कानून व्यवस्था की बहाली के लिए कई घंटों तक इंटरनेट बंद कर दिया जाता है।

विश्व में बात करें तो सूडान में 864 घंटों की बंदी से 1.87 अरब डॉलर का नुकसान हुआ जबकि इराक में करीब 209 घंटों की इंटरनेट बंदी से 2.3 अरब डॉलर का नुकसान हुआ।

Full View 2018 में इंडियन कौंसिल फॉर रिसर्च ऑन इंटरनेशनल इकोनॉमिक रिलेशंस की एक रिपोर्ट में यह अनुमान जाहिर किया गया था कि 2012-17 के दौरान भारत में इंटरनेट शटडाउन का आर्थि‍क असर करीब 3.04 अरब डॉलर का था और कुल 16,315 घंटें तक इंटरनेट बंदी हुई।

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