महीनों से सैलरी नहीं मिलने से परेशान जेट एयरवेज कर्मी ने डिप्रेशन में की आत्महत्या

Update: 2019-04-27 16:57 GMT

प्रतीकात्मक

कौशल भारत की बात करने वाली मोदी सरकार के राज में जेट एयरवेज के 20 हजार से भी ज्यादा कुशल कर्मचारी बेरोजगार होने की कगार पर हैं, मगर सरकार है कि हाथ पर हाथ धरे बैठी है। आज एक आत्महत्या के बाद भी इस दिशा में कोई कारगर कदम उठाया जाएगा इसमें संदेह ही है....

जनज्वार। एक तरफ मोदी सरकार झूठे आंकड़े, दावे और वादे चुनावों मुद्दों के बतौर भुना रही है। फिल्म अभिनेता अक्षय कुमार द्वारा लिया गया प्रधानमंत्री मोदी का इंटरव्यू सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। दूसरी तरफ देश किस बदहाली में जी रहा है यह दिखाने का समय मीडिया के पास नहीं है। इन्हीं हालातों में एक जेट एयरवेज कर्मी ने आत्महत्या कर ली, क्योंकि लंबे समय से सेलरी नहीं मिल रही थी।

जानकारी के मुताबिक लंबे समय से सेलरी न मिलने के चलते जेट एयरवेज कर्मियों ने जान देना शुरू कर दिया है। मुंबई में रहने वाले जेट एयरवेज के सीनियर टैक्निशियन ने आज 27 अप्रैल को एक मुंबई के नालासोपारा पूर्व स्थित अपने चार मंजिला घर से कूदकर जान दे दी। बकौल पुलिस 45 वर्षीय शैलेश सिंह को पिछले 3 महीनों से सैलरी नहीं मिल रही थी, जिस कारण वह डिप्रेशन में था। गौरतलब है कि शैलेश की कीमो थैरेपी भी चल रही थी।

कौशल भारत की बात करने वाली मोदी सरकार के राज में जेट एयरवेज के 20 हजार से भी ज्यादा कुशल कर्मचारी बेरोजगार होने की कगार पर हैं, मगर सरकार है कि हाथ पर हाथ धरे बैठी है। आज एक आत्महत्या के बाद भी इस दिशा में कोई कारगर कदम उठाया जाएगा इसमें संदेह ही है।

गौरतलब है जेट एयरलाइन ने पिछले कुछ तीन से अब तक अपने 20,000 से अधिक कर्मचारियों के वेतन का भुगतान नहीं किया है। वहीं 17 अप्रैल को उसने अपनी सेवाओं को अस्थायी तौर पर निलंबित करने की घोषणा की है, जिससे 20 हजार कर्मचारी एक झटके में बेरोजगार हो गए हैं। शैलेश भी उनमें से एक था। कैंसर का मरीज शैलश बिगड़ते आर्थिक हालातों के चलते भयानक तनाव में था।

शैलेश के साथ काम करने वाले लोगों के मुताबिकशैलेश को कैंसर हो गया था और इलाज में काफी खर्च हो रहा था। उसकी लगातार कीमोथैरेपी भी चल रही थी। कंपनी की तरफ से जनवरी से वेतन न मिलने के चलते वह आर्थिक तंगी में आ गया था। ऐसे में वह अपना इलाज तक करवा पा रहा था और न ही ठी​क से घर का खर्च ही उठा पा रहा था। ऐसे में जब नौकरी हाथ से जाने की बात सुनी, तब वह बहुत ज्यादा तनाव में आ गया और उसने छत से कूदकर जान दे दी।

गौरतलब है कि शैलेश सिंह का बेटा भी जेट एयरवेज में ही कर्मचारी था। दोनों बाप—बेटों का वेतन ना मिलने के कारण परिवार की आर्थिक स्थितियां लगातार बिगड़ती जा रही थीं। शैलेश सिंह के परिवार में पत्नी, दो बेटे और दो बेटियां हैं। पुलिस ने इस आत्महत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

वहीं कर्ज संकट से जूझ रही एयरलाइन जेट एयरवेज के कर्मचारियों ने आज 27 अप्रैल की शाम नई दिल्ली के जंतर-मंतर पर कैंडल भी मार्च निकाला और सरकार से मांग की कि जेट एयरलाइन को बचा ले। इस धरना प्रदर्शन में दो सौ से भी ज्यादा जेटवेज कर्मी अपने परिवार के साथ शामिल हुए। धरने में शामिल सभी लोगों के बाजू पर जेट एयरवेज को बचाने वाली अपील की पट्टियां बंधी थीं।

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