सुकमा नक्‍सली हमले में 9 जवानों की मौत के बाद रमन सिंह ने बुलाई इमरजेंसी मीटिंग

Update: 2018-03-13 22:52 GMT

9 सैनिकों की मौत के बाद मुख्यमंत्री रमन सिंह ने तुरत—फुरत उच्च अधिकारियों की ली आपात बैठक में दिए नक्सल विरोधी अभियान में तेजी लाने के निर्देश...

रायपुर। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में आज एक नक्सली हमले में नौ जवान शहीद हो गए। 9 सैनिकों की मौत के बाद मुख्यमंत्री रमन सिंह ने तुरत—फुरत उच्च अधिकारियों की आपात बैठक बुलाकर नक्सल विरोधी अभियान में तेजी लाने के निर्देश दिए।

मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक सुकमा नक्सली हमले में नौ सैनिकों की मौत के बाद मुख्यमंत्री रमन सिंह की अध्यक्षता में मुख्यमंत्री आवास पर देर शाम आपात बैठक हुई। अधिकारियों के मुताबिक मुख्यमंत्री ने बैठक में सुकमा जिले के किस्टाराम में सीआरपीएफ के जवानों पर हुए नक्सल हमले के सम्बन्ध में वरिष्ठ अधिकारियों से जानकारी ली और नक्सल विरोधी अभियान में कैसे तेजी लाई जा सकती है, इस मसले पर चर्चा की।

इस आपात मीटिंग में मुख्यमंत्री के सलाहकार सुनिल कुमार, मुख्य सचिव अजय सिंह, गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव बी. वी. आर. सुब्रमण्यम, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव अमन कुमार सिंह, पुलिस महानिदेशक ए. एन. उपाध्याय, विशेष पुलिस महानिदेशक नक्सल ऑपरेशन डी.एम. अवस्थी समेत कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।

नक्सलियों द्वारा किए गए बारूदी सुरंग विस्फोट में सीआरपीएफ के नौ जवान शहीद हो गए। यह हादसा छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले के किस्टाराम पलोडी रोड पर नक्सलियों द्वारा बारूदी सुरंग में विस्फोट कर माइन प्रोटेक्टेड व्हीकल (एमपीवी) को उड़ाने से हुआ, जिसमें केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के नौ जवान शहीद हो गये।

गौरतलब है कि एक हफ्ते पहले बीजापुर जिले में छत्तीसगढ़ और तेलंगाना पुलिस ने मुठभेड़ में 10 नक्सलियों को उस समय मार गिराया था जब वे शादी समारोह में शामिल हो रहे थे। एक पुलिस अधिकारी ने भी मीडिया में बयान दिया छत्तीसगढ़ और तेलंगाना पुलिस को सीमावर्ती बीजापुर जिले के उसूर थाना क्षेत्र में बड़े नक्सली जमावड़े की जानकारी मिली थी। वहीं पर 10 नक्सलियों को मारा गया था। हालांकि पुलिस इसे मुठभेड़ कह रही थी, मगर इसमें मात्र एक जवान घायल हुआ था। कहा जा रहा है नक्सलियों ने उसी हमले के प्रतिक्रियास्वरूप आज हमला किया, जिसमें 9 जवानों की मौत हुई।

इस मामले में एक बात और गौर करने वाली है कि तकरीबन एक साल पहले भी सुकमा में ही नक्सलियों द्वारा किए गए हमले में 12 जवानों की मौत हुई थी। किस्टाराम पलोडी रोड पर जहां नक्सलियों ने सीआरपीएफ जवानों पर हमला किया, वहां पर निर्माण कार्य हो रहा है। नक्सली खात्मे के लिए निकली सीआरपीएफ की 212वीं बटालियन को नक्सलियों ने अपना निशाना बनाया।

9 जवानों की शहादत पर हमले की निंदा करते हुए केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सीआरपीएफ के नौ सैनिकों के मारे जाने पर दुख व्यक्त करते हुए कहा, सुकमा विस्फोट में अपनी जान गंवाने वाले सैनिकों के परिवारों के प्रति मेरी संवेदना है। मैं घायल जवानों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।

पीटीआई के मुताबिक, अधिकारियों ने बताया कि विस्फोट में जवानों का वाहन करीब 10 फुट हवा में उछला और टुकड़े- टुकड़े हो गया। सीआरपीएफ के महानिदेशक राजीव भटनागर ने कहा हमले की चपेट में आए जवान एंटी माइन व्हीकल में सफर कर रहे थे और पलोडी में खुली नयी चौकी की तरफ जा रहे थे। इलाके में नक्सली सुबह करीब आठ बजे देखे गए और कोबरा टीमों ने प्रभावी जवाबी कार्रवाई की और उनके घेरे को तोड़ दिया।

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