साइबर ठगों ने नोएडा में बैठे युवक के क्रेडिट कार्ड का क्लोन बना संयुक्त अरब अमीरात में कर ली शॉपिंग

Update: 2019-07-04 11:23 GMT

साइबर ठगी का शिकार बना नोएडा में रहने वाला एक युवक, जिसके क्रेडिट कार्ड का क्लोन बना संयुक्त अरब अमीरात में की गई आनलाइन शॉपिंग...

जनज्वार। आधुनिक तकनीक यानी साइबर युग जितना सुविधाजनक है, उतना ही खतरनाक भी बनता जा रहा है। साइबर युग में जहां घर बैठे हम कोई भी चीज घर पर मंगा सकते हैं, किसी से भी दुनिया में किसी भी कोने में बात कर सकते हैं, उसी तरह दुनिया के किस कोने में हम ठग लिया जायेगा, पता भी नहीं चलेगा।

ए दिन साइबर ठगी की कई घटनायें अखबारों में होती हैं। हालांकि यह अलग बात है कि उपभोक्ता के लिए बहुत महत्वपूर्ण यह घटनाएं मीडिया के लिए कोई बड़ा मसाला नहीं होता, और इससे सीधा असर उनके विज्ञापन उद्योग पर पड़ता है, इसलिए इसे बड़ा मसला बनाया ही नहीं जाता। इसी कारण आपको पता भी नहीं चल पाता कि कितने तरीकों से आप आनलाइन ठगी के शिकार हो सकते हैं। आनलाइन शॉपिंग वेबसाइट, मोबाइल एप के साथ हमारे जिंदगी का हिस्सा बन चुके ओला-उबर जैसे ट्रेवल एप भी ठगी का अड्डा बनते जा रहे हैं।

साइबर ठगी का इसी तरह शिकार बना नोएडा में रहने वाला एक युवक, जिसके क्रेडिट कार्ड का क्लोन बनाकर संयुक्त अरब अमीरात में आनलाइन शॉपिंग की गई।

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जानकारी के मुताबिक उत्तर प्रदेश के नोएडा स्थित सेक्टर-62 के स्वागतम् अपार्टमेंट में रहने वाले अंकित अग्रवाल के पास यस बैंक का क्रेडिट कार्ड था, जिसका क्लोन क्रेडिट कार्ड बनवाकर साइबर ठगों ने संयुक्त अरब अमीरात में 445 दिरहम की शॉपिंग कर ली।

कौल अंकित उसने इंटरनेशनल शॉपिंग का ऑप्शन बंद नहीं कराया था, जिसका उसे खामियाजा भुगतना पड़ा। इसकी शिकायत पीड़ित युवक ने नोएडा के सेक्टर-58 थाने में की। पुलिस के पास दी गई शिकायत में पीड़ित युवक ने कहा कि उसके मोबाइल पर 25 जून को संयुक्त अरब अमीरात में 445 दिरहम की शॉपिंग किए जाने का मैसेज आया।

ह खरीददारी उनके क्रेडिट कार्ड से किसी ऑनलाइन वेबसाइट से की गई थी। क्रेडिट कार्ड से खरीददारी किए जाने का मैसेज आने के बाद अंकित ने कस्टमर केयर सेंटर पर कॉल कर अपना कार्ड ब्लॉक कराया और फिर थाना सेक्टर-58 थाने में लिखित शिकायत दर्ज करायी। पुलिस ने आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर इस मामले की जांच शुरू कर दी है।

स मामले में पीड़ित युवक अंकित अग्रवाल ने अपने कार्ड का इंटरनेशनल शॉपिंग का ऑप्शन बंद नहीं कराया था, जिस कारण वह साइबर ठगों का शिकार बना।

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साइबर एक्सपर्ट कहते हैं हर क्रेडिट कार्ड में इंटरनेशनल शॉपिंग का ऑप्शन ऑटोमैटिक ऑन रहता है। अगर उपभोक्ता विदेश यात्राएं न करता हो तो उसे इंटरनेशनल शॉपिंग का ऑप्शन अपने बैंक से बंद करवा लेना चाहिए, इससे वह किसी बड़ी ठगी से बच जायेगा। इस मामले में खास बात यह है कि इंटरनैशनल शॉपिंग के लिए केवल क्रेडिट कार्ड और उसके पीछे छपे सीवीवी नंबर की जरूरत होती है।

दि कभी कार्ड चोरी हो गया या उसका क्लोन बना लिया गया तो ठग इसके जरिए आपके खाते की सारी रकम निकाल सकते हैं इसलिए कार्ड का उपयोग तमाम सावधानियां बरतते हुए करना चाहिए। अंकित तो सिर्फ एक उदाहरण है, न जाने ऐसे कितने लोग रोजाना साइबर ठगों का शिकार बनते रहते हैं।

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